Mother Teresa birth anniversary: मदर टेरेसा की जयंती पर पढ़ें उनके 10 अनमोल विचार
By प्रिया कुमारी | Published: August 26, 2020 11:01 AM2020-08-26T11:01:00+5:302020-08-26T11:01:00+5:30
महान आत्मा मदर टेरेसा की आज 110वीं जयंती है, मदर टेरेसा ने समाज सेवा में पूरा जीवन न्योछावर कर दिया था। आज उनकी जयंती पर जानें उनके कुछ प्रेरणादायी विचार।
महान आत्मा आज मदर टेरेसा की आज 110वीं जयंती है। मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 को एक अल्बेनीयाई परिवार में हुआ था। मदर टेरेसा 1929 में भारत आईं, और दार्जिलिंग के सेंट टेरेसा स्कूल में पढ़ाने लगी। बाद में मदर टेरेसा कोलकाता के एक स्कूल में पढ़ाने लगीं। यहां करीब दो दशक तक उन्होंने पढ़ाने का काम किया।
साल 1948 में उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करने की अपनी यात्रा की शुरुआत की। 1950 में उन्होंने रोमन कैथोलिक धार्मिक मण्डली की स्थापना की जो बाद में मिशनरीज ऑफ चैरिटी के नाम से जानी गई।
मदर टेरेसा ने अपने जीवन के दौरान पूरे भारत में एड्स, कुष्ठ और तपेदिक से मरने वाले गरीबों, जरूरतमंदों के लिए कई घर स्थापित किए। 2013 की रिपोर्ट के अनुसार मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने 130 देशों में 700 मिशनों का विस्तार किया है, जिससे जरूरतमंद और रोगग्रस्त सहायता मिल रही है ।
मदर टेरेसा ने जीवन भर गरीबो और लोगों को संकट से उबारने का काम किया। इसके लिए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। आज उन्हीं की जयंती पर जानें उनके कुछ प्रेरणादायक विचार।
1. खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते. लेकिन अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत होते है।
2. यदि जीवन दूसरों के लिए नहीं जिया गया तो वह जीवन नहीं है।
3. हम सभी महान कार्य नहीं कर सकते लेकिन हम अपने कार्यों को प्रेम से कर सकते हैं।
4. यह महत्वपूर्ण नहीं है आपने कितना दिया, बल्कि यह महत्वपूर्ण है की देते समय आपने कितने प्रेम से दिया।
5. आप दुनिया में प्रेम फैलाने के लिए क्या कर सकते हैं ? घर जाइये और अपने परिवार से प्रेम कीजिये।
6. कल जा चुका है, कल अभी आया नहीं है, हमारे पास तो केवल आज है, चलिए शरुआत करते हैं।
7. ईश्वर हमसे यह अपेक्षा नहीं करते कि हम सफल हों. वे तो केवल इतना ही चाहते हैं कि हम प्रयास करें।
8. अगर आप सौ लोगो को नहीं खिला सकते तो एक को ही खिलाइए।
9. जहां जाइये वहां प्यार फैलाइए, जो भी आपके पास आये वह और खुश होकर लौटे।
10. प्रेम के लिए भूख को रोटी के लिए भूख के मुकाबले हटाना ज्यादा मुश्किल काम है।