फैटी लिवर का आयुर्वेदिक इलाज : लिवर की चर्बी खत्म करने और सफाई के लिए 4 आसान घरेलू उपाय
By उस्मान | Published: October 6, 2020 09:44 AM2020-10-06T09:44:54+5:302020-10-06T09:44:54+5:30
फैटी लिवर : खराब खानपान और बिगड़ती जीवनशैली की वजह से यह समस्या आम बन गई है
खराब खान-पान और बिगड़ती जीवनशैली की वजह से शरीर कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाता है। इन्हीं में से एक फैटी लिवर है जिसमें लिवर में चर्बी का जमा हो जाती है। फैटी लिवर की समस्या खासकर उन लोगों को जल्दी घेरती है, जो चर्बी युक्त भोजन और शराब का सेवन अधिक करते हैं।
किन लोगों को है फैटी लिवर का खतरा
लिवर की कोशिकाओं में सामान्य से अधिक फैट जमा होने से कई तरह की समस्याएं हो सकती है। भविष्य में इससे कई तरह के नुकसान भी हो सकते हैं। ऐसी स्थिति होने पर जरूरी है कि अपने खान-पान में सुधार किया जाए और नियमित जीवनशैली अपनाई जाए।
फैटी लिवर होने के कारण
हालांकि फैटी लीवर को दूर करने के लिए कुछ घरेलू और आसान नुस्खों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन इन नुस्खों को इस्तेमाल करने से पहले योग्य डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। शरीर में लीवर की भूमिका फ्री फायर की होती है जो शरीर की गंदगी को साफ कर शरीर को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।
फैटी लिवर के लक्षण
आमतौर पर फैटी लिवर पर कोई संबंधित लक्षण नहीं होता है। आप थकान या सष्ट पेट की बेचैनी का अनुभव कर सकते हैं। आपका यकृत थोड़ा बड़ा हो सकता है जो आपको डॉक्टर शारीरिक परीक्षा के दौरान पता लगा सकते हैं। इसके लक्षणों में भूख की कमी, पेट में दर्द, शारीरिक कमजोरी, थकान, वजन घटना, उलझन, अकबकाहट, फुला हुआ तरल पदार्थ भरा, पीलिया और आंखों का पीलापन, उल्टी, जी मिचलाना शामिल हैं।
फैटी लिवर रोग से कैसे बचें
अपने लिवर की रक्षा करना फैटी लीवर और इसकी जटिलताओं को रोकने की सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। इसमें कम मात्रा में मादक पदार्थ पीना या नहीं पीना।
फैटी लिवर के लिए घरेलू उपाय
मिल्क थिस्ल
मिल्क थिस्ल एक तरह का पौधा होता है। जिसमें बैगनी रंग के फूल लगे होते हैं। इसका प्रयोग औषधियां बनाने में होता है। मैरीलैंड मेडिकल सेंटर यूनिवर्सिटी के अनुसार मिल्क थिस्ल से लिवर और पिताशय के इलाज का पुराना इतिहास रहा है। कुछ सामान्य परिस्थितियों में मिल्क थिस्ल से लीवर के साथ-साथ हेपेटाइटिस, पथरी और सिरोसिस का भी इलाज किया जा सकता है।
हल्दी
वैसे तो हल्दी कई गुणों से भरपूर है जो कई रोगों को दूर करने और रोकने में मददगार होता है। चीनी और आयुर्वेदिक दवाओं में भी हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है। हल्दी लिवर, त्वचा और पाचन तंत्र को ठीक करने में मददगार होती है। हल्दी में एंटी इन्फ्लेमेटरी के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट के गुण भी मौजूद होते हैं जो लिवर सेल्स को डैमेज होने से बचाता है।
लहसुन
लहसुन लगभग हर किसी के खाने का हिस्सा होता है। यदि आप नहीं खाते हैं और लीवर को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आप लहसुन का उपयोग शुरू कर सकते हैं। यह लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है क्योंकि लहसुन में हैपेटॉप्रोटेक्टिव का गुण पाया जाता है जो कि लीवर की कार्य क्षमता को बढ़ाता है।
एक्सरसाइज
एक्सरसाइज कई रोगों को दूर करने के लिए मददगार होता है। आप एक्सरसाइज के माध्यम से भी लिवर फैट को कम कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी दिनचर्या के साथ-साथ जीवन शैली में भी कुछ परिवर्तन करने होंगे।
साथ ही ख्याल रखें कि अचानक से अधिक एक्सरसाइज ना करें। पहले कम प्रभाव वाले एक्सरसाइज की शुरुआत करें और धीरे-धीरे एक्सरसाइज की गति बढ़ाएं। आप लिवर फैटी को कम करने के लिए पैदल चलकर भी मदद ले सकते हैं। पैदल चलना पूरे शरीर को एक्सरसाइज करता है।