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डायबिटीज और हार्ट अटैक जैसी 3 जानलेवा बीमारियों से बचना है तो आज ही से शुरू कर दें ये काम

By उस्मान | Updated: December 2, 2019 10:50 IST

वजन घटाकर टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसे हृदय रोगों के दीर्घकालिक जोखिम को काफी कम किया जा सकता है। 

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ठळक मुद्देवजन घटाकर डायबिटीज, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम हो सकता है कमजीवनशैली में बदलाव करने से नहीं पड़ेगी दवाओं की जरूरत

डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है। खराब जीवनशैली के चलते यह बीमारी तेजी से लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है।इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बढ़ गया है लेकिन कुछ वजन कम करके हम इन रोगों के खतरों को कम कर सकते हैं। कुछ वजन घटाकर टाइप 2 डायबिटीज के साथ जीवन व्यतीत करने वाले लोगों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसे हृदय रोगों के दीर्घकालिक जोखिम को काफी कम किया जा सकता है। 

कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के एक शोध में यह जानकारी निकलकर आई है। ‘डायबिटोलॉजी जर्नल’ में प्रकाशित इस अध्ययन में इंग्लैंड के 725 श्वेत, अधिक वजन वाले वयस्क प्रतिभागियों को शामिल किया गया। अध्ययन में पाया गया कि समुचित ढ़ंग से वजन को नियंत्रित करके हृदयाघात और स्ट्रोक जैसे हृदय संबंधी रोगों (सीवीडी) के जोखिम को काफी कम किया जा सकता है।

ब्रिटेन में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में पोस्टडॉक्टोरल सदस्य जीन स्ट्रेलित्ज़ ने कहा, ‘‘हमारे अध्ययन में, हमने देखा कि टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित कम से कम पांच प्रतिशत वजन कम करने वाले लोगों में अपना वजन बरकरार रखने वाले लोगों की तुलना में सीवीडी का 48 प्रतिशत कम खतरा था।’’ 

शोध में हिस्सा लेने वाले लोगों का वजन मधुमेह का पता लगने के दौरान और फिर उसके एक वर्ष बाद मापा गया। स्ट्रेलित्ज़ ने आगाह किया कि अध्ययन से यह संकेत नहीं मिलता है कि जीवनशैली में बदलाव सीवीडी के इलाज या रोकथाम के लिए मधुमेह रोगियों द्वारा ली जाने वाली दवाओं की जगह ले सकते हैं। 

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे अध्ययन में ऐसा कोई सबूत नहीं मिलता है कि जीवनशैली में बदलाव मधुमेह की दवाओं का स्थान ले सकते हैं।’’ स्ट्रेलित्ज ने बताया, ‘‘हालांकि हमारे शोध से पता चलता है कि टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोगों को मधुमेह के निदान के बाद सीवीडी का दीर्घकालीन खतरा कम करने में वजन कम करने से कुछ फायदा हो सकता हैं।’’

डायबिटीज से बचने के अन्य तरीके

1) बेहतर डाइट है जरूरी

सही समय पर सही आहार जैसे फलों, सब्जियों और अनाज का सेवन बेहद फायदेमंद है। इसके अलावा आपको लंबे समय तक खाली पेट रहने से बचना चाहिए। 

2) पर्याप्त नींद

आपको रोजना कम से कम आठ घंटे सोना चाहिए। देर रात तक जागने और सुबह देर तक सोने से डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की संभावना बढ़ती है। 

3) रोजाना एक्सरसाइज करें

खराब लाइफस्टाइल डायबिटीज के मुख्य कारणों में से एक है। रोजाना कम से कम 30-45 मिनट एक्सरसाइज करना डायबिटीज से बचने के लिए बहुत जरूरी है।

4) तनाव से बचें

तनाव आज हर किसी के जीवन का जरूरी हिस्सा बन गया है। मनोरंजक एवं सामाजिक गतिविधियों द्वारा खुद को तनाव से दूर रखने की कोशिश करें। तनाव के दौरान स्मोकिंग करने से डायबिटीज की संभावना और अधिक बढ़ जाती है।

डायबिटीज की मरीज इन बातों का रखें ध्यान

1) अपने ग्लूकोज लेवल की जांच करें। भोजन से पहले यह 100 और भोजन के बाद 125 से ज्यादा है तो सतर्क हो जाएं। हर तीन महीने पर HbA1c टेस्ट कराते रहें ताकि आपके शरीर में शुगर के सही लेवल का पता चलता रहे।2) रोजाना कुछ फिजिकल एक्टिविटी करें। अगर आप जिम नहीं जाना चाहते हैं, तो दिन में तीन से चार किलोमीटर तक वॉल्किंग या फिर योग करें।3) स्मोकिंग और अल्कोहल का सेवन कम कर दें या संभव हो तो बिल्कुल छोड़ दें। 4) कम कैलोरी वाली चीजें खाएं। मीठा खाने से बचें। 5) तनाव से बचें और रात को पर्याप्त नींद लें। तनाव कम करने के लिए ध्यान लगाएं या संगीत सुनें।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ) 

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