नई दिल्ली, तीन अक्टूबर: सीबीआई ने बिहार के मुजफ्फरपुर में उस कब्रिस्तान में खुदाई शुरू की है जहां उसे संदेह है कि आश्रय गृह की पीड़ित नाबालिग लड़कियों के शव दफनाए गए हो सकते हैं। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
एजेंसी ने कहा कि खुदाई स्थल मुजफ्फरपुर जिले के सिकंदरपुर में है। उन्होंने कहा कि एक बार खुदाई पूरी होने के बाद और विवरण साझा किये जाएंगे।
उन्होंने कहा कि माना जा रहा है कि यह कब्र एक कब्रिस्तान में स्थित है जहां जांच एजेंसी का दल एक खुदाई करने वाले के साथ पहुंचा था और कुछ इंसानी अवशेष खुदाई कर निकाले गए।
उन्होंने कहा कि इन अवशेषों की पहचान सुनिश्चित करने के लिये सीबीआई द्वारा डीएनए और दूसरे फोरेंसिक परीक्षण कराने की उम्मीद है।
ब्रजेश ठाकुर के गैर सरकारी संगठन सेवा संकल्प एवं विकास समिति (एसएसईवीएस) को सरकारी सहायता प्राप्त थी। अधिकारी ने कहा कि कुछ पीड़ितों ने आरोप लगाया कि उनके साथ रहने वाली कुछ लड़कियों की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई और उन्हें दफना दिया गया।
उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस ने लड़कियों द्वारा बताई गई जगहों पर खुदाई की थी लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिल सका।
उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी ने ठाकुर के एक करीबी सहयोगी से पूछताछ की जिसके बाद खुदाई प्रक्रिया को शुरू करने का फैसला लिया गया।
ठाकुर के अलावा एजेंसी ने समाज कल्याण विभाग की सहायक निदेशक रोजी रानी और स्टाफ के सदस्यों गुड्डू, विजय और संतोष को हिरासत में लिया है।