ओडिशा के मंत्री नब किशोर दास की हत्या के आरोपी की होगी नार्को, पॉलीग्राफी जांच, अदालत ने दी अनुमति
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 9, 2023 08:00 AM2023-02-09T08:00:09+5:302023-02-09T08:16:05+5:30
आरोपी गोपाल दास के वकील हरिशंकर अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि झारसुगुडा में प्रथम श्रेणी के न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने इस मामले की जांच कर रही अपराध शाखा को बर्खास्त पुलिसकर्मी (आरोपी) की नार्को और पॉलीग्राफी जांच कराने की अनुमति दे दी है।
भुवनेश्वरः ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की पिछले महीने गोली मारकर हत्या करने के आरोपी पुलिसकर्मी की नार्को और पॉलीग्राफी जांच करायी जाएगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। ओडिशा के झारसुगुडा जिले की एक अदालत ने बुधवार को आरोपी गोपाल दास की पुलिस हिरासत की अवधि 13 फरवरी तक बढ़ा दी।
गोपाल दास के वकील हरिशंकर अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि झारसुगुडा में प्रथम श्रेणी के न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने इस मामले की जांच कर रही अपराध शाखा को बर्खास्त पुलिसकर्मी (आरोपी) की नार्को और पॉलीग्राफी जांच कराने की अनुमति दे दी है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोपाल दास अपने मकसद या मंत्री की हत्या से पहले की घटनाओं के क्रम के बारे में पूछताछ के दौरान बहुत सहयोग नहीं कर रहा। पूछताछ के दौरान, बर्खास्त पुलिस अधिकारी ने कथित तौर पर जांचकर्ताओं को बताया कि उसने मंत्री को गोली मार दी क्योंकि जिस तरह से पुलिस अधिकारी मंत्री के पीछे झुका करते थे, उसे पसंद नहीं था। वह क्षेत्र में माहौल को खराब कर रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक बर्खास्त पुलिस अधिकारी महीनों से मंत्री की हत्या करने के बारे में सोच रहा था।
उधर, भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रदीप पुरोहित ने आरोप लगाया कि यह मामला बीजू जनता दल के भीतर की लड़ाई से जुड़ा था और नबा दास सत्ताधारी पार्टी के उन लोगों में से थे जो मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को सफल बनाने की कोशिश कर रहे थे।