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हेल्थ टिप्स : बवासीर, काली खांसी, अस्थमा, गठिया, सूजन जैसी पुरानी से पुरानी बीमारी का इलाज है ये आयुर्वेदिक पौधा

By उस्मान | Updated: December 26, 2020 12:52 IST

इस पौधे के इस्तेमाल रक्‍तस्राव को रोकने, ब्रोंकाइटिस के उपचार, गले की बीमारियों, अल्‍सर के उपचार में भी किया जाता है

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ठळक मुद्देकई गुणों से भरपूर है यह आयुर्वेदिक पौधाआंखों की सूजन कम करने में है मददगारयूरिक एसिड लेवल कम करता है यह हरा पौधा

आपके आसपास ऐसे कई पेड़-पौधे हैं जिनका इस्तेमाल कई प्रकार की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। ऐसा ही एक पौधा है अडूसा, जिसे वसाका के नाम से भी जाना जाता है। अडूसा एक औषधीय जड़ी बूटी है जिसके अनगिनत स्वास्थ्य फायदे हैं। 

बताया जाता है कि इसका इस्तेमाल आयुर्वेद चिकित्‍सा, होम्‍योपैथी और यूनानी उपचार में व्‍यापक रूप से किया जाता है। यह पौधा स्किन इन्फेक्शन, अस्‍थमा, अपच, बवासीर, गले के दर्द, मसूड़ों की समस्‍या और खांसी से निजात दिला सकता है। 

अडूसा पौधे की सभी भाग जिनमें पत्‍ते, जड़, फूल और पूरे पौधे का उपयोग किया जाता है। इसकी पत्तियों में अलकोलाइड, टैनिन, सैपोनिन, फ्लैवोनोइड्स और फिनोलिक्‍स जैसे फाइटो रसायन होते हैं। चलिए जानते हैं यह पौधा किस-किस रोग में आपकी मदद कर सकता है।  

अस्थमा इस पौधे में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जिस वजह से यह औषधीय पौधा अस्‍थमा से राहत दिला सकता है। यह वायुमार्ग और फेफड़ों की सूजन को कम करने में मदद करता है। 

सांस फूलनाइसके फल में वाइसिसिन यौगिक ब्रोंकोडाइलेटर होते हैं, जो सांस फूलने की प्रक्रिया को कम करते हैं। अस्थमा में अडूसा के फायदे लेने के लिए 5-5 मिली अडूसा के पत्तों का रस शहद के साथ 2.5 मिली अदरक का रस मिलाकर सेवन करें।

बवासीर इसके औषधीय गुणों की वजह से इसका इस्तेमाल पुरानी बवासीर से राहत पाने के लिए भी किया जा सकता है। बवासीर से छुटकारा पाने के लिए आपको अडूसा की पत्तियों का रस और इसका रस चूर्ण का इस्तेमाल करना चाहिए।

सिर दर्दअडूसा में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो सिरदर्द में आराम पहुंचाते हैं। इसके छाया में सूखे हुए फूलों को पीस लें, 1-2 ग्राम फूल के चूर्ण में समान मात्रा में गुड़ मिलाकर खिलाने से सिरदर्द से आराम मिलता है।

गठियागठिया एक ऐसी समस्या है जो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा अधिक होने की वजह से भी होती है। इस पौधे में मौजूद पोषक तत्‍व शरीर में यूरिक एसिड के स्‍तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। जिससे आपको गठिया के दर्द और सूजन से छुटकारा मिल सकता है।

आंखों की सूजन अगर किसी बीमारी के साइड इफेक्ट के कारण या दिन भर कंप्यूटर पर काम करने के वजह से आंखों में सूजन हुआ है तो वसाका का औषधीय गुण बहुत काम आता है. वसाका के 2-4 ताजे फूलों को गर्म कर आंख पर बांधने से आंख के गोलक की सूजन कम होती है।

कोलेस्ट्रॉल  डायबिटीज और हार्ट के मरीजों को कोलेस्ट्रॉल की चिंता रहती है। ऐसे लोगों के लिए अडूसा उपयोगी है यह एलडीएल (बैड कोलेस्ट्रॉल) को कम करके एचडीएल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) के लेवल को सुधारता है।

अडूसा वसाका की पत्तियों में नॉन-स्‍टेरॉयड एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। इसकी वजह से अडूसा की पत्तियों का इस्तेमाल करने से अल्‍सर की सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है। वासा का उपयोग पेप्टिक अल्‍सर को ठीक करने में भी किया जा सकता है।

इन रोगों का भी कर सकता है उपचारइसके अलावा आप इस पौधे के इस्तेमाल खांसी के इलाज, मसूड़ों के रक्‍तस्राव को रोकने, ब्रोंकाइटिस के उपचार, गले की बीमारियों, अल्‍सर के उपचार, अपच से राहत पाने, त्‍वचा और मासिक धर्म की समस्‍याओं से राहत पाने के लिए भी कर सकते हैं। आपको इसके इस्तेमाल से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए।   

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