गोभी हो, लौकी या परवल, ताजी सब्जी की पहचान के लिए हमेशा करें इन तरीकों का इस्तेमाल
By मेघना वर्मा | Published: August 18, 2018 04:20 PM2018-08-18T16:20:25+5:302018-08-18T16:20:25+5:30
लौकी लेनी हो तो बहुत पतली या बहुत मोटी न लें। मध्यम आकार की सीधी या हलकी मुड़ी लौकी लें।
भारतीय खानों में सब्जी की जरूरत सुबह-शाम होती है। हमारे यहां कोई भी व्यंजन बिना सब्चियों के इस्तेमाल के नहीं बनता। मगर अक्सर सब्जीयां खरीदते वक्त लोग ताजी और हरी सब्जियों को पहचान नहीं पाते। इसी के चलते वह सड़ी-गली सब्जियां और कीड़े लगी सब्जियां खरीद बैठते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही स्टेप्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप ताजी सब्जियों की पहचान आसानी से कर सकते हैं। इससे ना सिर्फ आप स्मार्ट शॉपिंग कर पाएंगे बल्कि अपने परिवार वालों को शुद्ध खाना भी खिला पाएंगे।
1. फूलगोभी से नहीं आनी चाहिए बदबू
फूलगोभी खरीदते समय ध्यान रहे कि वह एकदम सफेद और सख्त हो। छितरी हुई गोभी अच्छी नहीं होती। यह भी देख लें कि उस में कीड़े तो नहीं लगे हैं। उस की खुशबू भी अच्छी होनी चाहिए। गंदे पानी की फूलगोभी में दुर्गंध आती है।
2. पत्तागोभी अंदर से नहीं होनी चाहिए पोपली
पत्तागोभी या बंदगोभी खरीदते समय देख लें कि वह हरी हो। उसे दबा कर देखें। वह कठोर होनी चाहिए न कि पोली। अच्छी पत्तागोभी आकार में छोटी, मगर वजन में भारी होती है जबकि पोलीगोभी आकार में बड़ी और वजन में कम होती है। गोभी में छेद नहीं होना चाहिए छेद होने का मतलब भीतर कीड़े होना है।
3. ब्रोकली हो सख्त
ब्रोकली एक तरह की फूलगोभी ही है, जिस का रंग हरा होता है। उसे खरीदते समय फूलगोभी जैसी सावधानी बरतनी चाहिए। ध्यान रखिए की ब्रोकली सख्त हो छितरी हुई ना हो।
4. लौकी डंठल भी हो हरा
लौकी लेनी हो तो बहुत पतली या बहुत मोटी न लें। मध्यम आकार की सीधी या हलकी मुड़ी लौकी लें। पूरी लौकी ऊपर से हरी हो। उस का कोई हिस्सा सफेद या पीला नजर नहीं होना चाहिए। अधिक पकी लौकी के बीज कड़े होते हैं और वह मुलायम भी नहीं निकलती। ताजा लौकी पर हलके रोएं भी होते हैं और उस का डंठल भी हरा होता है।
5. नहीं होन चाहिए गिलकी में छेद
गिलकी खरीदते समय उस के किनारे देखें। ताजा गिलकी के किनारे पर फूल दिखेंगे। ताजा गिलकी पर हलके रोएं होते हैं। वह मुलायम भी होती है। यदि गिलकी पर काले दाग-धब्बे हैं तो इस का मतलब वह बासी है। गिलकी में छेद नहीं होने चाहिए और अधिक पतली या अधिक मोटी भी न लें।
6. मोटी तुरई है सही
तुरई खरीदते समय उस का एक किनारा तोड़ कर चख लें, क्योंकि उस के कड़वी निकलने की आशंका रहती है। बिना चखे यदि आप ने खरीदी और सब्जी बनाई, तो एक भी तुरई कड़वी होने पर पूरी सब्जी कड़वी हो जाएगी। तुरई थोड़ी गूदे वाली यानी मोटी लें। एकदम पतली या बहुत मोटी तुरई अच्छी नहीं रहती।
7. ध्यान से खरीदें परवल
परवल खरीदते समय यह ध्यान रखें कि उन्हें भरवां बनाना है या कटवा कर। यदि भरवां बनाना हो तो मध्यम आकार के परवल खरीदें अन्यथा बड़े आकार के भी चल सकते हैं। उन के बीज अधिक पके नहीं होने चाहिए।
8. रोएंदार हो टिंडे
भरवां टिंडे बनाने हों तो एकजैसे मध्यम या छोटे आकार के खरीदें। यदि काट कर बनाने हों तो बड़े टिंडे खरीदें। वे ऊपर से हरे होने चाहिए तथा रोएंदार होने चाहिए। यदि वे चिकने हैं तो भीतर से कड़क निकलेंगे। यदि टिंडे अधिक पके होंगे तो खाते समय उन के बीज मुंह में आएंगे।
9. बैंगन चिकने व चमकदार हों
बैंगन कई प्रकार के आते हैं। लंबे, गोल, हरे, यदि भरवां बैगन बनाने हों तो गोल और छोटे आकार के खरीदें। यदि भरता बनाना हो तो गोल व बड़े आकार के बैगन खरीदें। काट कर सब्जी बनानी हो तो लंबे आकार के बैगन खरीदें। भीतर से मुलायम तथा कम से कम बीज वाले हों। आड़ेतिरछे या मुड़े बैगन न लें। यह देख लें कि उन में छेद न हों वरना भीतर कीड़े हो सकते हैं। ताजे बैगन के किनारे और डंठल हरे होंगे।