FIFA World Cup: इंग्लैंड के हैरी केन ने जीता गोल्डन बूट, देखें 1930 से अब तक के विनर्स की पूरी लिस्ट
By सुमित राय | Published: July 16, 2018 11:50 AM2018-07-16T11:50:25+5:302018-07-16T11:50:25+5:30
पूरे विश्व कप के दौरान गोल्डन बूट खिताब के लिए खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली।
फीफा विश्व कप 2018 के फाइनल में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। यह उसका दूसरा खिताब है, इससे पहले उसने साल 1998 में यह खिताब अपने नाम किया था। पूरे विश्व कप के दौरान गोल्डन बूट खिताब के लिए खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली, लेकिन यह खिताब इंग्लैंड को सेमीफाइनल तक पहुंचाने वाले कप्तान हैरी केन जीतने में सफल रहे।
हैरी केन ने किए इस साल 6 गोल
24 साल की उम्र में इंग्लैंड की कप्तानी करने वाले हैरी केन ने अपने प्रदर्शन के सभी को अपनी ओर आकर्षिक किया, उन्होंने इस साल फीफा वर्ल्ड कप में खेले 6 मैचों में कुल 6 गोल किए और फीफा वर्ल्ड कप 2018 के गोल्डन बूट का खिताब अपने नाम किया। हैरी इस साल वर्ल्ड कप में हैट्रिक लगाने वाले पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद दूसरे खिलाड़ी रहे। हैरी केन ने कोलंबिया के खिलाफ एक गोल किया। इससे पहले उन्होंने पनामा के खिलाफ 3 गोल किए थे, वहीं उन्होंने ट्यूनीशिया के खिलाफ दो गोल दागे थे।
विश्व कप में गोल्डन बूट के पिछले विजेता
खिलाड़ी | देश | साल | गोल |
हैरी केन | इंग्लैंड | 2018 | 6 गोल |
जेम्स रोड्रिगेज | कोलंबिया | 2014 | 6 गोल |
थोमस म्युलर, डिएगो फोर्लन, वेस्ले सनेजर, डेविड विला | जर्मनी, उरुग्वे, नीदरलैंड्स, स्पेन | 2010 | 5 गोल |
मिरोस्लाव क्लोसे | जर्मनी | 2006 | 5 गोल |
रोनाल्डो | ब्राजील | 2002 | 8 गोल |
दावोर सुकर | क्रोएशिया | 1998 | 6 गोल |
ओलेग सालेन्को, हिस्टो स्टोइचकोव | रूस, बुल्गारिया | 1994 | 6 गोल |
साल्वाटोर चिलाची | इटली | 1990 | 6 गोल |
गैरी लाइनकर | इंग्लैंड | 1986 | 6 गोल |
पाओलो रॉसी | इटली | 1984 | 6 गोल |
मारियो केम्प्स | अर्जेंटीना | 1978 | 6 गोल |
रोग्रेज लाटो | पोलैंड | 1974 | 7 गोल |
गेर्ड मुलर | जर्मनी | 1970 | 10 गोल |
यूसेबियो | पुर्तगाल | 1966 | 9 गोल |
फ्लोरियन अल्बर्ट, गैरिंचा, वैलेंटाइन इवानोव, ड्रैजन जेरिकोविच, लियोनेल संचेज, वावा | हंगरी, ब्राजील, सोवियत संघ, यूगोस्लाविया, चिली, ब्राजील | 1962 | 4 गोल |
जस्ट फॉनटेन | फ्रांस | 1958 | 13 गोल |
सैंडर कॉक्सिस | हंगरी | 1954 | 11 गोल |
एडमिर | ब्राजील | 1950 | 8 गोल |
लियोनिदास | ब्राजील | 1938 | 7 गोल |
ओल्डरिच नेजेडली | चेकोस्लोवाकिया | 1934 | 5 गोल |
गुइलेर्मो स्टेबल | अर्जेंटीना | 1930 | 8 गोल |
किसे दिया जाता है गोल्डन बूट
गोल्डन बूट देने की शुरुआत साल 1930 में फीफा वर्ल्ड कप के शुरुआत के साथ ही हुई थी। टूर्नामेंट खत्म होने के बाद गोल्डन बूट का खिताब उस खिलाड़ी को दिया जाता है, जो पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल दागता है। फीफा वर्ल्ड कप के इतिहास में सिर्फ तीन बार ऐसा हुआ है कि सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ियों की संख्या एक से ज्यादा रहने पर संयुक्त रूप से यह पुरस्कार दिया गया था।