पोटैशियम शरीर के लिए एक बहुत ही आवश्यक पोषक तत्व है। यह एक ऐसा पोषक तत्व है, जो आपके दिल को स्वस्थ और आपकी मांसपेशियों को सही काम करने में मदद करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर में पोटैशियम की अधिक मात्रा आपके लिए खतरनाक हो सकती है। इससे आपको किडनी डिजीज, हार्ट फेलियर, डायबिटीज और कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
इन लोगों को है पोटैशियम बढ़ने का खतरामशहूर जरनल फिजिशियन डॉक्टर विनय गौर के अनुसार, शरीर में पोटैशियम की अधिक मात्रा होने से खासकर किडनी डिजीज का खतरा हो सकता है। इतना ही नहीं यह 'हाइपरकलेमिया' नामक रोग का कारण बन सकता है। किडनी डिजीज के मरीज, खरबूज, संतरे का रस और केले जैसी चीजों अक अधिक सेवन करने वालों, ज्यादा नमकीन और सप्लीमेंट खाने वालों, डायबिटीज के मरीजों को पोटैशियम लेवल बढ़ने का अधिक खतरा होता है।
शरीर में नॉर्मल पोटैशियम लेवलशरीर में पोटैशियम लेवल बढ़ने को मेडिकल भाषा में हाइपरकलेमिया कहा जाता है। पोटैशियम एक रसायन है जो तंत्रिका और मांसपेशियों की कोशिकाओं के कार्य के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें आपके हृदय भी शामिल है। आपका ब्लड पोटैशियम का लेवल नॉर्मली 3.5-5.0 मिली लीटर प्रति लीटर (mEq/L) होना चाहिए।
पोटैशियम लेवल का लेवल 5.1 mEq/L से 6.0 mEq/L के बीच होना माइल्ड हाइपरकेलेमिया माना जाता है। पोटैशियम लेवल का लेवल 6.1 mEq/L से 7.0 mEq/L होना मॉडरेट हाइपरकेलेमिया है और इसका लेवल 7 mEq/L से ऊपर जाना गंभीर हाइपरकेलेमिया को दर्शाता है।
पोटैशियम लेवल के लक्षणशरीर में पोटैशियम लेवल बढ़ने के कई लक्षण हैं। आप मांसपेशियों में कमजोरी, सुन्नता, झुनझुनी, मतली या अन्य असामान्य भावनाओं को महसूस कर सकते हैं। यदि आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
कई बार जानलेवा हो सकता है पोटैशियम लेवल कई बार पोटैशियम शरीर में अचानक भी बढ़ सकता है जिससे आपके दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है, सांस की तकलीफ, सीने में दर्द, मतली या उल्टी जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। ऐसा होना से आपकी जान तक जा सकती है। ऐसे में आपको तुरंत चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है।
पोटैशियम लेवल कंट्रोल करने का तरीकाअच्छी खबर है यह है कि आप एक बेहतर डाइट प्लान फॉलो करके पोटैशियम लेवल को नॉर्मल रख सकते हैं। अगर आपको ऊपर बताए लक्षण महसूस हों, तो आपको केले, संतरे, खुबानी, अंगूर, किशमिश, खजूर, पालक, ब्रोकोली, आलू, शकरकंद, मशरूम, मटर, खीरे, टमाटर की चटनी और संतरे का रस जैसी चीजों का सेवन कम कर देना चाहिए।