UP: राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह सहित 11 समर्थक नजरबंद, जानिए क्या है पूरा मामला
By रामदीप मिश्रा | Published: August 29, 2020 11:45 AM2020-08-29T11:45:00+5:302020-08-29T11:45:00+5:30
साल 2005 में मोहर्रम के दिन हनुमान मंदिर पर एक बंदर को गोली मारी गई थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। इसी के बाद से उसकी पुण्यतिथि पर लोग भंडारे का आयोजन किया जाता रहा है।
लखनऊः उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिला प्रशासन ने कुण्डा से बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह को 11 समर्थकों के साथ नजरबन्द कर किया है। दरअसल, उदय प्रताप सिंह कुण्डा क्षेत्र के शेखपुर में मोहर्रम पर जुलूस के रास्ते में भंडारे का कार्यक्रम करना चाहते थे। वह इस कार्यक्रम के लिए अड़े हुए थे, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की है।
मिली जानकारी के अनुसार, उदय प्रताप सिंह शनिवार शाम 5 बजे से कल शाम 9 नौ बजे तक हाउस अरेस्ट रहेंगे। वहीं, जिलाधिकारी ने हनुमान मंदिर पर पूजा-भंडारे का कार्यक्रम को भी निरस्त कर दिया है। राजा भैया के पिता की मोहर्रम के दिन भंडारा करने की थी मांग थी, जिसे प्रशासन ने नकार दिया है।
जिला-प्रशासन पिछले तीन वर्षों से उदय प्रताप को भंडारा करने का परमिशन नहीं देता है क्योंकि मंदिर के रास्ते से मोहर्रम का जुलूस गुजरता है। इस वजह से प्रशासन शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए भंडारे के कार्यक्रम को रद्द कर देता है।
आपको बता दें, साल 2005 में मोहर्रम के दिन हनुमान मंदिर पर एक बंदर को गोली मारी गई थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। इसी के बाद से उसकी पुण्यतिथि पर लोग भंडारे का आयोजन किया जाता रहा है। इसके बाद 2015 में उदय प्रताप सिंह ने मंदिर में पूजा-पाठ के लिए भव्य आयोजन करने का फैसला लिया, जिसके बाद दो समुदाय में टकराव न हो इसके लिए प्रशासन ने कदम उठाए और 2016 में आयोजन पर रोक लगा दी।