18वीं यूपी विधानसभा का पहला सत्र शुरू, विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष ने तख्तियां लेकर विरोध किया, 26 मई को पेश होगा बजट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 23, 2022 12:00 PM2022-05-23T12:00:28+5:302022-05-23T13:10:10+5:30
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण शुरू होने से पहले ही समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक बैनर और पोस्टर लेकर सदन के बीचोंबीच आ गए और नारेबाजी करने लगे। इसी शोरगुल के बीच आनंदीबेन पटेल ने अभिभाषण पढ़ना शुरू किया।
लखनऊ:उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच शुरू हुआ। सुबह 11 बजे विधानमंडल के समवेत सदन की कार्यवाही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से शुरू हुई।
मगर अभिभाषण शुरू होने से पहले ही समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक बैनर और पोस्टर लेकर सदन के बीचोंबीच आ गए और नारेबाजी करने लगे। इसी शोरगुल के बीच आनंदीबेन पटेल ने अभिभाषण पढ़ना शुरू किया। उन्होंने राज्य सरकार की विभिन्न उपलब्धियों का जिक्र किया।
विपक्षी सदस्य हाथों में तख्तियां और बैनर थामे हुए थे, जिन पर पुरानी पेंशन की बहाली, कानून-व्यवस्था व छुट्टा पशुओं की समस्या समेत विभिन्न मुद्दों का जिक्र था।
Lucknow | Samajwadi Party MLAs protest inside the State Assembly against the state govt over various issues
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 23, 2022
The First session of the 18th UP Assembly commenced today pic.twitter.com/oDKYLrdSI3
यह राज्य विधानमंडल का बजट सत्र भी है। इसमें आगामी 26 मई को बजट पेश किए जाने की संभावना है।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी की 18वीं विधानसभा का पहला सत्र आज से शुरू हो रहा है। मैं सभी निर्वाचित सदस्यों का स्वागत करता हूं। 2022-23 के लिए राज्य का बजट 26 मई को पेश किया जाएगा। सरकार उन मुद्दों पर चर्चा और जवाब देने के लिए तैयार है जो विधानसभा के सदस्यों द्वारा उठाए जाएंगे।
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि उत्तर प्रदेश में रक्षा गलियारे पर तेजी से काम हो रहा है, प्रदेश में स्वरोजगार को लेकर योजनाओं पर विशेष जोर है, लघु उद्यमों की स्थापना और एमएसएमई पर बल दिया जा रहा है, लखनऊ से गाजीपुर तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया गया है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार ने किसानों का बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान किया, 20 सिंचाई परियोजनाएं पूरी की गईं, प्रदेश में विमान सेवा बेहतर किए जाने पर काम हुआ, पांच अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों का निर्माण किया गया, जेवर में एशिया का सबसे बड़ा हवाईअड्डा बनाया जा रहा है और रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में अहम कदम उठाए गए हैं।
(भाषा से इनपुट के साथ)