डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है। यह बीमारी एक बार जिसे हो जाए जीवनभर उसका पीछा नहीं छोड़ती है। डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ल्ड में करीब 422 मिलियन लोग डायबिटीज का शिकार हैं। इतना ही नहीं, करीब 1.5 मिलियन लोगों की मौत का कारण यह बीमारी बनती है। शरीर में अग्न्याशय नाम का एक अंग होता है। डायबिटीज होने पर इस अंग में इंसुलिन का स्त्राव कम होने से खून में ग्लूकोज लेवल बढ़ने लगता है। इंसुलिन एक हॉर्मोन है, जो पाचक ग्रन्थि द्वारा बनता है और जिसकी जरूरत भोजन को एनर्जी बदलने में होती है।
एक अध्ययन के अनुसार भोजन और व्यायाम के समय में परिवर्तन कर लोग मधुमेह के स्तर पर नियंत्रण रख सकते हैं और ऐसी दिनचर्या बना सकते हैं जिससे मधुमेह और मोटापे से लड़ने में मदद मिल सके। ब्रिटेन के एक विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के अनुसार सुबह के नाश्ते से पहले व्यायाम करने वाले लोग वसा की अधिक मात्रा घटाने में कामयाब होते हैं।
इसके विपरीत जो सुबह के भोजन के बाद व्यायाम करते हैं उनके शरीर से वसा की मात्रा का क्षरण कम होता है। जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्रायनोलोजी एंड मेटाबोलिज्म में प्रकाशित शोध के अनुसार सुबह व्यायाम करना स्वास्थ्य के लिए बेहतर है । शोधकर्ताओं ने छह हफ्ते तक मोटापे के शिकार या अतिरिक्त वजन वाले 30 पुरुषों पर शोध करने के लिए उन्हें दो समूहों में बांटा।
एक समूह में उन्हें रखा गया जिन्होंने सुबह के नाश्ते के बाद व्यायाम किया और दूसरे में उन्हें जिन्होंने नाश्ते के बाद व्यायाम किया। शोधकर्ताओं ने कहा कि अध्ययन में उन्होंने भी भाग लिया जिन्होंने अपनी दिनचर्या में कोई बदलाव नहीं किया। हालांकि छह हफ्ते चले शोध में भाग लेने वालों का वजन कम नहीं हुआ लेकिन इससे उनके स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव अवश्य पड़ा।
शोध में प्रतिभागियों के शरीर ने इन्सुलिन के प्रति बेहतर प्रतिक्रिया दी, उनके रक्त में शर्करा की मात्रा नियंत्रण में रही और मधुमेह और दिल की बीमारी की संभावना कम देखी गयी।
डायबिटीज कंट्रोल करने के तरीके
जब ग्लूकोज का बढ़ा हुआ लेवल रक्त में लगातार बना रहता है तो यह शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है जिसमें आंखें, मस्तिष्क, हृदय, धमनियां और गुर्दे प्रमुख हैं। दुर्भाग्य से डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है, इसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है।
डॉक्टर के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों को खानेपीने का खास ध्यान रखना चाहिए। आपको मीठे चीजों और पेय पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। उनसे आपका ब्लड ग्लूकोज लेवल बढ़ सकता है। डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक उपाय भी ट्राई कर सकते हैं।
1) हल्दी
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए आपको अपनी डाइट में हल्दी के सेवन बढ़ाना चाहिए। इससे आपको बहुत ही फायदा मिलेगा। करक्यूमिन हल्दी में सक्रिय घटक है, जो टाइप 2 डायबिटीज को रोकने में मदद कर सकते हैं।
2) मेथी
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, मधुमेह या डायबिटज को कंट्रोल करने के लिए के निश्चित रूप से आपके घर में मेथी दाना होना चाहिए। इसके लिए आप मेथी अंकुरित मेथी का सेवन कर सकते हैं या सुबह में खाली पेट मेथी का पानी पी सकते हैं। इससे शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है और इंसुलिन की मात्रा बढ़ सकती है। कुछ अध्ययन में डायबिटीज वाले लोगों में ब्लड शुगर को कम करने की बीज की क्षमता पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
3) करेला
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए कड़वी चीजें बहुत ही फायदेमंद मानी जाती है। कड़वा करेला डायबिटीज में अमृत की तरह होता है। इसके अलावा आंवला और एलोवेरा जैसी कड़वी और आयुर्वेदिक चीजों को डायबिटीज कंट्रोल करने में प्रभावी पाया गया है।
4) तांबे के बर्तन में पानी पीना
प्राचीन काल से, तांबे के बर्तन में पानी पीना शरीर के समग्र स्वास्थ्य लिए बहुत बेहतर माना जाता है। इससे ब्लड ग्लूकोज लेवल में उतार-चढ़ाव को रोकने में मदद मिल सकती है। तांबे के बर्तन में संग्रहीत पानी को 'ताम्र जल' कहा जाता है और यह तीन दोषों को संतुलित करने में मदद करता है। इसके लिए आप रात में तांबे के गिलास में पानी रखिए और सुबह में पानी पीजिए।