विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day) मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल 10 अक्टूबर को मनाया जाता है। डबल्यूएचओ के अनुसार 450 मिलियन लोग वैश्विक स्तर पर मानसिक विकार से पीड़ित हैं। विश्व के लोगों के मानसिक स्वास्थ्य देखभाल को यथार्थवादी बनाने के लिए वर्ष 1992 में इस दिवस की स्थापना की गई।
मानसिक विकार विश्व में रुग्ण-स्वास्थ्य और विकलांगता उत्पन्न करने वाला प्रमुख कारण हैं। हेल्दी डाइट का दिमाग पर सीध प्रभाव पड़ता है। आज इस अवसर पर हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं, जो दिमाग और याददाश्त को बेहतर बनाती हैं और उन पर बुरा असर भी डालती हैं।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई तेज दिमाग चाहता है। कई लोग मेमोरी तेज करने के लिए दवाओं का सेवन करते हैं। वैसे एक्सपर्ट्स दिमाग तेज करने के लिए मेंटल एक्सरसाइज करने और बेहतर डाइट की सलाह देते हैं। अगर आपको कुछ भी याद नहीं रहता है, तो इसका मतलब साफ है कि आपकी याददाश्त कमजोर है। इसके पीछे आपका खराब खानपान हो सकता है।
1) नट्स
अमेरिकन जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी के एक अध्ययन के अनुसार विटामिन ई से भरपूर चीजें खाने से सोचने-समझने की क्षमता में सुधार होता है। अखरोट और बादाम जैसे नट्स के अलावा एवोकैडो विटामिन ई का एक बड़ा स्रोत हैं। काजू और सूरजमुखी के बीज में एक एमिनो एसिड भी होता है जो सेरोटोनिन लेवल को बढ़ाकर तनाव को कम करता है। अखरोट ओमेगा 3 फैटी एसिड का एक बड़ा स्रोत है, जो आपके दिमाग को तेज करता है।
2) टमाटर
टमाटर एंटीऑक्सिडेंट लाइकोपीन से भरा होता है। एक रिसर्च में साबित हुआ है कि नियमित रूप से टमाटर के सेवन से डिमेंशिया के मरीजों में सुधार देखा गया है और इससे फ्री रैडिकल डैमेज से बचा जा सकता है।
3) ब्रोकोली
हरी सब्जियां एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी का भंडार हैं और इनमें ब्रोकली एक सुपरफूड है। ब्रोकोली एंटीऑक्सिडेंट का खजाना है और इससे कैंसर के खिलाफ प्रभावी जाना जाता है। इसमें विटामिन के भी होता है, जो सोचने-समझने की क्षमता को बेहतर करता है।
4) सोया
सोया प्रोटीन का भंडार है, जो मेमोरी से जुड़े न्यूरोट्रांसमीटर को बढ़ाता है। सोया प्रोटीन आइसोलेट प्रोटीन का एक केंद्रित रूप है जो पाउडर, तरल या पूरक रूप में पाया जा सकता है। सोया स्मृति और मानसिक लचीलेपन में सुधार के लिए बेहतर है, इसलिए अपनी डाइट में सोया दूध और सोयाबीन शामिल करें।
5) डार्क चॉकलेट
मेमोरी तेज करने के लिए आपको रोजाना डार्क चॉकलेट का सेवन करना चाहिए। डार्क चॉकलेट जिसमें 70 फीसदी नारियल हो, ब्रेन बूस्टर का काम करता है. कोको में फ्लैवोनॉयड्स पाया जाता है जो की एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं और यह दिमाग को स्वस्थ्य रखते हैं. यह मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है और उम्र बढ़ने से मस्तिष्क की कोशिकाओं को रोकता है।
याददाश्त बढ़ाने के अन्य उपाय -एक गिलास पानी लीजिये और 5-7 बादाम के लेगे पानी में गला दे। रातभर रखे रहने दे फिर सुबह उठ कर बादाम के छिलके को निकल ले और बारीक पेस्ट बना लें। इस पेस्ट में 2 चम्मच शहद मिलाकर इस पेस्ट को एक गिलास दूध में मिलकर पियें।
- दिमाग को तेज़ करने के लिए 20 ग्राम अखरोट और 10 ग्राम किशमिश को रोजाना खाएं। इससे आपका दिमाग बहुत तेज हो जायेगा। और गर्मी के दिनों में आप इस उपाय को कम कर दें। क्योकि ये गर्मी करता है। इसलिए गर्मी के दिनों में इनका सेवन कम ही करना चाहिए।
- 5 से 7 काली मिर्च लीजिये और उसमे 25-30 ग्राम मक्खन और मिश्री मिला लें और फिर खाएं। इससे आपके दिमाग की कमजोरी दूर हो जाती है और काम में मन लगने लगता है।
इन चीजों को खाने से बचें
1) सीफूड्स
सीफूड्स में मर्करी की मात्रा अधिक होती है जिस वजह से इसे काग्निटिव डिस्फंगक्शन यानी सोचने समझने के साथ जोड़ा गया है। इन्टेगरेटिव मेडिसीन जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, हफ्ते में तीन से ज्यादा बार टूना मछली और अन्य मछली खाने वालों को काग्निटिव डिस्फंगक्शन का खतरा अधिक होता है।
2) मीठी चीजें
अध्ययन के अनुसार, लंबे समय तक मीठी चीजें खाने ना केवल न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम का खतरा होता है बल्कि आपकी मेमोरी पर भी असर पड़ सकता है। मीठे से सीखने और ध्यान केंद्रित करने में भी मुश्किल होती है।
3) ट्रांस फैट
एक अध्ययन के अनुसार, अधिक ट्रांस फैट खाने से शब्दों को याद करने में कठिनाई हो सकती है। ट्रांस फैट का इस्तेमाल अधिकतर नकली मक्खन, स्नैक्स फूड्स और बेक्ड फूड्स में किया जाता है।
क्या आपको कुछ भी याद नहीं रहता है? क्या आपकी याददाश्त कमजोर है? आपको बता दें कि इसके पीछे आपका खराब खानपान हो सकता है। वैसे खाने की कुछ चीजों मेमोरी बढ़ती है लेकिन कुछ फूड्स ऐसे भी हैं जिनसे आपका दिमाग कमजोर हो सकता है। इसलिए अगर आपको अपनी याददाश्त में सुधार करने के लिए इन चीजों को खाने से बचना चाहिए।
4) नमकीन
अध्ययन के अनुसार, नमकीन पदार्थ ना केवल आपके दिल के लिए सही हैं बल्कि इनमें मौजूद सोडियम की उच्च मात्रा से याददाश्त भी प्रभावित हो सकती है और आपके सोचने की क्षमता कम हो सकती है।
5) सैचुरेटेड फैट
जर्नल न्यूरो साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, अधिक मात्रा में सैचुरेटेड फैट खाने से याददाश्त पर असर पड़ सकता है। इसलिए आपको चीज़ से भरपूर पिज्जा और पास्ता जैसी चीजें खाने से बचना चाहिए।