बुखार कोरोना वायरस का एक सामान्य लक्षण है। हालांकि कोरोना के हर मरीज में बुखार का लक्षण नहीं दिख सकता। कुछ अन्य सामान्य लक्षणों में खांसी, थकान और गंध या स्वाद का नुकसान शामिल हैं। अधिकतर लोग सामान्य बुखार कोरोना के बुखार को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। हम आपको बता रहे हैं कि कोरोना का बुखार सामान्य बुखार से कैसे अलग है।
सामान्य बुखार और कोरोना बुखार में अंतर
बुखार के कारण शरीर का तापमान सामान्य स्तर से ऊपर चला जाता है। कई संक्रमण बुखार का कारण बन सकते हैं, लेकिन अगर किसी व्यक्ति को 100.4 ° F (38 ° C) या उससे अधिक बुखार है, तो उन्हें घर पर रहना चाहिए और चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि बुखार COVID-19 का प्रारंभिक लक्षण हो सकता है।
फ्लू या वायरल बुखार हल्के से लेकर गंभीर अभिव्यक्तियों का कारण बनता है। फ्लू आमतौर पर आपकी क्षमताओं को गंध और स्वाद के लिए प्रभावित नहीं करता है। कुछ व्यक्तियों में, कोरोना अधिक गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। कोरोना के अन्य संकेतों और लक्षणों में स्वाद या गंध में परिवर्तन या स्वाद का नुकसान शामिल हो सकता है।
अधिकांश लोग कुछ दिनों में इन्फ्लूएंजा से उबर जाते हैं और ज्यादातर दो सप्ताह के भीतर। लेकिन कोरोना होने पर आपको नसों और फेफड़ों, हृदय, पैर या मस्तिष्क की धमनियों में रक्त के थक्के बनना या बच्चों का मल्टीसम सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम देखने को मिल सकता है।
आमतौर पर, फ्लू छोटे बच्चों को अधिक गंभीर रूप से प्रभावित करता है। जबकि कुछ आबादी और आयु समूहों के लिए कोरोना फ्लू से अधिक संक्रामक है।
बुखार होने के मतलब कोरोना नहींबुखार कोविड-19 का एक सामान्य लक्षण है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि जिसे बुखार हुआ है उसे कोरोना है। लगभग 25,000 वयस्कों पर किये गए सर्वे के अनुसार, सिर्फ 78% मामलों में बुखार मौजूद था। चीन में एक अध्ययन में पाया गया कि कोरोना के अस्पताल में भर्ती केवल 44% लोगों को बुखार था।
बुखार के अलावा यह लक्षण भी हो सकते हैं महसूसकोरोना के लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के 2-14 दिनों बाद विकसित होते हैं। अलग-अलग लोगों को विभिन्न लक्षणों का अनुभव होगा, लेकिन कुछ सबसे आम में शामिल हैं: खांसी, थकान, गंध या स्वाद की हानि, मांसपेशी में दर्द, सिर दर्द, गले में खराश, जी मिचलाना, दस्त आदि।
क्या आपको बुखार के बिना COVID-19 हो सकता है?कोरोना बुखार के बिना हो सकता है। कुछ लोगों को केवल खांसी या सांस की तकलीफ का अनुभव हो सकता है, जबकि अन्य ऐसे लक्षण विकसित हो सकते हैं, जो ठंड से मिलते-जुलते हैं, जैसे कि बहती नाक और गले में खराश।
शोध बताते हैं कि कोरोना वाले लोगों की एक महत्वपूर्ण संख्या में कोई लक्षण नहीं है। अनुमान अलग-अलग होते हैं, लेकिन एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन में एक 2020 की समीक्षा बताती है कि 40-45% मामले बिना लक्षणों के होते हैं।
बुखार के लिए घरेलू उपाय
मेथी का पानीमेथी के दानों को एक ग्लास पानी में डालकर रात भर के लिए छोड़ दें और सुबह इस पानी को छानकर रख लें। इस पानी का सेवन हर दो घंटे में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में करें।
दालचीनीवायरल फीवर में दालचीनी एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक का काम करता है। इससे खांसी, जुकाम एवं गले में दर्द जैसे लक्ष्णों में आराम मिलता है। एक कप पानी में एक छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर और दो इलायची डाल लें और इसको पांच मिनट तक उबालकर पियें।
तुलसी 5-7 तुलसी के पत्ते और एक चम्मच लौंग पाउडर को एक लीटर पानी में उबाल कर रख लें। हर दो घंटे के अंतराल में आधा कप की मात्रा में इसको पियें। आपको तुरंत आराम मिलेगा।
लहसुनकच्चे लहसुन के टुकड़े खाएं। आप इस पर शहद लगाकर भी खा सकते हें। इसके अलावा लहसुन की दो कलियों को दो चम्मच ऑलिव ऑयल में मिलाकर गर्म कर लें और इससे अपने पैरों के तलों में मसाज करें। फायदा होगा।
हल्दीहल्दी में कुरकुमिन पाया जाता है जिसमें एंटी-वायरल और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसलिए हल्दी का सेवन इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है जिससे शरीर को बुखार को ठीक करने की ताकत मिलती है। इसलिए बुखार को ठीक करने के लिए हल्दी को उपयोगी हर्ब माना जाता है।
लहसुनलहसुन में भी डाइफोरेटिक गुण होते हैं जिससे पसीना ज्यादा आता है। लहसुन शरीर से टॉक्सिन्स भी निकालने में मदद करता है। लहसुन में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं इसलिए बुखार को कम करने में लहसुन का सेवन लाभकारी होता है।