उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अरबाज को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर किया, मुठभेड़ धूमनगंज थाना क्षेत्र के नेहरू पार्क के पास हुई
By शिवेंद्र राय | Published: February 27, 2023 04:15 PM2023-02-27T16:15:09+5:302023-02-27T16:25:20+5:30
24 फरवरी को बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की हत्या के केस में प्रमुख गवाह उमेश पाल पर प्रयागराज में जानलेवा हमला किया गया था। हमले में बुरी तरह घायल उमेश पाल को तुरंत ही स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी थी।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अरबाज पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। जानकारी के मुताबिक पुलिस की यह मुठभेड़ धूमनगंज थाना क्षेत्र के नेहरू पार्क के पास हुई है।
प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान सभा में 'माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा' बयान दिया था। योगी के इस बयान के बाद सदन में ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आपत्ति जताई थी। लेकिन अब यूपी पुलिस मुख्यमंत्री के बयान को सही साबित करती हुई दिखाई दे रही है।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इस हत्याकांड के बाद पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश कर रही थी। सीसीटीवी की जांच के दौरान पुलिस को कैमरे में आरोपी अरबाज का चेहरा नजर आया था जिसके बाद से ही उसकी तलाश जारी थी। अरबाज को बाहुबली नेता और माफिया अतीक अहमद का करीबी भी माना जाता है। जानकारी के अनुसार प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के नेहरू पार्क के पास हुई मुठभेड़ में अरबाज ने पुलिस पर गोलिया भी चलाई जिसमें एक जवान घायल हुआ था।
जवाब में का गई फायरिंग में अरबाज के सीने और पैर में गोली लगी थी। अरबाज को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई। बता दें कि 24 फरवरी को बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की हत्या के केस में प्रमुख गवाह उमेश पाल पर प्रयागराज में जानलेवा हमला किया गया था। हमले में बुरी तरह घायल उमेश पाल को तुरंत ही स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी थी। उमेश पाल बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के इकलौते गवाह थे। जानकारी के अनुसार उनके घर में घुस कर देसी बमों से हमला किया गया। उमेश पाल की सुरक्षा के लिए दो पुलिस कर्मी भी मुहैया कराए गए थे लेकिन इसके बावजूद हमलावर अपने मकसद में कामयाब रहे।
राजू पाल बहुजन समाज पार्टी के विधायक थे जिनकी हत्या साल 2005 में कर दी गई थी। हत्या का आरोप बाहुबली नेता अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ पर लगा। इस बार भी उमेश यादव की हत्या के बाद अंगुली अतीक और उनके भाई की तरफ ही उठ रही है। उमेश पाल, राजू पाल की पत्नी पूजा पाल के रिश्तेदार थे। जब से वह इस केस में गवाह बने थे तब से उनको जान का खतरा था। इस संबंध में पूजा पाल ने भी उमेश पाल को जान के खतरे की आशंका जताई थी।