पटना, 17 जून: पूरे साल की मेहनत के बाद बिहार बोर्ड (Bihar School Education Board) के कक्षा 10वीं (BSEB Matric class 10 Result 2018) के छात्रों के मेहनत का फल अभी तक नहीं आया है। प्रत्येक राज्य अपने अपने बोर्ड रिजल्ट (Board Exam Result 2018) जारी कर रहा है।ताजा खबरों के मुताबिक बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट (Bihar Board Class 10 Result 2018) 20 जून को जारी किया जा सकता है। छात्र बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट biharboard.ac.in पर रिजल्ट देख सकते हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 10वीं (BSEB Matric Examination 2018) की परीक्षा 21 फ़रवरी से लेकर 28 फ़रवरी 2018 तक कराई थीं। जिन स्टूडेंट्स ने बिहार BSEB की परीक्षा दी थीं वह अपने रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
बिहार बोर्ड मैट्रिक का नतीजा ऐसे करें चेक (BESB Class 10th Result 2018)
- BSEB के ऑफिशियल वेबसाइट biharboard.ac.in को लॉग इन करें।- इसके बाद होम पेज पर (BSEB Class 10th Results 2018) के लिंक पर क्लिक करें। - इसके बाद आप रोल नंबर, नाम और रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करें और सब्मिट लिंक पर क्लिक करें। - इंतजार करने के बाद आप रिजल्ट डाउनलोड करें और भविष्य के लिए प्रिंट आउट ले लें।
बिहार बोर्ड BSEB के बारे में
बिहार बोर्ड की स्थापना सन 1952 में हुई थी। इसके बाद से हर साल लाखों बच्चे बिहार में 10वीं परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करते हैं। बोर्ड का मुख्यालय राजधानी पटना में है। हर साल बोर्ड माध्यमिक स्कूल की वार्षिक परीक्षाएं फरवरी और मार्च आयोजित करवाता है, जबकि पूरक परीक्षाएं अगस्त में निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर आयोजित करवाता है।
साल 2017 में बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ने मैट्रिक परीक्षा (BSEB Matric Result 2018) का रिजल्ट 22 जून का जारी किया गया था। पिछले साल लगभग 17 लाख से अधिक छात्र शामिल थे। इसमें लगभग 50.12 फीसदी छात्र पास हुए हैं। साल 2017 में प्रेम कुमार ने 500 में से 465 अंक प्राप्त कर पहला अंक हासिल किया था। वहीं, साल 2016 में 46.66 फीसदी छात्र पास हुए हैं। हाल ही बिहार बोर्ड की गिरती पासिंग मार्क्स पर बिहार बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि बोर्ड प्रशासन द्वारा इन दो सालों में बेहद कड़ाई की गई। कड़ाई की वजह से जो छात्र पढ़ते हैं वहीं परीक्षा में पास होते हैं। बिहार बोर्ड मैट्रिक के छात्र 10वीं के प्रवेश के बाद नए कक्षाओं में प्रवेश लेंगे। जिसके लिए वर्तमान कक्षा के अंक प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है। ऐसे में उन्हें नए सत्र में नए कक्षाओं में प्रवेश लेने की चिंताएं सता रही है।