हर साल 21 मई को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस मनाया जाता है। यह दिन मुख्य रूप से चाय की खपत बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि चाय का औषधीय महत्व है और इसमें लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने की क्षमता है। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने साल 2019 में दुनिया के सबसे पुराने पेय पदार्थों में से एक चाय के महत्व को मान्यता दी।
एक्सपर्ट मानते हैं कि कुछ चीजों का चाय के साथ सेवन जहर के समान होता है। वास्तव में चाय और उसके साथ खाई जाने वाली चीजों में ऐसे घटक होते हैं, जो शरीर में विटामिन्स और मिनरल्स के अवशोषण में बाधा पैदा करते हैं, जिससे आपको खून की कमी, कब्ज, बवासीर और यहां तक कि आयोडीन की कमी हो सकती है। चलिए जानते हैं कि चाय के साथ किन-किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
अंडाकई लोग अंडे के साथ चाय पीना पसंद करते हैं। आपको बता दें कि यह कॉम्बिनेशन धीरे-धीरे आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसका कारण यह है कि चाय की पत्तियों में मौजूद टैनिक एसिड अंडे के प्रोटीन के साथ मिलकर टैनिक एसिड प्रोटीन कंपाउंड का निर्माण करता है, जो पेरिस्टैल्सिस के कामकाज को धीमा कर देता है और आंतों के मार्ग में मल के भंडारण के समय को बढ़ा देता है, जिससे कब्ज होता है और बवासीर का खतरा बढ़ जाता है।
आयरन और प्रोटीन वाली चीजेंआयरन और प्रोटीन भरपूर चीजों का चाय के साथ सेवन नहीं किया जाना चाहिए। चाय में टैनिन होता है जिसकी वजह से चाय का रंग भूरा होता है। इसी तरह ग्रीन टी में कैटेचिन और फ्लेवोनोइड होते हैं, जो टैनिन के अन्य रूप हैं। यह सभी तत्व शरीर में प्रोटीन और आयरन के अवशोषण को रोक सकते हैं।
हरी सब्जियांहरी सब्जियों में गोइट्रोगन्स घटक पाया जाता है और यह घटक थायरॉयड ग्रंथि द्वारा आयोडीन के अवशोषण में हस्तक्षेप करता है जिससे आपको आयोडीन की कमी हो सकती है। आपको बता दें कि गोभी, फूलगोभी, मूली, सरसों, ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, शलजम और सोयाबीन जैसी सब्जियों में गोइट्रोगन्स होते हैं।
सेरियल्सआजकल लोग नाश्ते में धड़ल्ले से बाजार में मिलने वाले विभिन्न तरह के सेरियल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। आपको बता दें कि अनरिफाइंड सेरियल्स में फाइटेट की मात्रा अधिक होती है, जो बीज के अंकुरण के समय फॉस्फोरस के स्रोत के रूप में कार्य करता है। लेकिन सेरियल्स में आयरन, जिंक, कैल्शियम और मैग्नीशियम भी होते हैं। शोध से पता चलता है कि फाइटेट का लेवल बढ़ने से एनीमिया और जिंक की कमी का खतरा हो सकता है।
मीठे बिस्कुटचाय के साथ मीठे बिस्कुट खाने से आपकी सेहत बिगड़ सकती है। चीनी का जरूरत से ज्यादा सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देता है। खान-पान में शुगर की ज्यादा मात्रा से त्वचा पर भी प्रभाव पड़ता है। चेहरे पर मुंहासे का आना या जल्दी झुर्रियां पड़ने की एक वजह यह भी हो सकती है। खाने में शुगर की कम मात्रा हमेशा कम रखनी चाहिए।