ठळक मुद्दे तबलीगी जमात के मरकज से लौटे 110 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। तमिलनाडु में कोरोना के मरीजों की संख्या 234 हो गई है।
तमिलनाडु में दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज से लौटे 110 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इसके साथ ही तमिलनाडु में कोरोना के मरीजों की संख्या 234 हो गई है। इससे पहले मरकज से लौटे 93 लोगों के कोरोना वायरस की चपेट में आने का मामला सामने आया था।
तमिलनाडु स्वास्थ्य सचिव नीला राजेश ने कहा, 'मैं हर उस व्यक्ति को धन्यवाद देना चाहती हूं जो दिल्ली सम्मेलन (मार्काज़) से लौटने के बाद हमारी अपील पर स्वेच्छा से आगे आया और वे हमारे उपचार सुविधाओं में आ गए।' उन्होंने बताया कि 1103 सदस्य खुद से आगे आए थे जिनमें 658 का परीक्षण किया गया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने कहा था कि तमिलनाडु से हाल ही में एक आयोजन में भाग लेने दिल्ली गए लोगों में से भी कुछ लोग संक्रमित हुए हैं। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु से करीब 1,500 लोगों का समूह दिल्ली गया था। ‘तबलीगी जमात’ ने हाल ही में दिल्ली में एक आयोजन किया था। इन पांचों के अलावा दिल्ली के आयोजन में शामिल होने वाले इरोड के 14 लोगों के भी संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इन पांच लोगों में से तीन विल्लुपुरम और दो मदुरै के हैं, सभी अपने-अपने जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हैं। संक्रमित लोगों की संख्या में तेजी से वृद्धि पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘करीब 1,500 लोगों का बड़ा समूह दिल्ली गया था और उस समूह में से कई लोग संक्रमित हैं। उनमें से 981 लोग लौट आए हैं और हम उन सभी की जांच कर रहे हैं, संख्या में वृद्धि का यही कारण है।’’ अन्य दो लोगों में पोझीचालुर का 43 वर्षीय व्यक्ति है जो तिरुवनंतपुरम गया था और दूसरा व्यक्ति तिरुवन्नामलाई निवासी 28 वर्षीय युवक है। दोनों क्रमश: चेन्नई और तिरुवन्नामलाई के अस्पतालों में भर्ती हैं और ऐसे लोगों के संपर्क में आए थे जिनके संक्रमित होने की पहले ही पुष्टि हो चुकी है। सरकार ने कहा, ‘‘सभी मरीजों की हालत स्थिर है और वे अस्पताल में पृथक हैं।’’ इस बीच, 31 मार्च, 2020 को जिन डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों को सेवानिवृत्त होना था, मुख्यमंत्री ने उन सभी को संविदा के तहत दो महीने का सेवा विस्तार दिया है। सरकार ने बताया कि सक्रिय निगरानी के तहत 2,000 कर्मचारियों ने 12 जिलों में 1,08,677 घरों में जाकर 3,96,147 लोगों की बुखार और अन्य लक्षणों के लिए जांच की है।