FIFA: इंग्लैंड के कप्तान गोल्डन बूट की रेस में सबसे आगे, कोलंबिया के खिलाफ फिर कमाल की उम्मीद
By सुमित राय | Published: July 3, 2018 06:25 PM2018-07-03T18:25:20+5:302018-07-03T18:25:20+5:30
इंग्लैंड की जीत की जिम्मेदारी कप्तान हैरी केन पर होगा जो टीम का अच्छा नेतृत्व भी कर रहे हैं और इस साल वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा गोल भी कर चुके हैं।
मॉस्को, 3 जुलाई। इंग्लैंड की टीम फीफा वर्ल्ड कप 2018 के प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मास्को के स्पार्टक स्टेडियम में दक्षिण अमेरिकी देश कोलंबिया से भिड़ेगी। इंग्लैंड की नजर दूसरी बार खिताब जीतने की राह में आगे बढ़ने पर होगी, जबकि कोलंबिया 2014 में ब्राजील में हुए विश्व कप के अपने प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी। इंग्लैंड की जीत की जिम्मेदारी कप्तान हैरी केन पर होगा जो टीम का अच्छा नेतृत्व भी कर रहे हैं और इस साल वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा गोल भी कर चुके हैं।
24 साल की उम्र में इंग्लैंड की कप्तानी कर रहे हैरी केन ने अपने प्रदर्शन के सभी को अपनी ओर आकर्षिक किया है, उन्होंने अब तक खेले 2 मैचों में कुल 5 गोल किए हैं और फीफा वर्ल्ड कप 2018 के गोल्डन बूट की रेस में सबसे आगे हैं। हैरी इस साल वर्ल्ड कप में हैट्रिक लगाने वाले पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद दूसरे खिलाड़ी हैं। हैरी केन ने पनामा के खिलाफ 3 गोल किए थे, वहीं इससे पहले उन्होंने ट्यूनीशिया के खिलाफ दो गोल दागे थे। कोलंबिया के खिलाफ मैच से पहले हैरी केन ने कहा कि मुझे लगता है कि मैं अपने प्रत्येक मैच में गोल कर सकता हूं। विशेषकर जब चीजें आपके पक्ष में हों तब आप मैदान में उतरने के लिए इंतजार नहीं कर पाते।
दूसरे नंबर पर बेल्जियम के रोमेलू लुकाकू
गोल्डन बूट की रेस में हैरी केन के बाद बेल्जियम के रोमेलू लुकाकू है, जिन्होंने इस साल वर्ल्ड कप में कुल 4 गोल किए हैं। लुकाकू ने ट्यूनीशिया के खिलाफ दो गोल किए थे, जबकि इससे पहले उन्होंने अपने पहले मैच में पनामा के खिलाफ भी दो गोल किए थे। मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह फुटबॉलर गोल्डन बूट अवॉर्ड के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहा है। लुकाकू प्री-क्वॉर्टर फाइनल में जापान के खिलाफ गोल करने में नाकाम रहे। (फीफा वर्ल्ड कप की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें)
क्रिस्टियानो रोनाल्डो के नाम चार गोल
फीफा विश्व कप के शुरू होने के साथ ही क्रिस्टियानो रोनाल्डो काफी लय में नजर आ रहे थे और अपने पहले ही मैच में स्पेन के खिलाफ हैट्रिक लगाया था, जबकि दूसरे मैच में मोरक्को के खिलाफ एक गोल किया। लेकिन अंतिम 16 में रोनाल्डो अपनी टीम के लिए कोई गोल नहीं कर पाए और उरुग्वे के खिलाफ 2-1 से हारकर उनकी टीम पुर्तगाल को वर्ल्ड कप से बाहर होना पड़ा। हालांकि रोनाल्डो अब भी सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में तीसरे नंबर पर बरकरार हैं और उनके नाम इस साल चार गोल हैं।
गोल्डन बूट की रेस में सबसे आगे हैं ये खिलाड़ी
खिलाड़ी | देश | गोल |
हैरी केन | इंग्लैंड | 5 गोल |
रोमेलू लुकाकू | बेल्जियम | 4 गोल |
क्रिस्टियानो रोनाल्ड | पुर्तगाल | 4 गोल |
अर्तेम ज्यूबा | रूस | 3 गोल |
डेनिस चेरीशेव | रूस | 3 गोल |
विश्व कप में गोल्डन बूट के पिछले पांच विजेता
खिलाड़ी | देश | साल | गोल |
जेम्स रोड्रिगेज | कोलंबिया | 2014 | 6 गोल |
थोमस म्युलर | जर्मनी | 2010 | 5 गोल |
मिरोस्लाव क्लोसे | जर्मनी | 2006 | 5 गोल |
रोनाल्डो | ब्राजील | 2002 | 8 गोल |
दावोर सुकर | क्रोएशिया | 1998 | 6 गोल |
किसे दिया जाता है गोल्डन बूट
गोल्डन बूट देने की शुरुआत साल 1930 में फीफा वर्ल्ड कप के शुरुआत के साथ ही हुई थी। टूर्नामेंट खत्म होने के बाद गोल्डन बूट का खिताब उस खिलाड़ी को दिया जाता है, जो पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल दागता है। फीफा वर्ल्ड कप के इतिहास में सिर्फ तीन बार ऐसा हुआ है कि सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ियों की संख्या एक से ज्यादा रहने पर संयुक्त रूप से यह पुरस्कार दिया गया था।