Sports Flashback: तीन वर्ल्ड कप जीतने वाला 'फुटबॉल का जादूगर', जिसने दागे 1000 से ज्यादा गोल
By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 20, 2018 07:32 AM2018-06-20T07:32:11+5:302018-06-20T07:32:11+5:30
Pele: फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में शुमार रहे ब्राजील के पेले को उनके बेहतरीन खेल के लिए याद किया जाता है
फीफा वर्ल्ड कप 2018 की खुमारी फुटबॉल फैंस के सिर चढ़कर बोल रही है। रूस की मेजबानी में 14 जून से 15 जुलाई तक आयोजित हो रहे 21वें फुटबॉल वर्ल्ड कप को लेकर दुनिया भर में काफी उत्साह है। इस वर्ल्ड कप में मेसी, रोनाल्डो, नेमार, सालाह और ईडन हजार्ड और हैरी केन जैसे खिलाड़ियों की चर्चा है। लेकिन साथ ही फुटबॉल इतिहास के सबसे महान खिलाड़ियों की भी चर्चा इस दौरान जोरों पर रहती है।
ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं पेले, जिन्हें फुटबॉल इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। पेले के जादुई खेल के कारण उन्हें 'ब्लैक पर्ल' और फुटबॉल का करिश्माई खिलाड़ी भी कहा जाता है। पेले ने ब्राजील को तीन वर्ल्ड कप जीतने में अहम योगदान दिया। फुटबॉल इतिहास में कई और महान खिलाड़ी हुए लेकिन मैदान पर पेले जैसा करिश्मा फिर कोई और नहीं दोहरा पाया।
तीन वर्ल्ड कप जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं पेले
पेले का रिकॉर्ड हैरान करने वाला है, उन्होंने अपने करियर में 1281 गोल दागे और 92 हैट-ट्रिक बनाई। वह महज 17 साल की उम्र में ही वर्ल्ड कप जीतने वाली ब्राजील टीम के सदस्य थे। पेले महज 17 साल की उम्र में 1958 का वर्ल्ड कप फाइनल खेलकर सबसे कम उम्र में वर्ल्ड कप फाइनल खेलने वाले फुटबॉलर बने थे। अपने पहले ही फाइनल में युवा पेले ने 2 गोल दागे और ब्राजील ने स्वीडन को 5-2 से रौंदते हुए वर्ल्ड कप जीत लिया। पेले तीन वर्ल्ड कप (1958, 1962 और 1970) जीतने वाले दुनिया के एकमात्र फुटबॉलर हैं।
ब्राजील के लिए महज 16 साल की उम्र में दागा था पहला गोल
पेले ने ब्राजील के लिए अपना डेब्यू महज 16 साल की उम्र में किया था और अपना पहला गोल 16 साल और 9 महीने की उम्र में दागा था और फुटबॉल इतिहास में सबसे कम उम्र में गोल दागने वाले खिलाड़ी बने थे। 1961 में ब्राजीली सरकार ने उन्हें राष्ट्रीय संपदा घोषित कर दिया था ताकि कोई विदेशी क्लब उनसे करार करके उन्हें देश से बाहर न ले जा सके। पेले का पहला फुटबॉल क्लब सैंतोस था, जिसके लिए उन्होंने महज 15 साल की उम्र में डेब्यू किया था।
पेले का मैच देखने के लिए नाइजीरिया में किया गया 48 घंटे का युद्ध विराम
पेले की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनका खेल देखने के लिए एक देश में युद्ध रुक गया था। दरअसल, युद्ध प्रभावित देश नाइजीरिया में 1967 में पेले का मैच देखने के लिए 48 घंटे का संघर्ष विराम घोषित कर दिया गया था ताकि संघीय और विद्रोही सेनाएं पेले को खेलते हुए देख सकें।