दिल्ली विश्वविद्यालयः पंजीकरण की प्रक्रिया खत्म, कुल 5.63 लाख से ज्यादा छात्रों ने ऑनलाइन आवेदन किया, तीन साल में सबसे ज्यादा
By भाषा | Published: September 1, 2020 02:30 PM2020-09-01T14:30:14+5:302020-09-01T15:38:52+5:30
आंकड़ों के अनुसार यहां कुल 1,83,674 विद्यार्थियों ने परास्नातक पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन किया, वहीं 34,306 विद्यार्थियों ने एमफिल और पीएचडी में प्रवेश के लिए आवेदन किया।
नई दिल्लीःदिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए पंजीकरण प्रक्रिया समाप्त हो गयी और कुल 5.63 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है जो कि पिछले तीन साल में सबसे ज्यादा है।
पंजीकरण प्रक्रिया सोमवार को समाप्त हुई और आवेदन करने वालों में सबसे ज्यादा सीबीएसई और दिल्ली के रहने वाले विद्यार्थी हैं। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार यहां कुल 1,83,674 विद्यार्थियों ने परास्नातक पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन किया, वहीं 34,306 विद्यार्थियों ने एमफिल और पीएचडी में प्रवेश के लिए आवेदन किया।
विश्वविद्यालय को सबसे ज्यादा 2,85,128 आवेदन सीबीएसई बोर्ड से उत्तीर्ण विद्यार्थियों से मिले हैं। इसके बाद हरियाणा बोर्ड के 12,272 और सीआईएससीई के 11,521 विद्यार्थियों ने आवदेन किया है। सबसे ज्यादा दिल्ली में रहने वाले 1,42,526 विद्यार्थियों ने दाखिले के लिए आवेदन किया है। इसके बाद उत्तर प्रदेश के 66,657 और हरियाणा के 50,701 विद्यार्थी हैं। डीयू ने बताया कि 5,63,351 विद्यार्थियों ने स्नातक पूर्व (अंडरग्रेजुएट) पाठ्यक्रम के लिए आवेदन किया है जिनमें से 3,53,171 ने भुगतान किया है।
डीयू की परीक्षा के लिए दिल्ली आ रहे दिव्यांग छात्रों की यात्रा में मदद करने का रेलवे को निर्देश
दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को रेल मंत्रालय से कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय की परीक्षा में शामिल होने के लिए राजधानी आ रहे दिव्यांग छात्रों के लिए कन्फर्म टिकट सुनिश्चित करे। अदालत ने कहा कि यह सुनिश्चित होना चाहिए कि दिव्यांग श्रेणी में आने वाले छात्रों की अंतिम वर्ष की परीक्षा नहीं छूटेगी।
दिल्ली विश्वविद्यालय की नियमित तरीके से परीक्षा 14 सितंबर से शुरू होनी है। न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति सुब्रमणियम प्रसाद की पीठ ने कहा कि फिलहाल सीमित संख्या में चल रही ट्रेनों को ध्यान में रखते हुए, उन सभी को कन्फर्म टिकट उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाना चाहिए।
पीठ ने कहा कि छात्र प्रतीक्षा सूची का भी टिकट ले सकते हैं और दो दिन पहले रेलवे को इसकी सूचना दे सकते हैं। अदालत ने डीयू से कहा है कि वह एक हलफनामा दायर करके बताए कि दूसरे चरण की परीक्षा के लिए कितने छात्र पंजीकृत हैं। विश्वविद्यालय से हलफनामे में यह भी बताने को कहा गया है कि दोनों चरणों की परीक्षाओं का परिणाम कब आएगा। मामले में अगली सुनवाई अब 22 सितंबर को होगी।