महिला ने बयां किया दर्द, कहा- बहुत हुई बदनाम अब बस इंसाफ चाहिए
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: July 19, 2018 03:58 PM2018-07-19T15:58:35+5:302018-07-19T15:58:35+5:30
महिला ने दर्द बयां करते हुए कहा है कि शादी के एक साल बद तक जब मुझे बच्चे नहीं हुए तो घर में कलह शुरू हो गई।
हलाला का दर्द झेल रही एक महिला ने हाल ही में अपना दर्द बयां किया है। महिला ने दर्द बयां करते हुए कहा है कि शादी के एक साल बद तक जब मुझे बच्चे नहीं हुए तो घर में कलह शुरू हो गई। मेरा पति धीमें धीमें रोज मुझे मारने लगा । नशे के इंजेक्शन लगाए जाने लगे। इसके बाद 2011 में एक दिन मेरे शौहर ने मुझको तलाक दे दिया।
लेकिन फिर बाद में मुझे फिर से साथ रखने का वादा करते हुए मेरा मेरे ससुर के साथ हलाला करवा दिया गया। ऐसे में अब महिला का कहना है कि बहुत हुई बदनामी, अब तो बस इंसाफ चाहिए।दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने बताया कि जब उसने ससुर से निकाह करने को इंकार किया तो नशे का इंजेक्शन देकर उसी हालत में बदायूं के किसी मौलाना को बुलाकर ससुर से मेरा निकाह कराया गया।
फिर ससुर से तलाक के बाद मेरे पति से फिर से मेरी शादी करवा दी गई। लेकिन उनके जुर्म कम नहीं हुए छह साल तक साथ रहे। इस बीच भी कोई औलाद नहीं हुई। शौहर, ससुराल वालों के जुल्म जारी रहे। वर्ष 2017 में उसने फिर तलाक दे दिया। तीन दिन घर में कैद रखा फिर मेरा मां जब मुझे लेने आई तो तीसरी बार रखने के लिए देवर के साथ हलाला की शर्त रख दी गई। इस बार मैंने हिम्मत दिखाई और मैंने इंसाफ की बात कही। मेरी कोशिशों के बाद भी पुलिस मे मेरी बात नहीं सुनी।
जिसके बाद मुझे किसी ने बताया कि निदा खान तलाकशुदा औरतों की मदद करती हैं। मैं उनके पास पहुंची। वह थाने लेकर गईं। मुकदमा दर्ज कराया। रिश्तेदारों ने मना किया कि ससुर के साथ हलाला का जिक्र न करना। बदनामी होगी। हालात ये है कि अब मुझसे मेरे हालाल का सबूत मांगा जा रहा है।
उसने कहा है कि शरीयत के खिलाफ नहीं हूं बल्कि इसकी आड़ में जो गलत हुआ उसके खिलाफ मुंह खोला है।आज मेरे दोनों भाई भी मेरे खिलाफ हो गए हैं। दूसरी तरफ निदा खान ने फतवे को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देने का सिलसिला भी जारी रखा है। तीसरे दिन भी बातचीत में दोहराया कि फतवे को किसी कीमत पर कुबूल नहीं किया जाएगा।