उत्तर प्रदेश: बलिया में संपत्ति विवाद को लेकर पत्रकार की गोली मारकर हत्या, 3 लोग गिरफ्तार, पिता ने कहा कहानी को घुमा रही है पुलिस
By सुमित राय | Published: August 25, 2020 10:29 AM2020-08-25T10:29:06+5:302020-08-25T10:29:06+5:30
पुलिस ने बताया कि बलिया में संपत्ति विवाद को लेकर पत्रकार की हत्या की गई है, लेकिन पत्रकार के पिता ने पुलिस के दावे को खारिज कर दिया है और कहा है कि पुलिस कहानी को घुमा रही है।
उत्तर प्रदेश में एक पत्रकार की हत्या के बाद एक बार फिर कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगा है। बलिया जिले के उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के फेफना थाना क्षेत्र में सोमवार रात एक प्राइवेट हिंदी टीवी चैनल के पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद लोगों में आक्रोश है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और पूछताछ कर रही है।
यह घटना उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब 260 किलोमीटर दूर पूर्वी यूपी के बलिया की है। 45 वर्षीय पत्रकार की हत्या सोमवार रात करीब 9 बजे हुई, जब वह उनके घर के पास हुई। शुरुआती जांच में बताया जा रहा है कि मामला जमीनी विवाद को लेकर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकार के परिवार के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा, "मुख्यमंत्री ने अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है और आरोपियों के खिलाफ हर संभव कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है।"
यूपी के अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव ने बताया कि रतन सिंह की सोमवार रात फेफना गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के समय वह घर की तरफ जा रहे थे। उधर लखनऊ में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि हत्या के मामले में तीन लोगों अरविंद सिंह, दिनेश सिंह और सुनील कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
इससे पहले बलिया पुलिस ने बताया कि अभी तक की जानकारी के अनुसार पत्रकार रतन सिंह का अपने पड़ोसी से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। सोमवार शाम फिर दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ, उसी में पड़ोसी ने गोली मार दी। आरोपी दिनेश सिंह उनका दूर का रिश्तेदार है। उन्होंने बताया कि पुलिस कार्यवाही में जुटी है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है और मामले की छानबीन कर रही है।
हालांकि पत्रकार रतन सिंह के पिता बिनोद सिंह ने पुलिस के दावे को खारिज कर दिया है। उन्होंने देर रात पत्रकारों से कहा, "कोई संपत्ति विवाद नहीं था। कृपया मौके पर जाएं और खुद देखें। पुलिस कहानी को घुमा रही है।"