देश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण का काम तेजी से चल रहा है। टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण जारी है और अब तक करीब 1.66 करोड़ लोगों को कोविड-19 का टीका लग चुका है।
कोरोना वायरस के टीके के कुछ हल्के दुष्प्रभाव जरूर हैं लेकिन इसके गंभीर साइड इफेक्ट्स अभी तक सामने नहीं आए। वैक्सीन लगने के बाद बुखार या शरीर में दर्द जैसे कुछ हल्के लक्षण महसूस हो सकते हैं। यह लक्षण एक या दो दिनों तक रह सकते हैं।
टीका लगने के बाद महसूस होने वाले इन लक्षणों से आपको घबराने की जरूरत नहीं है और न ही अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत है। हम आपको कुछ उपाय बता रहे हैं जिनके जरिये आप घर पर ही इन लक्षणों का इलाज कर सकते हैं। हालांकि लक्षण गंभीर होने पर आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए।
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, कोरोना का टीका लगवाने के बाद किसी को कुछ दुष्प्रभावों का अनुभव हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, ये दुष्प्रभाव आपके शरीर के भीतर होने वाली सूजन का परिणाम हैं।
आपका शरीर स्पाइक प्रोटीन पर प्रतिक्रिया करता है और उत्तेजित संक्रमण से लड़ने के लिए काम कर रहा है। बुखार, गले में खराश, शरीर में दर्द कुछ ऐसे सामान्य लक्षण तब महसूस होते हैं, जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली लड़ रही होती है।
इस दौरान तेजी से ठीक होने के लिए ऐसे चीजों का सेवन करना चाहिए, जो प्रतिरक्षा बढ़ाने का काम करती हैं। इनमें वो चीजें हैं जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है। सीडीसी के अनुसार, वैक्सीन लगने के बाद रिकवरी के लिए तरल पदार्थ महत्वपूर्ण हैं।
सूप अगर आप कोरोना का टीका लगवाने के बाद कुछ हल्के लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो चिकन सूप और बोन सूप आपके लिए बहुत बेहतर साबित हो सकते हैं। अगर आप वेजिटेरियन हैं, तो आप अपने सूप में केल, बीन्स, दाल, आलू, ब्रोकोली जैसे अन्य प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ मिक्स कर सकते हैं।
चेस्ट जर्नल के अनुसार, चिकन सूप का वास्तव में औषधीय प्रभाव पड़ता है और इसका हल्का एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि कौन सा विशेष तत्व सहायक है, चिकन, गाजर, अजवाइन, अजमोद, नमक और काली मिर्च सहित सभी क्लासिक तत्व सूजन से लड़ने में मदद करते हैं।
इसी तरह हड्डियों के सूप में ग्लाइसिन और आर्गिनिन नामक अमीनो एसिड होते हैं, जिनका जो एक मजबूत विरोधी भड़काऊ प्रभाव है। इस प्रकार, अगर आपको कुछ भी खाने का मन नहीं है, तो आप बस एक कप हड्डी का सूप पी सकते हैं।
टीकाकरण से पहले इन बातों का रखें ध्यान
यदि किसी व्यक्ति को दवा, या ड्रग्स से एलर्जी है, तो चिकित्सक से बात करनी जरूरी है। कम्पलीट ब्लड काउंट (सीबीसी), सी-रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी), या इम्युनोग्लोबुलिन-ई (आईजीई) लेवल के लिए चिकित्सा सलाह लें।
जो लोग टीके लो लेकर चिंता महसूस कर रहे हैं, उन्हें अच्छी तरह से खाना चाहिए और दवाइयां लेनी चाहिए। जितना संभव हो उतना आराम करने की कोशिश करनी चाहिए।
डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को इन पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। कैंसर रोगियों, विशेष रूप से कीमोथेरेपी करा रहे लोगों को चिकित्सा सलाह पर कार्य करना चाहिए।
जिन लोगों को कोविड-19 उपचार के दुआरण ब्लड प्लाज्मा या मोनोक्लोनल एंटीबॉडी प्राप्त हुए हैं, या जो पिछले डेढ़ महीने में संक्रमित हुए हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अभी वैक्सीन न लें।
टीकाकरण के बाद इन बातों का रखें ध्यान
किसी भी तत्काल गंभीर एलर्जी की प्रतिक्रिया से बचाव के लिए वैक्सीन प्राप्त करने वाले को वैक्सीन केंद्र पर ही नजर रखी जाती है। लोगों में जब कोई दुष्प्रभाव नहीं दिखता तो उन्हें जाने दिया जाता है।
इंजेक्शन लगने के बाद दर्द और बुखार जैसे दुष्प्रभाव आम हैं। इससे घबराने की कोई बात नहीं है। ठंड लगने और थकान जैसे कुछ अन्य दुष्प्रभावों की भी उम्मीद की जा सकती है, लेकिन ये कुछ ही दिनों में दूर हो जाते हैं।