मलेरिया से बचने के उपाय : पिछले साल मलेरिया से 4,09,000 लोगों की मौत, जानें मलेरिया से बचने के 8 घरेलू उपाय
By उस्मान | Published: December 1, 2020 12:10 PM2020-12-01T12:10:17+5:302020-12-01T12:14:51+5:30
मलेरिया के इलाज और रोकथाम के उपाय : ध्यान रहे इस मौसम में मलेरिया का अधिक खतरा होता है, थोड़ी भी लापरवाही जान का खतरा बन सकती है
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्यूएचओ) ने कहा है कि पिछले साल मलेरिया से 4,09,000 लोगों की मौत हुई , जबकि 2018 में इससे 4,11,000 लोगों की मौत हुई थी। 'विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2020' के अनुसार 2019 में दुनियाभर में मलेरिया के 22।9 करोड़ मामले सामने आए।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने रिपोर्ट में कहा, 'दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों ने काफी प्रगति दिखाई है, यहां मामलों और मौत के मामलों में क्रमश: 73 प्रतिशत और 74 प्रतिशत गिरावट आई है।
उन्होंने कहा, 'भारत में मलेरिया के मामलों में सबसे अधिक गिरावट आई है, जहां मामले दो करोड़ से गिरकर 60 लाख हो गए हैं। उसने कहा कि क्षेत्र में मलेरिया के मामलों में 73 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है, जहां 2000 में 2.3 करोड़ मामले थे, जो 2019 में अब 63 लाख हो गए।
भारत में मलेरिया से होने वाली मौत के मामले में भी गिरावट आई है। रिपोर्ट के अनुसार मलेरिया से 2000 में 29,500 लोगों की मौत हुई, जबकि पिछले साल इससे 77,00 लोगों की मौत हुई थी। उसके अनुसार हालांकि अब भी दक्षिण-पूर्व एशिया में मलेरिया के 88 प्रतिशत मामले भारत से हैं और मौत के मामले भी 86 प्रतिशत यहीं से हैं।
मलेरिया के इलाज के लिए घरेलू उपाय
अदरक
अदरक इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करता है। जिससे आपको इन्फेक्शन से लड़ने की ताकत मिलती है और रोग से जल्दी आराम मिलता है। अदरक में सक्रिय घटक जिंजरोल होता है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, यही वजह है कि अदरक को मलेरिया समेत कई बीमारियों के इलाज के लिए सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपचारों में से एक माना जाता है।
दालचीनी
एक गिलास पानी में एक चम्मच दालचीनी, एक चम्मच शहद और आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर मिलाकर अच्छी तरह से उबालें और फिर ठंडा होने पर इसे पिएं। मलेरिया बुखार होने पर यह लाभकारी नुस्खा है। इसके अलावा गरम पानी में नींबू का रस मिलाकर पीने से भी फायदा होता है।
गिलोय
मलेरिया और डेंगू के इलाज के लिए गिलोय एक बेहतर उपाय है। गिलोय की गोली या काढ़ा बनाकर दिन में 3-4 बार सेवन करने से आराम मिलता है। गिलोय, तुलसी,काली मिर्च और पपीते के पत्तों को उबालकर या रात में मिट्टी के बर्तन में भिगोकर सुबह छानकर पीएं। बुखार में राहत मिलेगी।
तुलसी के पत्ते
कुछ तुलसी के पत्ते और काली मिर्च को पीसकर शहद के साथ सुबह-शाम लेने से बुखार में कमी आती है। मलेरिया में पीड़ित को नींबू में काली मिर्च और सेंधा नमक या सेब पर काली मिर्च और सेंधा नमक छिड़क कर खिलाने से लाभ होता है।
इन बातों का भी रखें ध्यान
हर मौसम में खुद को हमेशा हाइड्रेट रखें, अगर आप हाइड्रेट रहेंगे तो मलेरिया से बच सकते हैं। बदलते मौसम में शरीर गर्म रहता है, ऐसे में नॉर्मल रखने के लिए अधिक से अधिक पानी पिएं।
शाम के समय पार्क या फिर बाहर निकलना लोगों को खूब पसंद है। लेकिन आपको पता है इस वक्त मच्छर होने की संभावना अधिक है। साथ ही कचड़ा या गंदगी वाले स्थान पर न जाए।
मानसून के वक्त पनपने वाले मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल जरूर करें। रात के अलावा अगर आप दिन में सो रहे हैं तो भी मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
बारिश के मौसम में पानी को खुले स्थानों पर इकट्ठा न होने दें। घर के आसपास नालियों की साफ-सफाई रखें और कूलर को भी साफ करते रहें। इससे मच्छरों को पनपने से रोक सकते हैं।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)