नोटों की बारिश के बहाने नाबालिग का यौन शोषण, कथित तांत्रिक सहित पांच गिरफ्तार, 50 करोड़ दिलाने का झांसा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 1, 2021 05:09 PM2021-03-01T17:09:17+5:302021-03-01T17:10:19+5:30
नागपुर का मामलाः क्राइम ब्रांच ने 5 लोगों को अरेस्ट किया है. सभी चिमूर और वर्धा के रहने वाले है. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
नागपुरः नोटों की बारिश से 50 करोड़ रुपए दिलाने का झांसा देकर नाबालिगों का यौन शोषण किए जाने का मामला सामने आया है.
क्राइम ब्रांच ने इस टोली के मुखिया कथित तांत्रिक सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. प्रकरण की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं. गिरफ्तार आरोपी सोपान उर्फ डीआर हरिभाऊ कुमरे (35), विनोद जयराम मसराम (42) चिमूर, चंद्रपुर, विक्की गणेश खापरे (20) वृंदावन नगर, यशोधरा, दिनेश महादेव निखारे (25) तथा रामकृष्ण दादाजी म्हसकर (41) समुंद्रपुर, वर्धा हैं.
इस टोली का सूत्रधार सोपान उर्फ डीआर है. वह खुद को तांत्रिक बताता है. उसने दिनेश और विक्की को कथित तांत्रिक साधना के लिए नाबालिग लड़कियां लाने को कहा. विक्की ने दो नाबालिगों से संपर्क किया. उनके माध्यम से तीसरी नाबालिग से मिला. उसे डीआर के सिद्ध होने का झांसा दिया.
विक्की ने नाबालिग को बताया कि तांत्रिक साधना के लिए नाबालिग लड़की की जरूरत होती है. उसका वजन 50 किलो, ऊंचाई 5 फुट चाहिए. उसने नाबालिग को चार से पांच फोटो, पूरा नाम, ऊंचाई के साथ मासिक धर्म की जानकारी व्हाट्सएप्प पर भेजने को कहा. तांत्रिक साधना पूरी होने पर नाबालिग को 50 करोड़ रुपए मिलने का झांसा दिया.
विक्की के लगातार फोन पर आपत्तिजनक बातें करते हुए जानकारी भेजने का दबाव बनाए जाने से नाबालिग को संदेह हुआ. उसने क्राइम ब्रांच के डीसीपी गजानन राजमाने से मुलाकार कर आपबीती बताई. राजमाने का निर्देश मिलते ही पीआई सार्थक नेहेते कार्रवाई में जुट गए.
उन्होंने नाबालिग के माध्यम से विक्की को चर्चा करने के बहाने बुलाया. नाबालिग के घर पहुंचते ही विक्की को दबोच लिया गया. विक्की ने समुंद्रपुर, वर्धा के दिनेश निखारे के कहने पर गिरोह में शामिल होना बताया. वहां दबिश देकर दिनेश को भी बंदी बना लिया गया.
निर्वस्त्र होने पर ही साधना सोपान उर्फ डीआर और उसके गुर्गे नाबालिग को नोटों की बारिश कराने के पहले तीन स्तर पर सहमति जताने को कहते थे. पहले नाबालिग को निर्वस्त्र होने के लिए कहा जाता. दूसरे स्तर पर रंग के बारे में पूछा जाता. तीसरे स्तर पर उसके शरीर को स्पर्श किया जाता.
इस स्तर के बाद किसी भी कृत्य पर असहमति जताए जाते ही तांत्रिक पूजा खंडित होने और नोटों की बारिश नहीं होने का भय दिखाया जाता था. पैसों के लालच में कई नाबालिग आरोपियों के शिकार बनने का अनुमान है.
डीआर के मोबाइल में कई युवतियों के फोटो भी मिले हैं. आरोपियों को दो दिन की हिरासत में लिया गया है. क्राइम ब्रांच के डीसीपी गजानन राजमाने ने पीडि़तों से शिकायत करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि पीड़ितों का नाम गोपनीय रखा जाएगा.