कैंसर से बचने के लिए घरेलू उपाय : कैंसर होने से पहले मिलते हैं 5 संकेत, बचने के लिए तुरंत शुरू कर दें ये 6 काम
By उस्मान | Published: November 27, 2020 08:43 AM2020-11-27T08:43:50+5:302020-11-27T08:50:52+5:30
कैंसर से बचाव और रोकथाम के लिए आप इन सरल उपायों को अपना सकते हैं, यकीनन फायदा होगा
कैंसर एक खतरनाक बीमारी है जिससे दुनियाभर में हर साल लगभग 9.6 मिलियन लोग मरते हैं। दुर्भाग्यवश कैंसर के लक्षणों का देर से पता चलता है और तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। हा
एक्सपर्ट्स का मानना है कि कैंसर के शुरूआती लक्षणों की पहचान कर और समय पर इलाज शुरू करने पर काफी हद आप इस बीमारी को काबू किया जा सकता है।
आमतौर पर कुछ कैंसर के लक्षण एक जैसे हो सकते हैं। हम आपको कैंसर होने से पहले मिलने वाली चेतावनियां के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें समय पर समझकर आप उपचार शुरू कर सकते हैं।
कैंसर के शुरूआती लक्षण और संकेत
भूख में कमी
कभी-कभी भूख न लगना पाचन क्रिया खराब होने के वजह से हो सकता है लेकिन अगर आपको अक्सर यह समस्या रहती है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। कई दिनों तक भूख न लगना अच्छा संकेत नहीं माना जाएगा। यह पेट के कैंसर होने का संकेत हो सकता है।
सांस फूलना
तेज दौड़ने, सीढ़ी चढ़ने या भारी सामान उठाने की वजह से सां फूलना आम बात है लेकिन अगर थोड़ी बहुत शारीरिक मेहनत करने के बाद भी आप थक जाते हैं और सांस फूलने लगती है तो आपको जल्द से जल्द जांच करा लेनी चाहिए।
लंबे समय तक खांसी रहना
सर्दी-खांसी मौसम के बदलाव के कारण हो सकती है। लेकिन अगर यह समस्या दवा लेने पर भी ठीक न हो रही हो और तीन हफ्ते या उससे ज्यादा तक सर्दी-खांसी आपको बनी रहे, तो जल्दी ही इसकी जांच करानी चाहिए। यह टीवी, अस्थमा या कैंसर का लक्षण हो सकता है।
घाव का जल्दी ठीक नहीं होना
अगर आपके शरीर के किसी अंग पर कोई घाव है और वो लंबे समय से ठीक नहीं हो रहा है, तो अपने डॉक्टर को बताना ही बेहतर होता है। नही तो यह एक बड़ी बीमारी का रूप ले सकती है।
खून बहना
अगर आपको किसी प्रकार की ब्लीडिंग हो रही जैसे -शौच, पेशाब या थूक में, तो सावधान हो जाएं। भले ही यह कैंसर ना हो लेकिन यह आपके स्वास्थ के खराब होने का संकेत हैं। इसलिए आपको इस तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
कैंसर से बचने के सरल उपाय
लाल और पीले फल
लाल और पीले रंग के फल कैंसर के लिए अच्छे माने जाते हैं। सेब और अंगूर को लाल रंग एंथोसाइनिन से मिलता है। कद्दू या पपीते को खूबसूरत नारंगी रंग क्रैरिटोनॉएड से मिलता है। ये कैंसर से बचाव करने वाले तत्वों से भरा रहता है। लाल रंग वाले ऐसे प्राकृतिक फोटोकैमिकल्स का एंटीऑक्सीडेंट असर होता है जो कई प्रकार से कोशिकाओं की रक्षा करता है।
ब्रोकोली
इस सब्जी के तने में फूलों से ज्यादा ऐसे तत्व होते हैं। इसका मतलब है कि आपको सिर्फ ऊपरी हिस्से के बजाए पूरी ब्रोकोली खानी चाहिए। हालांकि ब्रोकोली में मौजूद कैंसररोधी तत्वों का एक बड़ा हिस्सा पकाने के दौरान नष्ट हो जाता है। इसे छोटे टुकड़ों में काटना चाहिए और पकाना नहीं चाहिए।
ओमेगा-3 फैटी एसिड
कैंसर से बचाव करने वाली चीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि किसी को कभी कैंसर नहीं होगा इसकी कोई गारंटी नहीं है, लेकिन अगर स्वस्थ्य आहार लेंगे तो आप अपने शरीर को ऐसी स्थिति में रखेंगे, जहां उसमें बचाव करने वाले कई तत्व होंगे और वह सही ढंग से कैंसर से खुद की रक्षा कर सकेगा।
अनार का जूस
एक अध्ययन के अनुसार, अनार का जूस लंग कैंसर के ग्रोथ को रोकता है। ये प्रोस्टेट कैंसर से बचाव करने के साथ ही कैंसर का ट्रीटमेंट करा रहे पुरुषों के पीएसए लेवल को भी स्थिर रखता है। अनार के जूस में पॉलीफेनॉल्स, आइसोफ्लैवोनेस और इलैजिक एसिड पाया जाता है, जो कैंसर से लड़ने में मदद करता है।
एक्सरसाइज करें
एक अध्ययन के अनुसार, फिटनेस के प्रति सचेत पुरुषों को आलसी पुरुषों की तुलना में फेफड़ों का कैंसर होने की आशंका 68 फीसदी और कोलोरेक्टल कैंसर (बड़ी आंत का कैंसर) होने का खतरा 38 फीसदी कम होता है। कार्डियो और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग एक्सरसाइज़ से हार्मोनल लेवल और इम्यून सिस्टम सही रहता है, जिससे कैंसर सेल्स नहीं बनती हैं।
विटामिन डी भी है जरूरी
अमेरिकन जरनल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में छपे अध्ययन के अनुसार, जो लोग अपने डायट में 1,000 आईयू विटामिन डी सप्लिमेंट शामिल करते हैं, उन्हें ऐसा न करनेवालों की तुलना में कैंसर होना का खतरा 77 प्रतिशत कम होता है।