भारत की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। शहर में बुधवार को 8,500 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई। यह पहला मौका है जब एक दिन में इतने मामले दर्द किये गए हैं।
इस दौरान 85 लोगों की मौत हुई है। कुल मिलाकर अब तक 7,000 लोगों की मौत हो गई है। एक महीने के लंबे अंतराल के बाद मामलों में तेज वृद्धि देखने को मिली है।
दिल्ली में हाल के हफ्तों में किसी अन्य राज्य की तुलना में अधिक नए मामले दर्ज हुए हैं। राजधानी में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 450,000 से अधिक हो गए हैं, जिनमें से 42,000 सक्रिय मामले हैं।
दिल्ली में कोरोना मामले बढ़ने के कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के सबसे बड़ा कारण सर्दियों का मौसम और वायु प्रदूषण है। यह दो ऐसे कारक हैं, जो वायरस को नियंत्रित करने के प्रयासों को बेअसर कर सकते हैं।
इसके अलावा फेस्टिव सीजन की वजह से भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दिवाली नजदीक है जिसकी वजह से बाजारों में खूब भीड़ इकठ्ठा हो रही है। भीड़ को देखते हुए राजधानी में कई बाजरों को बंद भी कर दिया गया है।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई और विशेषज्ञों एवं सरकारी एजेसिंयों का कहना है कि दिवाली की रात यह गंभीर श्रेणी में कदम रख सकता है। शहर में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 314 बना हुआ है।
दिल्ली में 15 दिन में कोविड-19 से 872 लोगों की मृत्यु
दिल्ली में बीते 15 दिन में कोविड-19 से 870 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जिसके लिये विशेषज्ञ संक्रमण के मामलों में अचानक उछाल आने, बिगड़ती वायु गुणवत्ता, सुरक्षा नियमों को लेकर बरती जा रही लापरवाही और अन्य कारकों को जिम्मेदार बता रहे हैं।
दिल्ली में 28 अक्टूबर के बाद से कोविड-19 के मामलों में अचानक उछाल देखा गया है। उस दिन राजधानी में पहली बार एक दिन में पांच हजार से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए थे।
राजधानी में बुधवार को एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक 8,593 मामले सामने आए, जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या 4 लाख 59 हजार से अधिक हो गई।
सरकारी और निजी अस्पतालों के चिकित्सा विशेषज्ञ बीते दो सप्ताह में मौत के मामलों में तेज वृद्धि की वजह संक्रमण के मामलों में रोजाना तेज उछाल, त्योहारों के सीजन में बड़ी संख्या लोगों की के बाहर निकलने, लोगों के विभिन्न रोगों से ग्रस्त होने, बढ़ते प्रदूषण के चलते लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने और बाजारों तथा अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा नियमों को लेकर लापरवाही बरते जाने को मानते हैं।
प्रदूषण और ठंड में कोरोना से बचने के उपाय
1) प्रदूषण के दौरान घर से बाहर निकलने से बचें। खासकर सुबह के समय जब सबसे अधिक प्रदूषण अधिक होता है।
2) आंखों का चश्मा जरूर पहनें, इससे आंखों का प्रदूषण से काफी हद तक बचाया जा सकता है।
3) सफर के बाद और सोने से पहले साफ पानी से आंखों को धोयें।
4) आंखों को हाथों से छूने से बचें और हाथ धोने के बाद ही आंखों को टच करें। आंखें रगड़ने से बचें।
5) आंखों में जलन होने पर सिर्फ डॉक्टर द्वारा निर्धारित आई ड्रॉप का ही इस्तेमाल करें।
6) इस दौरान कांटेक्ट लेंस न पहनें और आई मेकअप से बचें।
7) जलन कम करने के लिए कूल कॉम्प्रेसएहतर होगा का इस्तेमाल करना बेहतर होगा।
8) लंबे समय तक स्क्रीन डिवाइस, जैसे मोबाइल फोन और लैपटॉप का उपयोग न करें। सु
9) एक स्वस्थ आहार खाएं जिसमें ओमेगा 3 और एंटीऑक्सीडेंट, जैसे कि मछली, हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, पालक, बादाम, अखरोट और जामुन समृद्ध खाद्य पदार्थ शामिल हों। ये आंखों के लिए बेहद अच्छे हैं।
10) अपने घर बेहतर क्वालिटी वाला एयर पोलुशन लगवाएं। इससे घर की हवा साफ होती है।