कोरोना वायरस का प्रकोप बहुत तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों और मृतकों का आंकड़ा आसमान छू रहा है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
दवाओं, ऑक्सीजन और चिकित्सीय चीजों के लिए हाहाकार मचा हुआ है। दवाओं की कालाबाजारी की रपटें भी सामने आ रही है। रेमडेसिवीर इंजेक्शन सहित अन्य दवाओं की भारी किल्लत बताई जा रही है।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के हल्के, मध्यम और गंभीर लक्षणों के आधार पर रोगियों का इलाज करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किये हैं। इसके लिए मंत्रालय ने एक सूची जारी की है जिसमें बताया गया है कि किन रोगियों को कौन सी दवा चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
Ivermectin या HCQइस दवा के असर बारे में अभी पर्याप्त सबूत नहीं है। दिशा-निर्देश के अनुसार, यह दवा उन रोगियों को दिया जा सकता है जिनके हल्के लक्षण हैं और उनका इलाज घर पर किया जा रहा है। इसे 3 दिनों के लिए दिन में एक बार 200 एमसीजी / किग्रा दिया जाना चाहिए।
Ivermectin का एक विकल्प टैब HCQ है, जिसे 4 दिनों के लिए 400 mg BD 1 day f/b 400 mg OD के रूप में दिया जाना चाहिए।
हल्के लक्षण बुखार और खांसी वाले मरीजों को 5 दिनों के लिए Budesonide का inhaler/ Dry powder दिया जा सकता है। इसकी एक डोज 800 mcg BD होती है।
methylprednisoloneकोरोना के ऐसे लोग जिनका ऑक्सीजन लेवल 90 प्रतिशत से 93 प्रतिशत के बीच है और अस्पताल में भारती हैं, उन्हें 5 से 10 दिनों तक 2 विभाजित खुराकों में (या डेक्सामेथासोन की एक बराबर खुराक) Methylprednisolone 0.5 to 1 mg/kg इंजेक्शन दिया जा सकता है।
Remdesivir (EUA)रेमडेसिवीर (EUA) को केवल गंभीर बीमारी वाले रोगियों को दिया जाना चाहिए, जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है और लक्षणों को कम से कम 10 दिन हो गए हैं। ऐसे मरीज जो ऑक्सीजन सपोर्ट पर नहीं हैं, उन्हें रेमडेसिवीर की सिफारिश नहीं की जानी चाहिए। पहले दिन 200 mg IV और अगले चार दिन 1 f/b 100 mg IV OD खुराक दी जानी चाहिए।
Tocilizumab (off-label)आईसीयू में भर्ती कोरोना मरीज को प्रवेश के 24 से 48 घंटों के भीतर यह दवा दी जा सकती है. यह तब दी जा सकती है, जब स्टेरॉयड के उपयोग के बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ है। इसकी सिंगल खुराक इस तरह है- 4 to 6 mg/kg (400 mg in 60kg adult) in 100 ml NS over 1 hour
Convalescent plasma (off label)यह लक्षणों की शुरुआत के सात दिनों के भीतर ही माना जा सकता है।
इस बात का रखें विशेष ध्यान
कोरोना वायरस का कोई स्थायी इलाज नहीं है। ऊपर बताई गई दवाएं विभिन्न रोगों में इस्तेमाल होती हैं। फिलहाल इनका इस्तेमाल कोरोना के लक्षणों के इलाज के लिए किया जा रहा है। इन दवाओं का इस्तेमाल आप खुद न करें। इसके लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है।