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कोरोना मरीज को 100% ठीक करने का दावा करने वाली 'कोरोनिल' में मिक्स हैं घर-घर में मिलने वाली ये 3 चीजें, जानें इनके फायदे

By उस्मान | Updated: June 24, 2020 10:52 IST

COVID-19 Medicine: यह दवा तुलसी जैसी जड़ी बूटियों से मिलकर बनी है और वायरस से लड़ने के लिए इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाती है

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ठळक मुद्देदावा है कि इस दवा से कोरोना का मरीज 7 दिन में ठीक हो सकता हैयह दवा कोरोना के मरीजों में इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत करती हैतुलसी और गिलोय जैसी जड़ी बूटियों के स्वास्थ्य के लिए कई लाभ हैं

कोरोना वायरस का अभी तक कोई स्थायी इलाज नहीं मिला है और दुनियाभर के तमाम वैज्ञानिक दिन-रात इसकी दवा या टीका खोजने में जुटे हैं। इस बीच योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए अपनी दवा 'दिव्‍य कोरोनिल टैबलेट' (Divya Coronil Tablet) लॉन्च की है। दावा है कि यह दवा 3-7 दिनों में कोरोना को सिर्फ कंट्रोल ही नहीं करती बल्कि मरीज को ठीक भी कर सकती है। 

इस दवा को कोरोना वायरस के इलाज के लिए पहली साक्ष्य-आधारित आयुर्वेदिक दवा बताया जा रहा है। यह किट तीन दवाओं कोरोनिल टैबलेट (Coronil tablet), स्वसारी वटी (Swasari Vati) और अनु टाला (Anu Taila) से मिलकर तैयार की गई है। इसके बारे में बाते जा रहा है कि यह कोरोना के रोगियों का शत-प्रतिशत इलाज है।

रामदेव ने कहा कि कोरोनिल में 100 से अधिक यौगिकों का उपयोग किया गया है और यह पूरी किट इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने में मदद करेगी। इसमें  तीन मुख्य जड़ी बूटियों अश्वगंधा, गिलोय और तुलसी के सक्रिय यौगिकों का उपयोग किया है। इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत करके वायरस से लड़ने के लिए आयुष मंत्रालय भी इन जड़ी बूटियों के इस्तेमाल की सलाह दे चुका है। आज हम आपको घर-घर में मिलने वाली इन जड़ी बूटियों के फायदे बता रहे हैं। 

अश्वगंधा के फायदे

- अश्वगंधा को एक औषधीय पौधा माना जाता है। इस जड़ी बूटी का भारत में लगभग तीन हजार सालों से आयुर्वेदिक उपचार में इस्तेमाल होता आ रहा है। एक अध्ययन ने साबित किया कि जब तनाव और चिंता के स्तर को कम करने अश्वगंधा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

- अश्वगंधा की खुराक मांसपेशियों और ताकत के विकास में मदद करती है। अश्वगंधा में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने की क्षमता है, खासकर पुरुषों में। एक अध्ययन के में इसे खाने वालों में शुक्राणुओं की संख्या और शुक्राणु की गुणवत्ता में वृद्धि देखी गई है। 

- एक अध्ययन ने पाया कि अश्वगंधा में ब्लड शुगर लेवल को कम करने के गुण भी हैं। अध्ययन के लिए, टाइप 2 डायबिटीज वाले व्यक्तियों को रोजाना अश्वगंधा की 3 ग्राम खुराक दी गई थी। खुराक दिन में 2-3 बार दी जाती थी और अंत में यह पाया गया कि अश्वगंधा ने उनके शुगर लेवल को ओरल मेडिसिन के जितना ही कम कर दिया था। 

गिलोय के फायदे

- जिन लोगों को पाइल्स यानि बवासीर की बीमारी है। उन्हें गिलोय के एक चम्मच चूर्ण को छाछ में मिलाकर लेना चाहिए। इससे खून आना बंद होगा। साथ ही दर्द में भी आराम मिल सकता है। 

