एशियन गेम्स: पुरुष हॉकी में भारत ने पाकिस्तान को 2-1 से हराया, ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा
By विनीत कुमार | Published: September 1, 2018 05:38 PM2018-09-01T17:38:50+5:302018-09-01T17:41:59+5:30
भारत का प्रदर्शन इस टूर्नामेंट में शानदार रहा लेकिन रोमांचक सेमीफाइनल में मिली हार ने उसके गोल्ड मेडल जीतने के सपने को तोड़ दिया था।
जकार्ता, 1 सितंबर: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शनिवार को तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में पाकिस्तान हराकर 18वें एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया। ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुए मैच में भारत ने पाकिस्तान को 2-1 से हराया। दक्षिण कोरिया के इंचियोन में 2014 में हुए एशियन गेम्स में फाइनल में पाकिस्तान को ही हराकर गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय टीम की ओर से आकाशदीप सिंह और मनप्रीत सिंह ने एक-एक गोल किये।
वहीं, पाकिस्तान की ओर से एकमात्र जवाबी गोल अतिक मोहम्मद ने दागा। आकाशदीप ने पहला गोल तीसरे मिनट में ही दागकर भारत को 1-0 की बढ़त दिला थी थी। इसके बाद चौथे क्वॉर्टर और खेल के 50वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर पर हरमनप्रीत ने भारत को 2-0 से आगे कर दिया। पाकिस्तान की ओर से जवाबी गोल 52वें मिनट में आया।
इस मैच में पाकिस्तान को 4 पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा सका। वहीं, भारत ने पूरे मैच में मिले 2 पेनल्टी कॉर्नर पर एक को गोल में तब्दील करने में कामयाब रहा।
भारत का प्रदर्शन इस पूरे टूर्नामेंट में शानदार रहा लेकिन रोमांचक सेमीफाइनल में मिली हार ने उसके लगातार दूसरी बार गोल्ड मेडल जीतने के सपने को तोड़ दिया। भारत को सेमीफाइनल में मलेशिया में पेनल्टी शूटआउट में 7-6 से हार का सामना करना पड़ा था जबकि पाकिस्तान को जापान ने 1-0 से हराकर खिताबी मुकाबले की दावेदारी से बाहर किया था।
पूल-ए में भारतीय टीम ने पहले मैच में इंडोनेशिया को 17-0 से हराया था। इसके बाद टीम दूसरे मैच में हांगकांग को 26-0 के बड़े अंतर से हराने में कामयाब रही थी। भारत ने अपने तीसरे पूल मैच में कोरिया को 5-3 और फिर चौथे मैच में श्रीलंका को 20-0 से मात दी थी।
18वें एशियन गेम्स से पहले तक मेंस हॉकी में भारत ने तीन गोल्ड मेडल (1966, 1998, 2014) और 9 सिल्वर जीते हैं। एशियन गेम्स में सबसे ज्यादा गोल्ड पाकिस्तान के नाम हैं। उसने 8 बार गोल्ड मेडल जीता है। इसमें सात बार तो फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को हराया है। मेंस हॉकी को पहली बार एशियन गेम्स में 1958 में शामिल किया गया था।