सर्दियों का मौसम जल्दी ही दस्तक देने वाला है। यानी फिलहाल जो मौसम है उसमें न ज्यादा गर्मी है और न ज्यादा सर्दी। दूसरी बात दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में इस मौसम में काफी प्रदूषण हो जाता है। यही वजह है कि इस मौसम में सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार, गले की खराश जैसी तमाम बीमारियों का बड़ा खतरा रहता है। आप किसी भी घर में देख लें, आपको कोई न कोई इन छोटी-मोटी बीमारियों से पीड़ित नजर आ ही जाएगा। इन छोटी-छोटी बीमारियों के लिए डॉक्टर की फीस के अलावा बहुत सारी दवाइयों का खर्चा भी उठाना पड़ता है।
ऐसे कई घरेलू उपचार हैं, जिन्हें आजमाने की सलाह आयुर्वेद एक्सपर्ट भी देते हैं। रसोई में मौजूद ऐसा ही सबसे सस्ता उपचार नमक है। सिर्फ कुछ रुपयों में मिलने वाले नमक और पानी से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। गले में जब कभी खराश या दर्द होता है, तो डॉक्टर हमेशा नमक के पानी से गरारे करने की सलाह देते हैं। बिना दर्द या सूजन के भी अगर आप रोज रात को गर्म पानी से गरारे करके सोते है तो इसके भी कई लाभ हैं।
नियमित रूप से गर्म पानी से गरारे करने से सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपके मुंह से कभी स्मेल नहीं आएगी और न ही कीड़े की समस्या होगी। इससे आप खद को मसूड़ों के दर्द और सूजन से भी बचा सकते हैं। आपको एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर 5 से 6 बार गरारे करने होंगे। रात को ऐसा करने से आप चैन से सो सकते हैं। ऐसा करने से गले की खराश आपको परेशान नहीं करेगी। चलिए जानते हैं नियमित रूप से इस उपाय पर काम करने से आपको और क्या-क्या फायदे होते हैं।
1) दांत और मसूड़ों की सफाईनमक और ग्राम पानी से गरारे करने से गले में मौजूद गंदगी पूरी तरह साफ़ हो जाती है। इस तरह के पानी से कुल्ले करने से मुंह की भी पूरी तरह से सफाई हो जाती है। यह एक तरह से माउथ वाश का काम करता है।
2) सर्दी-जुकाम, खराश का सफायाअगर गले में सर्दी-जुकाम, खराश, या किसी भी अन्य कारण से दर्द हो रहा हो, तो नमक और पानी से गरारे करने पर गले के दर्द में राहत मिलती है। इससे गले के अंदर सूजे हुए टिशूज़ की सिकाई हो जाती है और बैक्टीरिया भी नष्ट होते हैं।
3) टॉन्सिल्स की समस्या होने परटोन्सिल हमारे शरीर में पहले से ही मौजूद होता है, यह हमारे जीभ के पीछे की भाग से सटा हुआ होता है। यह हमारे गले में जहा पर नाक का छिद्र तथा मुख का छिद्र मिलता है, ठीक वही पर जीभ के पिछले भाग से जुडा हुआ स्थित पाया जाता है | अगर किसी कारण वास इसमें संक्रमण हो जाये या इसमें सुजन आ जाये तो इससे काफी दर्द होता है। इससे राहत पाने के लिए आपको रोजाना सुबह शाम गर्म पानी से कुल्ले करने चाहिए।
4) दांतों के कीड़ो का होगा सफाया अगर दांतों में या मसूड़ों में दर्द हो, सूजन हो, कीड़े हो गए हों या किसी भी तरह का इन्फेक्शन हो तो नमक और निवाये पानी से कुल्ले करने से दर्द और सूजन से तुरंत राहत मिलती है|
5) मुंह के छालों से मिलेगी राहतइस तरह के पानी से कुल्ले करने से मुंह के छालों, जीभ का लाल होना, मुंह में ज़्यादा पानी, थूक आना व मुंह की कई अन्य समस्याओं से भी राहत मिलती है|
6) मुंह का प्राकृतिक पीएच बैलेंस कई बार डॉक्टर्स भी ऐसा करने की सलाह देते हैं क्योंकि नमक के पानी से गरारे करने से मुंह के नैचुरल पीएच को बैलेंस रखने में मदद मिलती है। बैक्टीरिया के कारण डिस्टर्ब हो चुका मुंह का प्राकृतिक पीएच बैलेंस इस तरह के पानी से गरारे और कुल्ले करने से मेन्टेन होता है।
7) नाक बंद से मिलेगी तुरंत राहतअगर सर्दी हो, नाक बंद हो, मतलब किसी भी तरह का नैजल कंजेशन हो तो नमक और निवाये पानी से बार-बार गरारे करने पर राहत मिलती है और नाक खुल जाती है| अगर साईनस से संबंधित परेशानियाँ हों, तो भी इस तरह से गरारे करना बेहद लाभदायक है।
8) गले और मुंह के पास अंगों में ब्लड सर्कुलेशनगले, मुँह, और आसपास के अंगों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने के लिए भी नमक और निवाये पानी से कुल्ले करना असरदार है। कई बार नाक, गले के इन्फेक्शन से सर-दर्द भी हो जाता है, जो ऐसे पानी से गरारे करने से दूर होता है| 9) बुखार के लिए फायदेमंदनियमित रूप से नमक के पाने के गरारे करने से बुखार के लक्षणों को भी कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा नमक वाले पानी में कपड़ा भिगोकर माथे पर रखने से बुखार कम होता है।