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Coronavirus Tips: कोरोना काल में फेफड़ों, किडनियों और आंतों को साफ, स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए खायें ये 10 चीजें

By उस्मान | Updated: June 11, 2020 12:21 IST

Coronavirus tips: शोधकर्ताओं ने पाया है कि कोरोना वायरस किडनियों, आंतों और फेफड़ों को प्रभावित करता है

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ठळक मुद्देअध्ययनों में पाया है कि कोविड-19 सीधे फेफड़ों को प्रभावित करता हैसंक्रमित मरीजों को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षणों का अनुभव होता है जैसे कि डायरियाकोरोना से पीड़ित कई रोगियों में किडनी से जुड़ीं समस्याएं देखने को मिल रही हैं

कोरोना वायरस शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित कर रहा है। शोधकर्ताओं ने कोरोना के मरीजों और इस महामारी से मरने वाले लोगों पर किये कई अध्ययनों में पाया है कि कोविड-19 सीधे फेफड़ों को प्रभावित करता है और एल्वियोली (छोटे वायु थैली) को नुकसान पहुंचाता है।

शोध में यह बात सामने आई है कि कोरोना वायरस संक्रमण मनुष्य की आंतों को भी प्रभावित कर सकता है। कोरोना के कुछ मरीजों में डायरिया (दस्त) के लक्षण लक्षण आ सकते हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित कई मरीजों को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षणों का अनुभव होता है जैसे कि डायरिया। यह भी पता चला है कि यह संक्रमित करने के साथ वहां कई गुना बढ़ा भी सकता है।

शोधकर्ताओं ने किडनियों पर भी कोरोना के प्रभाव असर देखा है। कोरोना से पीड़ित कई रोगियों में किडनी से जुड़ीं समस्याएं देखने को मिल रही हैं। यह वायरस ऐसे मरीजों में उनके उपचार को जटिल बनाने के साथ-साथ और उनके जीवित रहने की संभावना को कम कर रहा है। 

कोरोना वायरस एसीई 2 नामक कोशिकाओं पर एक प्रकार के रिसेप्टर से बंधकर शरीर में घुसता है। ये विशेष रिसेप्टर्स न केवल हृदय और फेफड़ों में कोशिकाओं में पाए जाते हैं, बल्कि किडनियों में भी पाए जाते हैं।

कोरोना संकट में शरीर के इन अंगों को स्वस्थ और मजबूत रखना बहुत जरूरी है। हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बार रहे हैं जिनके नियमित सेवन से फेफड़ों, किडनियों और आंतों को साफ, स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है।

फेफड़ों की सफाई और मजबूती के लिए खायें 3 चीजें

1) मुनक्का मुनक्के के कुछ दानों को लेकर रात में सोने से पहले पानी में भिगोकर छोड़ दें। सुबह उठने पर इसके बीजों को निकाल दें और मुनक्का खा लें। साथ ही मुनक्के वाला पानी भी पी लें। नियमित रूप से ऐसा करने से आपके फेफड़े मजबूत हो सकते हैं।

2) अंजीरअंजीर का सेवन करना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन आप फेफड़ों को हमेशा स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो नियमित रूप से पांच अंजीर को एक गिलास पानी में डालकर अच्छे से उबाल लें और फिर दिन में दो बार इसका सेवन करें। इससे फेफड़ों को मजबूती मिल सकती है।

3) शहदनियमित रूप से सुबह खाली पेट एक चम्मच शहद का सेवन करने से फेफड़ों को मजबूती मिल सकती है और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां भी दूर हो सकती हैं। शहद के सेवन से फ्लू के लक्षणों को कम करने और इम्युनिटी पावर बढ़ाने में भी मदद मिलती है। 

