डिग्री का फर्जीवाड़ा: दिल्ली में बैठकर बांटीं कानपुर विद्यापीठ की फर्जी डिग्रियां, पुलिस ने जाल बिछाकर किया गिरफ्तार
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 25, 2019 09:11 AM2019-01-25T09:11:07+5:302019-01-25T09:11:07+5:30
इस खुलासे से स्पष्ट हो रहा है कि, 'ठग्स ऑफ दिल्ली' ने न जाने कितने देशवासियों को ऐसी फर्जी डिग्रियां जारी की होंगी।
अकोला, 24 जनवरी: अकोला में उजागर हुए डिग्री फर्जीवाड़े की जांच जारी है। इसी कड़ी में खदान पुलिस ने नागपुर से चंद्रशेखर बन्सोड़ और उसके बाद दिल्ली से बिजेंदर टिल्ठुराम को गिरफ्तार किया। इनमें फर्जीवाड़े का सूत्रधार माने गए बिजेंदर सहित चंद्रशेखर को भी आज दोपहर बाद अदालत में पेश किया गया, जहां बिजेंदर को 27 जनवरी तक पुलिस कस्टडी में रखने का आदेश हुआ जबकि चंद्रशेखर बन्सोड़ को न्यायिक हिरासत में कारागृह भेज दिया गया। इस बीच आरोपियों के पास से लैपटॉप के अलावा कलर प्रिन्टर, पेन-ड्राइव और दस्तावेज जब्त किए हैं।
विगत जुलाई महीने में अकोला के केदार वैद्यनाथ सूर्यवंशी की रपट पर खदान पुलिस ने जालसाजी का मामला दर्ज कर आरोपियों की धरपकड़ शुरू की थी। जिसमें नागपुर के शाहनवाज अब्दुल रब, मोहम्मद इम्तियाज अन्सारी, जुनेद अख्तर और कामठी के कार्तिक कन्नास्वामी के बाद हरियाणा से ऊधमसिंह को गिरफ्तार किया गया था।
अब तक हुई गहन जांच में नागपुर के चंद्रशेखर बन्सोड़ का नाम सामने आने के बाद उसे 19 जनवरी को दबोचा गया था। उसी ने दिल्ली के रहनेवाले तथा सूत्रधार बिजेंदर के नाम का खुलासा किया था। इसी के आधार पर खदान थाने का एक दस्ता दिल्ली पहुंचा और बिजेंदर को गिरफ्तार कर वापस आया। इस मामले में अब तक गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 7 पर पहुंच गई है। मामले की जांच वर्तमान में अनिल जुमले के मार्गदर्शन में पीएसआई शशिकांत नावकार कर रहे हैं।
थानेदार अनिल जुमले की बी.टेक (सिविल इंजीनियरिंग) की फर्जी डिग्री तैयार की
दिल्ली के आरोपी बिजेंदर टिल्ठुराम की तलाश में खदान पुलिस दिल्ली पहुंची। जहां बिजेंदर को दबोचने के बाद उसके द्वारा बनाई जानेवाली डिग्री के एक प्रात्यक्षिक में अकोला खदान के थानेदार अनिल विश्रामजी जुमले की डिग्री तैयार करवाई गई। बिजेंदर ने अपने लैपटॉप के जरिए थानेदार अनिल जुमले की कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय की बी.टेक इन सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री तैयार की, जिसमें उन्हें फर्स्ट डिवीजन में उत्तीर्ण बताया गया। जिसके लिए उन्होंने सन् 2018 में परीक्षा दी थी। इस खुलासे से स्पष्ट हो रहा है कि, 'ठग्स ऑफ दिल्ली' ने न जाने कितने देशवासियों को ऐसी फर्जी डिग्रियां जारी की होंगी।