post COVID symptoms: खतरा अभी टला नहीं... अभी भी दिख रहे पेट से जुड़े 5 गंभीर लक्षण, तुरंत करें ये 5 काम

By उस्मान | Published: June 19, 2021 11:16 AM2021-06-19T11:16:50+5:302021-06-19T11:23:08+5:30

कोरोना का प्रकोप बेशक कम हुआ है लेकिन खतरा टला नहीं है, सतर्क रहें

post COVID symptoms: 5 digestive issues you can experience after recovering COVID-19 | post COVID symptoms: खतरा अभी टला नहीं... अभी भी दिख रहे पेट से जुड़े 5 गंभीर लक्षण, तुरंत करें ये 5 काम

कोरोना के बाद के लक्षण

Highlightsकोरोना का प्रकोप बेशक कम हुआ है लेकिन खतरा टला नहीं है, सतर्क रहेंपाचन से जुड़ी समस्याएं नहीं छोड़ रही पीछाकिसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें

कोरोना वायरस का प्रकोप भले ही कम हो गया है लेकिन इसके दुष्प्रभाव अभी कम नहीं हुए हैं। यह खतरनाक वायरस ठीक होने के बाद भी मरीजों का पीछा नहीं छोड़ रहा है। कोरोना वायरस शुरू से श्वसन तंत्र के अलावा पाचन स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर रहा है। हैरानी की बात यह है कि यह समस्याएं ठीक होने के बाद भी बनी हुई हैं। 

मरीजों को रही है पाचन तंत्र की समस्या

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बहुत से लोग कोरोना से ठीक होने के बाद पेट की जटिलताओं की शिकायत कर रहे हैं। इस तरह के लक्षणों को लॉन्ग कोविड लक्षण कहा जाता है। 

एक बार जब SARs-COV-2 वायरस शरीर में प्रवेश कर जाता है, तो यह पाचन तंत्र में मौजूद सभी स्वस्थ कोशिकाओं को नष्ट कर देता है। डेटा से पता चलता है 53% रोगी अपनी बीमारी के दौरान कम से कम एक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण से पीड़ित थे। इतना ही नहीं, ठीक होने वाले और बीमारी का इलाज करा रहे मरीजों में यह लक्षण दिख रहे हैं।

ठीक हुए कोरोना रोगियों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण

थकान, गंध और स्वाद की भावना में कमी और खांसी कोरोना के कुछ सामान्य लक्षण हैं। अगर आपको अभी भी पाचन संबंधी समस्याएं हैं, तो उनके इलाज में अपने डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए। इन लक्षणों में शामिल हैं-

- जी मिचलाना और दस्त
- भूख में कमी
- पेट में ऐंठन
- एसिड रिफ्लक्स 
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सूजन और रक्तस्राव

आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हल्के से गंभीर जटिलताओं तक जा सकती हैं। इससे बचाव के लिए उचित आहार का पालन करना और ऐसी किसी भी चीज से बचना महत्वपूर्ण है जो आपकी परेशानी को बढ़ा दे।

- अच्छी तरह से पका हुआ, संतुलित आहार लें, जिसमें ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल हों जो आपके शरीर को ठीक करने, ठीक होने और वापस सहनशक्ति बनाने में मदद करें। हाइड्रेटेड रहना भी एक और महत्वपूर्ण कारक है जिसे आप मिस नहीं कर सकते।

- अपने आहार में प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स शामिल करें। प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो आंत के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं।

- आप ओआरएस और सप्लीमेंट ले सकते हैं, जो पाचन तंत्र में संतुलन वापस लाने और कार्यों को बनाए रखने में मदद करते हैं।

- प्रोसेस्ड और ऑयली फूड्स के सेवन से परहेज करें। इसके बजाय कुछ प्रकार के कार्ब्स, प्रोटीन, फाइबर और अन्य महत्वपूर्ण खनिजों से युक्त समय पर भोजन खाने पर ध्यान दें।

भारत में कोविड-19 के 60,753 नए मामले आए 

देश में एक दिन में कोविड-19 के 60,753 नए मामले आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2,98,23,546 हो गयी है, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 7,60,019 हो गयी है जो 74 दिनों में सबसे कम है। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 1,647 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 3,85,137 हो गयी है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 2.55 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 96.16 प्रतिशत है। 

मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को कुल 19,02,009 नमूनों की जांच की गई और इसके साथ ही देश में अब तक कुल 38,92,07,637 नमूनों की जांच हो चुकी है। संक्रमण की दैनिक दर 2.98 प्रतिशत दर्ज की गई। यह लगातार 12वें दिन पांच प्रतिशत से कम है। 

साप्ताहिक संक्रमण दर भी गिरकर 3.58 प्रतिशत हो गयी है। आंकड़ों के मुताबिक, स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या लगातार 37वें दिन संक्रमण के नए मामलों से अधिक है। इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 2,86,78,390 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.29 प्रतिशत है। देश में टीकाकरण अभियान के तहत अब तक कोविड-19 रोधी 27,23,88,783 खुराक दी जा चुकी है। 

Web Title: post COVID symptoms: 5 digestive issues you can experience after recovering COVID-19

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