इंदौरः शिवसेना की मप्र इकाई के पूर्व प्रमुख रमेश साहू की गोली मारकर हत्या, पत्नी और बेटी घायल
By भाषा | Published: September 2, 2020 01:56 PM2020-09-02T13:56:09+5:302020-09-02T13:56:09+5:30
तेजाजी नगर के थाना प्रभारी आरएनएस भदौरिया ने बुधवार को बताया कि शिवसेना की प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख 70 वर्षीय रमेश साहू इंदौर-खंडवा रोड पर उमड़ीखेड़ा गांव में ढाबा चलाते थे। इसी ढाबे में मंगलवार देर रात अज्ञात बदमाश ने उनके सीने पर गोली मारकर उनकी जान ले ली।
इंदौरः शिवसेना की मध्य प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख की अज्ञात बदमाश ने मंगलवार देर रात यहां गोली मारकर हत्या कर दी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
तेजाजी नगर के थाना प्रभारी आरएनएस भदौरिया ने बुधवार को बताया कि शिवसेना की प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख 70 वर्षीय रमेश साहू इंदौर-खंडवा रोड पर उमड़ीखेड़ा गांव में ढाबा चलाते थे। इसी ढाबे में मंगलवार देर रात अज्ञात बदमाश ने उनके सीने पर गोली मारकर उनकी जान ले ली।
उन्होंने बताया, "हत्या की वजह का अब तक पता नहीं चल सका है। हम मामले की जांच चल रही है।" भदौरिया ने बताया कि साहू इन दिनों शिवसेना में सक्रिय नहीं थे। हत्याकांड को लेकर उनके परिजन और करीबी लोगों से पूछताछ की जा रही है, ताकि वारदात के संबंध में सुराग मिल सके।
सियासी जानकारों ने बताया कि साहू 1990 के दशक में शिवसेना के प्रदेश प्रमुख रहे थे और उस वक्त उन्होंने कई आंदोलनों की अगुवाई की थी। वहीं बीच बचाव करने आई मृतक की पत्नी और बेटी को भी आरोपियों ने चोट पहुंचाई है, जिसमें वो घायल हो गईं।
हालांकि घटनास्थल से कोई सामान या पैसा चोरी नहीं किया गया है।आरोपियों ने केवल हत्या की वारदात को ही अंजाम दिया है, जिसके चलते पुलिस घटना के पीछे पुरानी रंजिश की आशंका जता रही है, वहीं घटना के बाद रमेश साहू के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
बता दें कि मध्य प्रदेश में करीब 10 साल से अधिक समय तक रमेश साहू प्रदेश शिवसेना प्रमुख रहे हैं। ताजा मामले में अज्ञात बदमाश खंडवा रोड स्थित शिवसेना के पूर्व प्रदेश प्रमुख रमेश साहू के ढाबे पर पहुंचे और उन्होंने शिवसेना के पूर्व प्रदेश प्रमुख की हत्या को अंजाम दे दिया, हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए।
केरल में डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में पांच लोग गिरफ्तार
केरल के वेंजरामूदु में डीवाईएफआई के दो कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में चार कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और एक महिला को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने पहले दिन में कांग्रेस के चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था और बाद में शाम को प्रीजा नाम की एक महिला की गिरफ्तारी की, जिसने कथित तौर पर अपराध के बाद आरोपियों की फरार होने में मदद की।
पुलिस ने कहा, '' वर्तमान में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। महिला को अपराध के बाद आरोपियों की फरार होने में मदद करने के चलते गिरफ्तार किया गया।'' उन्होंने कहा कि दो अन्य आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं।
इस बीच, एक स्थानीय अदालत में पेश पुलिस की रिमांड रिपोर्ट में कहा गया कि हत्या राजनीति से प्रेरित थी और 30 अगस्त को रची गई साजिश के बाद यह अपराध किया गया था। माकपा की युवा इकाई डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के कार्यकर्ता मिथिलाज (30) और हक मोहम्मद (24) की 30 अगस्त को तिरुवंनतपुरम के करीब ही कथित तौर पर कांग्रेस की युवा इकाई के कार्यकर्ताओं ने हत्या कर दी थी। रिमांड रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों का डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं के साथ 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान आपस में झगड़ा हुआ था, जिसके चलते अब इनकी हत्या की साजिश रची गई।