नई दिल्ली:कानपुर मुठभेड़ (Kanpur Encounter) के 8 दिन बाद अब तक इस मामले के मुख्य आरोपी विकास दुबे (Vikas Dubey dead) समेत 6 अपराधी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। अब विकास दुबे एनकाउंटर केस में यूपी STF ने बयान जारी किया है।
बयान के अनुसार, पशुओं का एक झुंड सामने आ गया था, जिससे हादसा हुआ। इसका फायदा उठाकर विकास भागने लगा, पुलिस ने विकास दुबे को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह फायरिंग करता रहा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में हुई मौत।
बता दें कि अब भी इस मामले में कई आरोपी फरार हैं। मुख्य आरोपी विकास दुबे कई दिनों से पुलिस से छिपकर भाग रहा था। उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर से 9 जुलाई को पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। विकास दुबे के मारे जाने की खबर की पुलिस ने भी अधिकारिक पुष्टी की है।
जानें कानपुर शूटआउट मामले में कुल कितने अभियुक्त थे-
बता दें कि कानपुर स्थित बिकरु गांव में विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में एक सीओ समेत 8 पुलिस वालों की मौत हो गई। इस मामले में यूपी पुलिस ने विकास दुबे समेत कुल 21 अभियुक्त को नामजद किया था। यही नहीं पुलिस ने इस मामले में शक के आधार पर 60 से 70 अन्य लोगों को भी अभियुक्त बनाए थे।
पुलिस लगातार विकास 2 जुलाई की रात के बाद से ही विकास के अलावा इन सभी आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही थी। यूपी पुलिस (UP POLICE) ने इस मामले में अब तक विकास समेत 6 लोगों को मार गिराया है। पुलिस ने तीन जुलाई को विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय को एनकाउंटर में ढेर कर दिया।
वह भी शातिर अपराधी था और विकास का बेहद भरोसेमंद था। उसके पास से पुलिस से लूटी गई एक पिस्टल भी बरामद हुई थी। इसके अलावा, पुलिस ने अतुल दुबे, अमर दुबे, प्रभात मिश्रा व बउवा दुबे को भी मार गिराया है।
इस मामले में अब तक अलग-अलग धारा के तहत 10 लोगों की हुई गिरफ्तारी व 12 इनामी फरार हैं-
बता दें कि कानपुर शूटआउट मामले में अब तक 3 लोग गिरफ्तार हुए हैं और 120 बी के अंदर 7 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। इस मामले से जुड़े 12 इनामी बदमाश वांछित चल रहे हैं। कुल 6 लोगों की पुलिस के साथ मुठभेड़ में अब तक हत्या हुई है। इस बात की जानकारी उत्तर प्रदेश के ADG (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने दी है।
बता दें कि पुलिस ने बताया है कि विकास दुबे की गाड़ी के एक्सीडेंट होने के बाद वह शुक्रवार सुबह को भागने की कोशिश कर रही था, इस दौरान उसने पुलिस की पिस्टल छीनकर गोलीबारी की जिसके बाद एसटीएफ के जवानों ने उसे मार गिराया। इस दौरान सिविल पुलिस के 4 कर्मी घायल हुए हैं जिसमें 3 सब इंस्पेक्टर हैं, एक कांस्टेबल है और 2 STF कमांडो को गंभीर चोटें आई हैं।