मध्य प्रदेश: मूक-बधिर बच्चों ने हॉस्टल संचालक पर लगाया यौन शोषण का आरोप, गिरफ्तार
By भाषा | Published: September 15, 2018 07:42 PM2018-09-15T19:42:58+5:302018-09-15T19:44:28+5:30
प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल की अध्यक्ष शोभा ने आरोप लगाया कि उसने यौनशोषण का विरोध करने वाले बच्चों के साथ मारपीट भी की।
भोपाल, 15 सितंबर: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मूक बधिरों के लिए चलाये जा रहे साई विकलांग आश्रम सेंटर बैरागढ़कलां के बच्चों से यौनशोषण करने के मामले में पुलिस ने 71 वर्षीय आश्रम संचालक को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। वह सेवानिवृत्त फौजी है।
खजूरी पुलिस थाना प्रभारी हरिशंकर पांडे ने 'भाषा' को बताया, 'साई विकलांग आश्रम सेंटर के बच्चों से यौनशोषण करने के मामले में पुलिस ने आश्रम संचालक एम पी अवस्थी को आज गिरफ्तार कर लिया । वह फौजी है और सेना में हवलदार के पद से सेवानिवृत्त होकर विकलांग आश्रम चला रहा था।'
उन्होंने कहा, 'एक लड़की ने अवस्थी पर बलात्कार करने की शिकायत की है, जबकि तीन लड़कों ने अप्राकृतिक कृत्य करने की शिकायत की है।
पांडे ने बताया, 'इनकी शिकायत पर उसके खिलाफ भादंवि की धारा 376 (बलात्कार), 377 (अप्राकृतिक कृत्य0), 373, (वेश्यावॄत्ति आदि के प्रयोजन के लिए नाबालिग को खरीदना), 354 (छेड़छाड़) एवं पॉक्सो एक्ट के तहत कर देर रात मामला दर्ज किया गया है।'
शारीरिक शोषण करने की इस दरिंदगी को खुलासा शुक्रवार को उस वक्त हुआ, जब पीड़ित मूक बधिर लड़के एवं लड़कियों ने दुभाषिये की जिम्मेदारी निभाने वाली एक महिला के जरिये यहां मध्यप्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल की अध्यक्ष शोभा ओझा द्वारा बुलाई गई संवाददाता सम्मेलन में यह आरोप लगाया। इस दौरान इस विकलांग आश्रम के करीब 40 लड़के-लड़कियां मौजूद थे।
पीड़ितों ने दुभाषिये के जरिये कहा था कि उनके साथ अवस्थी ने साई विकलांग आश्रम सेंटर बैरागढ़कलां, भोपाल एवं साई विकलांग आश्रम संस्था मालाखेड़ी, होशंगाबाद में दो मूक बधिर लड़कियों के साथ बलात्कार किया और तीन बालकों के साथ अप्राकृतिक यौनशोषण किया।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल की अध्यक्ष शोभा ने आरोप लगाया कि उसने यौनशोषण का विरोध करने वाले बच्चों के साथ मारपीट भी की।
उन्होंने बताया कि आरोपी साल 2010 से इस तरीके का गलत काम करता आ रहा है।
शोभा ने आरोप लगाया कि अवस्थी के अपने इन दो विकलांग आश्रम सेंटरों के तीन बच्चों की जान भी ली है। एक बच्चे की यौनशोषण के बाद शरीर से अत्यधिक ब्लीडिंग होने से कारण के मौत हुई, जबकि दूसरे की रात भर कड़ाके की ठंड में खुले मैदान में बाहर रखने से और तीसरे बच्चे का सिर दीवार में मारने से मौत हुई।