लाइव न्यूज़ :

ये हैं 10 सबसे ज्यादा दर्दनाक बीमारियां, मरीज को चौबीसों घंटे तड़पाती है तीसरे नंबर की बीमारी, ऐसे बचें

By उस्मान | Updated: April 15, 2019 16:35 IST

Health tips in Hindi: नेशनल हेल्थ सर्विस ने दुनिया की सबसे दर्दनाक बीमारियों की लिस्ट तैयार की है। इनमें से एक भी बीमारी व्यक्ति के जीवन को नरक से बदतर कर सकती है। माइग्रेन, गठिया और किडनी की पथरी भी इनमें शामिल हैं।

Open in App

सर्दी-जुकाम से लेकर कैंसर तक सभी छोटी-बड़ी बीमारियां इंसान के जीवन को प्रभावित करती हैं। इंग्लैंड की मेडिकल संस्था 'नेशनल हेल्थ सर्विस' की एक रिपोर्ट के अनुसार कुछ ऐसी बीमारियां भी हैं, जो दुनिया की सबसे दर्दनाक बीमारियों की लिस्ट में शामिल हैं। इनमें से कोई बीमारी अगर एक बार किसी इंसान को हो जाए, तो उसके जीवन नर्क से बदतर कर देती हैं। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन के अनुसार, दुनियाभर में हर साल लाखों लोग इन बीमारियों से पीड़ित होते हैं। 

1) कंधे की अकड़न (फ्रोजन शोल्डर)   यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति के कंधे के जोड़ में अकड़न, दर्द और कठोरता आ जाती है। इससे पीड़ित का छोटे-छोटे काम करना यहां तक कि हिलना तक दुश्वार हो जाता है। यह स्पष्ट नहीं है कि इसका का क्या कारण है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि कंधे में चोट लगने से ऐसा हो सकता है। डायबिटीज के मरीजों को इसका अधिक खतरा होता है।

2) क्लस्टर हेडेकइस स्थिति में आपको सिर के एक तरफ तेज दर्द हो सकता है। खासकर पीड़ित को आंख के आसपास दर्द महसूस होता है। मुसीबत यह है कि सिरदर्द जल्दी और बिना किसी चेतावनी के आता है। यह दर्द हमेशा तेज होता है। दर्द इतना बुरा हो सकता है कि पीड़ित एक मिनट में ही बुरी तरह तड़पता उठता है। 

3) किडनी की पथरीकिडनी की पथरी सामग्री के ठोस टुकड़े होते हैं जो किडनी में बनते हैं। जब किसी व्यक्ति के पेशाब में ज्यादा खनिज मौजूद होते हैं, टी वो पथरी का रूप लेते हैं। पीड़ित व्यक्ति को पीठ, बाजू और पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द का अनुभव हो सकता है।

4) अपेंडिसाइटिसअपेंडिसाइटिस एक बीमारी है जिसे लोग आम भाषा में अपेंडिक्स कहते हैं। इस बीमारी में अपेंडिक्स में सूजन आ जाती है। अपेंडिक्स आंत का एक टुकड़ा होता है। इसके मरीज को पेट में कभी-कभी तेज दर्द उठता है। यदि यह फट जाता है, तो यह एक तत्काल ऑपरेशन की आवश्यकता होती है। इसका दर्द ऊपरी या निचले पेट में धीरे-धीरे होता है और बढ़ता चला जाता है।

5) पेट का अल्सरपेट में अल्सर होना सिर्फ तकलीफदेह ही नहीं बल्कि बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। इस समस्या का पता चलते ही तुरंत इसका उपचार शुरू करना बेहद जरूरी है अन्यथा यह आंतों में कैंसर भी पैदा कर सकता है। इसकी चपेट में आता है उसका लगभग जीना मुश्किल हो जाता है। यह पाचन रस को पेट की गुहा में लीक करने की अनुमति देता है, जिससे गंभीर दर्द होता है।

6) सिकल-सेल रोगसिकल सेल रोग से दर्द सामान्य रूप से हड्डियों और जोड़ों में होता है और एक सप्ताह तक रह सकता है। यह एक बीमारी है, जो बच्चे में अपने माता या पिता या दोनों से आनुवंशिक रूप से आती है। इस बीमारी में खून में पर्याप्त संख्या में लाल रक्त कोशिकाएं (आरबीसी/ रेड ब्लड सैल्स) नहीं होतीं। 7) गठियायह सबसे आम पुरानी स्थितियों में से एक है। गठिया जोड़ों में दर्द का कारण बनता है, सबसे अधिक कूल्हों, घुटनों, कलाई और उंगलियों में दर्द होता है। इस रोग में जोड़ों में गांठें बन जाती हैं और शूल चुभने जैसी पीड़ा होती है। इसकी सबसे बड़ी वजह है शरीर में में यूरिक एसिड का बढ़ना।  इस बीमारी में जोड़ों में दर्द होता है और जोड़ों को घुमाने, मोड़ने, हिलाने और हरकत करने में मुश्किल होती है।

8) माइग्रेनमाइग्रेन एक जटिल विकार है जिसमें बार-बार मध्यम से गंभीर सिरदर्द होता है और अक्सर इसके साथ कई स्वैच्छिक तंत्रिका तंत्र से संबंधित लक्षण भी होते हैं। आमतौर पर सिरदर्द एक हिस्से को प्रभावित करता है और इसकी प्रकृति धुकधुकी जैसी होती है जो 2 से लेकर 72 घंटों तक बना रहता है। हालांकि माइग्रेन का मुख्य लक्षण सिरदर्द ही है, मगर ये सामान्य सिरदर्द से काफी अलग होता है। आमतौर पर माइग्रेन में सिर के दाएं हिस्से दर्द या बाएं हिस्से में दर्द होता है। 

9) दिल का दौराहार्ट अटैक के दौरान दर्द अक्सर छाती के केंद्र में शुरू होता है। इससे छाती में अकड़न, भारीपन और तेज दर्द होता है। यह दर्द जबड़े, गर्दन, पीठ,  बाजुओं और पेट तक फैल सकता है। अमेरिका में लगभग 735,000 लोगों को हर साल दिल का दौरा पड़ता है।

10) फाइब्रोमायल्जियायह एक ऐसी स्थिति है जो दो से चार प्रतिशत लोगों को प्रभावित करती है, जिसमें महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक प्रभावित होती हैं। यह पूरे शरीर में दर्द का कारण बनता है, सामान्य रूप से गर्दन, कंधे, पीठ के निचले हिस्से, कूल्हों, कोहनी, घुटनों और पिंडलियों में। दर्द आमतौर पर सुबह में बदतर होता है।

इस बात का रखें ध्यान

ऊपर बताई गई बीमारियों के लक्षणों में से अगर कोई भी महसूस हो, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. समय पर सही इलाज नहीं कराने से स्थिति और ज्यादा खतरनाक हो सकती है।

टॅग्स :हेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंट
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्य1,738 पुरुषों की जांच, क्या दवा हिंसा और घरेलू हिंसा को कम कर सकती?, देखिए रिपोर्ट में बेहद दिलचस्प खुलासा

स्वास्थ्यUP: 972 सीएचसी और 3735 पीएचसी में वेंटिलेटर बेड नहीं, मरीजों को हो रही दिक्कत

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार