दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के बाद 24 घंटे में 11 लाख लोग AAP में शामिल, इस कैंपेन के साथ जुड़े
By पल्लवी कुमारी | Published: February 13, 2020 09:50 AM2020-02-13T09:50:48+5:302020-02-13T09:50:48+5:30
Delhi Assembly Election: दिल्ली की 70 विधानसभा सीट में आप ने 62 सीटों पर जीत हासिल की है और बीजेपी 8 सीटें जीती है। कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल पाया है।
आम आदमी पार्टी (AAP) की ओर से चलाए जा रहे राष्ट्र निर्माण अभियान के तहत मात्र 24 घंटे के अंदर देशभर से करीब 11 लाख लोग शामिल हुए हैं। आप पार्टी ने इसके लिए एक मोबाइल फोन नंबर (9871010101) जारी किया था। नबंर जारी कर अपील की थी कि आप सिर्फ एक मिस्ड कॉल करके राष्ट्र निर्माण अभियान से जुड़ सकते हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई में छपी खबर के मुताबिक, आप पार्टी ने कहा है कि तकरीबन 11 लाख लोगों ने मिस्ड कॉल कर राष्ट्र निर्माण अभियान के तहत हमारे साथ जुड़े हैं। आप पार्टी ने कहा, ये नंबर हमनें देशभर में अलग-अलग मीडिया संस्थानों द्वारा जारी करवाया था।
आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल 16 फरवरी को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। केजरीवाल दिल्ली की रामलीला मैदान में शपथ लेंगे। केजरीवाल के साथ पूरी कैबिनेट भी शपथ लेगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020: आप की प्रचंड जीत
दिल्ली की 70 विधानसभा सीट में आप ने 62 सीटों पर जीत हासिल की है और बीजेपी 8 सीटें जीती है। आप की वोट हिस्सेदारी 53.57 प्रतिशत रही। BJP ने 8 सीटों पर जीत हासिल की और उसे 38.51 प्रतिशत वोट मिले। कांग्रेस का खाता नहीं खुला।
दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020: 62.59 फीसदी हुआ मतदान
दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 के लिए 8 फरवरी को वोटिंग हुए थे। चुनाव आयोग के मुताबिक मतदान 62.59 प्रतिशत हुआ था। साल 2015 में विधानसभा चुनाव में 67.47 प्रतिशत मतदान हुआ था। मतदान एक ही चरण में हुआ था। दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की है जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित हैं। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी 2020 को समाप्त हो रहा है।
पिछले दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP को मिली थीं 67 सीटें
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में आम आदमी पार्ट ने 67 सीटों पर जीत दर्ज कर सरकार बनाई थी। दिल्ली 70 सीटों में आप को 67 सीटें, बीजेपी को तीन, कांग्रेस को 0 सीटें मिली थी। AAP को जहां 54.3 फीसदी वोट मिले तो वहीं बीजेपी को 32.2 और कांग्रेस को सिर्फ 9.7 फीसदी वोट मिले थे।