सर्दियों के मौसम में कई नए फल और सब्जियां बाजार में आ जाते हैं। विभिन्न पोषक तत्वों से भरपूर इन फल-सब्जियों के सेवन से कई मौसमी बीमारियों से बचने में मदद मिलती है।
सर्दी में मिलने वाली इन सब्जियों में से एक बथुआ भी है। बताया जाता है कि स्वादिष्ट होने के साथ ये पौष्टिक गुण से भरपूर होती है। नियमित रूप से इसके सेवन से इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाने, खून की कमी से बचने, कैंसर और पथरी जैसी गंभीर बीमारी का इलाज करने में मदद मिल सकती है।
शरीर की गांठ से मिलेगा छुटकाराकई बार किसी वजह से शरीर में गांठ बनने लगती है, जो अक्सर किसी बड़ी बीमारी का रूप ले सकती है। ऐसा लक्षण दिखने या इससे बचने के लिए बथुआ बेहतर उपाय है। कई बार लीवर के अंदर भी गांठ हो जाती है। शरीर में कहीं भी गांठ हो, तो बथुए को तोड़कर जड़ सहित डब्बे में भरकर सुखाकर पाउडर बना लें। इस पाउडर को पानी में पकाएं और छानकर इस काढ़े को पियें। माना जाता है कि नियमित रूप से ऐसा करने से शरीर के अंदर की गांठ घुल जाएगी।
पोषक तत्वों का भंडारसर्दी में बथुआ खाने के फायदे मेथी की तरह ही बथुआ भी सर्दियों में सबसे अधिक पाया जाता है। इसमें विटामिन-ए, फॉस्फोरस, पोटैशियम, आयरन आदि स्वास्थ्यवर्धक गुण होते हैं। बथुआ का साग सर्दियों में खाने से पेट संबंधी रोग कम हो जाते हैं।
किडनी की पथरी के लिए बथुआअगर आपको किडनी की पथरी की समस्या है तो आपके लिए बथुआ बेहद लाभदायक है। इसके सेवन के लिए आप बथुआ के रस में शक्कर मिलाकर रोजाना सेवन करें। लगातार ऐसा करने से कुछ ही समय में ही पथरी पिघलकर यूरिन के रास्ते निकल सकती है।
तेजी से ठीक होती है चोट और घावअगर आपको चोट लग गई है या काम करते हुए अचानक हाथ जल गया है तो भी बथुआ काम आएगा। इस स्थिति में आप बथुए का लेप बनाकर लगा लें। इससे जलन से आराम मिलेगा और चोट भी जल्दी ठीक हो सकती है।
इम्यून सिस्टम होता है मजबूतसर्दी के मौसम में लोगों को कई तरह की शारीरिक परेशानियां हो जाती हैं क्योंकि इस मौसम में आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। ऐसे में आप बथुए का सेवन करें। आपको शायद पता न हो लेकिन बथुए के सेवन से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे आपको बैक्टीरियल इंफैक्शन से लड़ने में मदद मिलती है।
पाचन रहता है दुरुस्तजिन लोगों को पाचन संबंधी परेशानियां होती हैं, जैसे कब्ज या एसिडिटी तो आपको बथुए के पत्तों का रस निकालकर पीना चाहिए। आप चाहें तो बथुए को पानी में उबालकर पी सकते हैं।
कैंसर का खतरा होता है कमबताया जाता है कि नियमित रूप से बथुआ खाने से कैंसर होने की संभावना भी कम होती है। बथुए को 4-5 नीम की पत्तियों के रस के साथ खाया जाए तो खून अंदर से शुद्ध हो जाता है। साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक रहता है।
चर्म रोग के लिए अचूक उपायबथुए को उबालकर इसका रस पीने और सब्जी बनाकर खाने से चर्म रोग जैसे सफेद दाग, फोड़े-फुंसी, खुजली में भी आराम मिलता है। इसके अलावा बथुए के पत्तों को पीसकर इसका रस निकालें। अब 2 कप रस में आधा कप तिल का तेल मिलाएं और इसे धीमी आंच पर पकाएं। इसके पानी को पिएं।