- गिलोय का प्रयोग सांप या अन्य जहरीले जानवर के काटने पर शरीर में फैले विष को निकालने में भी किया जाता है। इसके लिए गिलोय की जड़ को पीसकर व्यक्ति को उसका रस पिलाना चाहिए। ऐसा करने से रोगी को उल्टी होगी। नतीजतन शरीर में मौजूद सारा जहर निकल जाएगा।

- गिलोय का उपयोग जोड़ों एवं गठिया के दर्द में भी बहुत लाभकारी है। इसके लिए गिलोय के तने का चूर्ण रोजाना दूध में मिलाकर पीना चाहिए। इससे हड्डियां मजबूत होंगी।

- गिलोय का उपयोग पीलिया रोग में भी बहुत लाभकारी है। इसके पत्तियों को सुखाकर बनाए गए पाउडर में एक चम्मच शहद मिलाकर खाने से लाभ मिलता है। आप चाहे तो इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।

- गिलोय का प्रयोग रक्त शोधक के तौर पर भी होता है। इसलिए गिलोय को पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। अब इसे छानकर शहद और मिश्री के साथ मिलाकर सुबह-शाम पिएं, इससे खून साफ हो जाएगा।

- गिलोय पुरानी खांसी को जड़ से खत्म करने में भी कारगर है। इसके इस्तेमाल के लिए दो चम्मच गिलोय का रस हर रोज सुबह पिएं। ऐसा करने से समस्या दूर हो जाएगी। अगर किसी को वायरल बुखार हो गया हो तो इसके लिए आधे गिलास पानी में 3 इंच गिलोय का तना कुट कर अच्छी तरह मिला लें और सुबह इसे छान पी लें।  

तुलसी के लाभ

- सर्दी, बुखार और डेंगू जैसी बीमारियों के संक्रमण फैलते हैं, इसकी पत्तियों का काढ़ा नियमित रूप से पीना शरीर को इन संक्रमणों से बचाता है। बुखार अधिक होने की स्थिति में मरीज को तुलसी की पत्तियों को दालचीनी के पाउडर के साथ आधा लीटर पानी में उबालकर देना चाहिए। इससे बुखार की तेजी से कम हो जाता है।

- तुलसी की पत्तियां कफ या गले के किसी भी तरह के इन्फेक्शन में राहत दिलाती हैं। तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर इस पानी को पीने और उससे गरारे करने से गला ठीक हो जाता है।

- खांसी, जुकाम होने पर तुलसी के पत्तों के साथ लौंग को एक गिलास पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाए तब थोड़ा-सा सेंधा नमक डालकर गर्म चाय की तरह पीना चाहिए। 

- अगर आप कम नींद आने यानि अनिद्रा से परेशान हैं तो तुलसी के पत्ते और अजवायन किसी कपड़े में रखकर पोटली बनाकर अपने तकिये के नीचे रखकर सोयें। ऐसा करने से नींद अच्छी आती है। 

- तुलसी के रस से पेट के कीड़े, उल्टी, हिचकी, भूख अच्छी लगना, लीवर की कार्यशक्ति बढ़ाना, बैड कोलेस्ट्रॉल कम करना, पेट की गैस , दस्त, कोलाइटिस, कमर दर्द, जुकाम, सिरदर्द, बच्चों के रोग, हृदय रोग आदि सभी बिमारियों में लाभ होता है।

- महिलाओं के पीरियड्स में अनियमितता और पीरियड्स के दर्द को दूर करने में भी तुलसी के बहुत लाभ हैं, इसके लिए तुलसी के पत्तों को गर्म पानी में उबालकर एक चम्मच शहद के साथ दिन में तीन बार लें, इससे शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।

- सांस की बदबू को दूर करने में भी तुलसी के पत्ते काफी फायदेमंद होते हैं और नेचुरल होने की वजह से इसका कोई साइडइफेक्ट भी नहीं होता है। अगर आपके मुंह से बदबू आ रही हो तो तुलसी के कुछ पत्तों को चबा लें। 

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