श्रद्धा मर्डर केस को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में डाली गई याचिका, मामले की CBI को ट्रांसफर करने की मांग
By रुस्तम राणा | Published: November 21, 2022 02:07 PM2022-11-21T14:07:41+5:302022-11-21T14:07:41+5:30
याचिकाकर्ता जोशिना तुली ने तर्क दिया है कि कर्मचारियों की कमी के साथ-साथ सबूतों और गवाहों का पता लगाने के लिए पर्याप्त तकनीकी और वैज्ञानिक उपकरणों की कमी के कारण जांच प्रभावी ढंग से नहीं की जा सकती। यह घटना लगभग छह महीने पहले हुई थी।
नई दिल्ली: देश को झकझोर देने वाले वाले श्रद्धा मर्डर केस में जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नए-नए तथ्य भी सामने आ रहे हैं। श्रद्धा हत्याकांड की जांच के बीच दिल्ली पुलिस से सीबीआई को जांच स्थानांतरित करने की मांग करते हुए दिल्ली उच्च में याचिका डाली गई है। याचिकाकर्ता जोशिना तुली ने तर्क दिया है कि कर्मचारियों की कमी के साथ-साथ सबूतों और गवाहों का पता लगाने के लिए पर्याप्त तकनीकी और वैज्ञानिक उपकरणों की कमी के कारण जांच प्रभावी ढंग से नहीं की जा सकती। क्योंकि यह घटना लगभग छह महीने पहले हुई थी।
श्रद्धा वालकर की कथित तौर पर उनके लिव-इन पार्टनर आफताब पूनावाला ने मई में उनके दिल्ली स्थित फ्लैट में हत्या कर दी थी। पूनावाला को पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था। उसने अपराध कबूल किया। पुलिस में दिये बयान के मुताबिक आफताब ने श्रद्धा की हत्या करने के बाद उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए थे।
हाईकोर्ट में याचिका डालने वाले अधिवक्ता ने यह भी कहा है कि घटनास्थल और अदालत कक्ष में मीडिया और अन्य व्यक्तियों की उपस्थिति सबूतों और गवाहों के साथ हस्तक्षेप करने के बराबर है, आरोप है कि घटना स्थल को दिल्ली पुलिस ने आज तक सील नहीं किया है। जनता और मीडिया कर्मियों द्वारा लगातार एक्सेस किया जा रहा है। याचिका में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस द्वारा सूचनाओं के खुलासे के कारण अपराध के दृश्य और बरामदगी के दृश्य दैनिक आधार पर दूषित हो रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने गुरुग्राम से शरीर के कुछ हिस्से बरामद किए हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। पीड़िता का सिर अभी भी गायब है। पुलिस ने यह भी कहा है कि उन्होंने पूनावाला के घर से एक धारदार वस्तु बरामद की गई है। हालांकि इसकी जांच की जाएगी कि क्या वालकर के शरीर को काटने के लिए इसका इस्तेमाल किया गया था।