Covid-19: क्या भारत में आ रही है कोरोना की तीसरी लहर? जानें इस पर क्या कहते है डॉ. रवि गोडसे, देखें पूरा वीडियो
By आजाद खान | Published: January 4, 2023 08:04 PM2023-01-04T20:04:19+5:302023-01-04T20:21:00+5:30
चीन में बढ़ते केस के मद्देनजर यह सवाल हर किसी के मन में उठ रहा है कि क्या भारत में आ रही है कोरोना की तीसरी लहर? ऐसे में इन सवालों का जवाब लिए हमारी टीम ने जाने-माने डॉ. रवि गोडसे से बात की है। आइए सुनते है डॉ. रवि गोडसे से और जानने की कोशिश करते है कि हमें कोरोना को लेकर कितना डरना चाहिए या एक दम ही डरना नहीं चाहिए।

फोटो सोर्स: Twitter @DrGodseRavi1
नई दिल्ली:चीन में कोरोना के लगातार केस बढ़ रहे है और इसे लेकर सारी दुनिया फिर से अलर्ट हो गई है। ऐसे में सभी लोगों के मन में केवल एक ही सवाल है क्या फिर से भारत में कोरोना वापस आएगा। यही नहीं लोगों का यह भी मानना है कि जिस तरीके से पिछले बार यह कोरोना चीन से शुरू हुआ था और देखते ही देखती पूरी दुनिया में फैल गया था।
ऐसे में चीन में जब फिर से हर रोज कोरोना के नए-नए मामले सामने आ रहे है तो लोगों में फिर से यह डर बैठ रही है कि कहीं यहां भी पहले जैसे हालात न बन जाए और कोरोना का कहर भारत में भी तबाही मचाए। इस पर लोकमत की टीम ने जाने माने डॉ. रवि गोडसे से बात की और यह जानने की कोशिश की क्या इस बार भी भारत में कोरोना की तीसरी लहर आएगी। आइए जानते है कि डॉ. रवि गोडसे ने इस पर क्या कहा है।
क्या भारत में आ रही है कोरोना की तीसरी लहर?
भारत में कोरोना की तीसरी लहर आ रही है कि नहीं और चीन में बढ़ते कोरोना का नए मामलों से हमें कितना डरना चाहिए, इन सब सवालों का एक-एक करके जवाब डॉ. रवि गोडसे ने दिया है। डॉ. रवि गोडसे के अनुसार, जिस तरीके से चीन में कोरोना और उसके वैरिएंट के नए केस हर रोज सामने आ रहे उसे लेकर हमें डरना नहीं चाहिए। डॉ. रवि गोडसे की माने तो इससे भारत को कोई नुकसान नहीं होगा और न ही कोरोना का कोई तीसरी लहर आएगी।
भारत में कैसे रहेंगे माहौल पर बोलते हुए डॉ. रवि ने कहा कि हमें इस बात की चिंता नहीं करने चाहिए कि यहां फिर से कोरोना आएगा और तबाही मचाएगी। उन्होंने अपनी बात को समझाने के लिए कई फिल्मी और धार्मिक उदाहरण भी दिए है और लोगों के हर सवाल को आसान भाषा में समझाया है।
आप डॉ. रवि गोडसे के साथ हमारी टीम की पूरी बातचीत का वीडियो यहां देख सकते हैं:
कोविड-19 संकट को लेकर ईयू और चीन आमने सामने
कोविड-19 संकट को लेकर यूरोपीय संघ (ईयू) एवं चीन के बीच राजनीतिक गतिरोध मंगलवार को और भी बढ़ गया है। आपको बता दें कि यूरोपीय संघ के कुछ देशों ने यात्रा पाबंदी लगाने की शुरुआत की है जिसका चीन ने जबर्दस्त विरोध किया है।
इस पर बोलते हुए चीन सरकार के प्रवक्ता माओ निंग ने यह कहते हुए टीकों समेत विभिन्न मदद की यूरोपीय संघ की पेशकश खारिज कर दी कि स्थिति ‘नियंत्रण में है’ और दवाइयां ‘पर्याप्त मात्रा’ में हैं।
चीन सरकार के प्रवक्ता माओ निंग ने क्या कहा
सत्ताईस देशों का समूह यूरोपीय संघ चीन से आने वाले यात्रियों पर कुछ बंदिशें लगाने की ओर बढ़ रहा है। इस पर माओ ने कहा, ‘‘ राजनीतिक मकसद के लिए कोविड उपायों को अपने हिसाब से रखने की कोशिश का हम दृढतापूर्वक विरोध करते हैं और हम जवाब के सिद्धांत पर जवाबी कदम उठायेंगे।’’
उसके बाद भी, ऐसा लगता है कि यूरोपीय संघ कुछ संयुक्त कार्रवाई करने पर तुला है ताकि चीन से आने वाले यात्रियों से इस महाद्वीप में वायरस के किसी नए स्वरूप से संक्रमण नहीं फैले। यूरोपीय संघ की अध्यक्ष संभाल रहे स्वीडन ने एक बयान में चेतावनी दी, ‘‘ चीन से आने वाले यात्रियों को ‘शार्ट नोटिस’ पर लिए जा रहे निर्णयों के लिए तैयार रहना चाहिए।’’
भाषा इनपुट के साथ