कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए आपका इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होना जरूरी है और इसके लिए आपको हेल्दी चीजों का सेवन करना चाहिए। हेल्दी डाइट स्वस्थ और लंबा जीवन जीने के लिए जरूरी है। सात्विक आहार स्वस्थ रहने में बड़ी भूमिका निभा सकता है। आज हम आपको सात्विक आहार में शामिल कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों की जानकारी देंगे जो आपका इम्यून पावर बढ़ाकर आपको संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं।
सात्विक आहार क्या है?
सात्विक शब्द 'सत्त्व' से आता है, जो शुद्ध, ऊर्जा, स्वच्छ और मजबूत का प्रतीक है। इसमें शामिल चीजों को पोषक तत्वों से भरपूर माना जाता है। सात्विक भोजन, स्वच्छ भोजन को प्रोत्साहित करता है, शारीरिक शक्ति, अच्छे स्वास्थ्य के साथ-साथ जीवन को बढ़ावा देता है। इस आहार के साथ बेहतर जीवनशैली अपनाने से ध्यान केंद्रित करने, भावनाओं को संतुलित करने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को साफ करने में मदद मिल सकती है। साथ ही यह आपको ऊर्जावान रखता है और इम्यूनिटी पावर बढ़ाकर शरीर को अंदर से मजबूत बना सकता है।
सात्विक आहार के फायदे
सात्विक आहार खाने की आदतों और संयम की कला पर भी ध्यान केंद्रित करता है, जो आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन के रूप में स्वस्थ आहार के लिए फायदेमंद होते हैं। मांस, मुर्गी पालन, या कोई भी उत्पाद जिसमें अंडा होता है, वे सात्विक आहार नहीं होते हैं। हम आपको कुछ खाद्य पदार्थ बता रहे हैं जो सात्विक आहार की सूची में हैं और इनके नियमित सेवन से आपको इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने कोरोना वायरस संकट के दौरान बीमारियों से बचने में मदद मिल सकती है।
आंवला
आंवला विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट का सबसे बेहतर स्रोतों में से एक है जो शरीर में संक्रमण से लड़ने में सहायक है और आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ाता है। इसे अचार, कैंडी या कच्चा खाया जा सकता है। कहा जाता है कि इसका नियमित सेवन करने से आपको कैंसर, अल्सर, वजन कम करने, शरीर में मौजूद गंदगी को साफ करने, दस्त में आराम के लिए, हाई ब्लड प्रेशर कम करने और आंख की रौशनी बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
अंकुरित साबुत अनाज
सात्विक आहार में अंकुरित अनाज जैसे कि जौ, राजगीरा और क्विनोआ शामिल होते हैं। इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है और बहुत अधिक पोषण होता है। जौ जैसे साबुत अनाज में विशेष रूप से इम्यूनिटी बढ़ाने वाले गुण होते हैं, क्योंकि यह सहायक पोषक तत्वों की आपूर्ति करता है और विषाक्त पदार्थों के शरीर को भी साफ करता है। जौ के पानी का सेवन चयापचय को लाभ देने, वजन घटाने को बढ़ावा देने और ब्लड शुगर को लेवल को संतुलित करने के लिए भी साबित हुआ है।
शहद
शहद की आणविक संरचना लगभग रक्त के रूप में शुद्ध होती है और एनीमिक समस्याओं के इलाज में बेहद सहायक होती है। इसमें रोग से लड़ने वाले गुण भी होते हैं जो आपको सुरक्षित रखते हैं। इसके अलावा, शहद में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर में संक्रमण होने पर मददगार होते हैं। खांसी या जुकाम के लक्षणों से राहत पाने के लिए यह जरूरी है।
घी
इसका भारतीय खाने में खूब इस्तेमाल किया जाता है। यह हेल्दी फैट का एक बेहतर स्रोत है। इसके अलावा इसमें विटामिन ए, बी, डी और के पाए जाते हैं। घी में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो विषाक्त पदार्थों से लड़ते हैं और चयापचय को मजबूत करते हैं। यह आपको ताकत देता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है। घी, गुड़ और मिश्री को मिक्स करके खाने से फ्लू के लक्षणों से लड़ने में मदद मिल सकती है।