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बवासीर का इलाज : रात में केले के दो टुकड़ों पर कत्था छिड़क कर सुबह खा लेना, ये 10 घरेलू उपाय भी हैं असरदार

By उस्मान | Updated: January 10, 2020 17:17 IST

ऐसा माना जाता है कि बवासीर का सही समय और सही इलाज नहीं कराने से यह कैंसर का कारण का बन सकती है। कई घरेलू उपायों से इस रोग में काफी हद तक राहत मिल जाती है।

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अगर आपको अक्सर कब्ज, अपच, बार-बार मल आना, गुदा पर पसीना आना, मलाशय में कुछ अटकने या गांठ का बनना, मलाशय में दर्द होना, मल में खून आना, गुदा में खुजली होना, मल से बदबू आना आदि में से कुछ भी लक्षण महसूस होता है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। क्योंकि यह लक्षण बवासीर के हो सकते हैं जिसमें तुरंत इलाज की जरूरत होती है। 

खराब खान-पान और बिगड़ती जीवनशैली की वजह से बवासीर एक आम समस्या बन गई है। बवासीर दो तरह की होती है खूनी बवासीर और बादी बवासीर। बादी बवासीर में रोगी के गुदा के आस-पास एक या उससे अधिक मस्से होने लगते हैं। इन मस्सों में खुजली, जलन और दर्द हो सकता है जबकि खूनी बवासीर में मस्से गुदे के अंदर होते हैं और मल त्याग के समय जोर लगाने पर दर्द के साथ खून आने लगता है।

ऐसा माना जाता है कि बवासीर का सही समय और सही इलाज नहीं कराने से यह कैंसर का कारण का बन सकती है। कई घरेलू उपायों से इस रोग में काफी हद तक राहत मिल जाती है। हम आपको बवासीर के इलाज के लिए कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं जिनसे आपको फायदा हो सकता है। अगर इन घरेलू नुस्‍खों का प्रयोग करने के बाद भी बवासीर ठीक न हो तो चिकित्‍सक से संपर्क अवश्‍य कीजिए। 

बवासीर के लिए घरेलू उपाय

1) खूनी बवासीर में नींबू बीच में से काटकर उसमें लगभग 4-5 ग्राम कत्‍था पीसकर डाल दीजिए। इन दोनों टुकड़ों को रात में छत पर खुला रख दीजिए। सुबह उठकर दोनों टुकड़ों को चूस लीजिए। इस प्रयोग को पांच दिन तक कीजिए। पाइल्‍स में फायदा होता है।  

2) नीम के छिलके सहित निंबौरी के पाउडर को प्रतिदिन 10 ग्राम रोज सुबह रात में रखे पानी के साथ सेवन कीजिए, इससे फायदा होगा। लेकिन यह ध्‍यान रहे कि इस नुस्‍खे को अपनाते वक्‍त आपके खाने में देशी घी होना चाहिए।

3) खूनी बवासीर में खून को रोकने के लिए 10 से 12 ग्राम धुले हुए काले तिल को ताजा मक्खन के साथ लीजिए। इसे लेने से भी बवासीर में खून आना बंद हो सकता है।

4) जीरे को पीसकर मस्‍सों पर लगाने से फायदा मिलता है, इसके साथ ही जीरे को भूनकर मिश्री के साथ मिलाकर चूसने से फायदा मिलता है।

5) आंवला पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। बवासीर की समस्‍या होने पर आंवले के चूर्ण को सुबह-शाम शहद के साथ पीने से फायदा होता है।

6) जंगली गोभी भी बवासीर के लिए बहुत फायदेमंद है। जंगली गोभी को घी में पकाकर उसमें सेंधा नमक डालकर आठ दिन रोटी के साथ खाइए। इससे बवासीर ठीक होता है।

7) गुड़ के साथ हरड खाने से बवासीर ठीक होता है। हर रोज दही और छाछ खाने से बवासीर होने की संभावना कम होती है और बवासीर में फायदा भी होता है।

8) पके हुए केले को दो टुकड़ों में काटकर उसपर कत्‍था पीसकर छिड़क दीजिए। इन टुकड़ों को रात में खुले आसमान में रख दीजिए। सुबह उठकर केले के टुकड़ों को खाइए। इस क्रिया को एक हफ्ते तक कीजिए, बवासीर ठीक हो सकता है।

9) लगभग 50 ग्राम बड़ी इलायची को तवे पर रखकर भूनते हुए जला लीजिए। ठंडी होने के बाद इस इलायची को पीस लीजिए। रोज सुबह इस चूर्ण को पानी के साथ खाली पेट लेने से बवासीर ठीक हो सकती है।

10) नियमित त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से कब्ज की समस्या दूर हो सकती है। जिससे बवासीर से राहत मिलती है। इसके लिए रात को सोने से पहले एक से दो चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ सेवन करना फायदेमंद होता है। 

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