आंतों की सफाई और मजबूती के लिए खायें ये 3 चीजें

हरड़

अगर आप शरीर की गंदगी को बाहर निकालकर इन समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आपको हरड़ या हरीतकी का इस्तेमाल शुरू कर देना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार हरड़ का आंतों पर प्रभाव सौम्य होता है। आंतों की नियमित सफाई के लिए नियमित रूप से हरड़ का प्रयोग लाभकारी है।

ऐसा माना जाता है कि हरड़ पेट को साफ करने के अलावा हरड़ का बवासीर रोग में भी बहुत लाभकारी होता है। लंबे समय से चली आ रही पेचिश तथा दस्त आदि से छुटकारा पाने के लिए हरड़ का प्रयोग किया जाता है।

ब्रोकली

ब्रोकोली को आप कई तरीकों से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। आप इसे फ्राई करके और चिकन के साथ ले सकते हैं। आप ब्रोकोली और फूलगोभी पुलाव भी बना सकते हैं। इसके आलाव इसे उबालकर सलाद के रूप में भी खाया जा सकता है। इसमें वो सभी पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के लिए जरूरी हैं। इसे पचाना आसान है जिस वजह से यह पेट के लिए बेहतर सब्जी है। 

पत्तेदार साग

पालक, केल, और चर्ड जैसे अंधेरे, पत्तेदार साग का सेवन करना आपके पेट को साफ करने में मदद मिलती है। आप इन सब्जियों को बनाकर खाने के अलावा सलाद के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। एक्सपर्ट्स इनका सूप बनाकर पीने की भी सलाह देते हैं।

किडनियों की सफाई और मजबूती के लिए खायें ये 4 चीजें

गोभी

द हेल्थ लाइन के अनुसार, फूलगोभी एक पौष्टिक सब्जी है जो विटामिन सी, विटामिन के और बी, फोलेट सहित कई पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत है। इसमें इंडोल जैसे एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं और यह फाइबर का भी बेहतर स्रोत है। एक कप पकी हुई गोभी (124 ग्राम) में सोडियम: 19 मिलीग्राम, पोटेशियम: 176 मिलीग्राम, फास्फोरस: 40 मिलीग्राम होता है।

लाल अंगूर

लाल अंगूर न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि इनसे भरपूर पोषण मिलता है। अंगूर विटामिन सी का भण्डार हैं इनमें फ्लेवोनोइड्स नामक एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो सूजन को कम करने में सहायक हैं। इसके अतिरिक्त, लाल अंगूर resveratrol में उच्च होते हैं, एक प्रकार का फ्लेवोनोइड जो दिल के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।

अंडे का सफेद हिस्सा

हालांकि अंडे की जर्दी बहुत पौष्टिक होती है, लेकिन इनमें फॉस्फोरस की उच्च मात्रा होती है। इसलिए अंडे का सफ़ेद हिस्सा किडनी के रोगियों के लिए बेहतर विकल्प है। अंडे के सफेद हिस्से में प्रोटीन पाया जाता है जो किडनी के लिए जरूरी है। इसके अलावा, वे डायलिसिस उपचार से गुजरने वाले लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प हैं, जिन्हें प्रोटीन की उच्च आवश्यकता है। 

लहसुन

किडनी की समस्याओं वाले लोगों को अपने आहार में सोडियम की मात्रा को सीमित करने की सलाह दी जाती है, जिसमें नमक भी शामिल है। लहसुन नमक के लिए एक स्वादिष्ट विकल्प प्रदान करता है। यह पोषण संबंधी लाभ के अलावा व्यंजनों में स्वाद भी जोड़ता है। यह मैंगनीज, विटामिन सी और विटामिन बी 6 का एक अच्छा स्रोत है और इसमें सल्फर यौगिक होते हैं जिनमें विरोधी भड़काऊ गुण होते हैं। लहसुन की तीन कली में सोडियम: 1.5 मिलीग्राम, पोटेशियम: 36 मिलीग्राम और फास्फोरस: 14 मिलीग्राम पाया जाता है। 

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