कानपुर में शहीद CO की बेटी ने पुलिस को सौंपा ऑडियो क्लिप, SSP ने शिकायत के बाद भी चौबेपुर दारोगा पर नहीं की थी कार्रवाई
By अनुराग आनंद | Published: July 7, 2020 05:15 PM2020-07-07T17:15:37+5:302020-07-07T17:15:37+5:30
3 जुलाई की रात कानपुर पुलिस हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए उसके घर बिकरू गांव गई थी। जैसे ही पुलिस की एक टीम के घर के पास पहुंची, उसी दौरान छत से पुलिस पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई। इसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
लखनऊ:कानपुर में पुलिस के 8 जवानों की हत्या कर फरार हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं। अब मिल रही जानकारी के मुताबिक, शहीद सीओ की बेटी ने कानपुर के नए एसएसपी दिनेश कुमार पी को अपने पिता के मोबाईल में रिकॉर्ड एक ऑडियो सौंपा है।
आज तक की मानें तो शहीद सीओ की बेटी ने एसएसपी को जो ऑडियो सौंपा है उसमें सीओ देवेंद्र मिश्र अपने वरिष्ठ अधिकारी व एसएसपी अनंत दवे से एसएचओ के बारे में शिकायत कर रहे हैं। एसएसपी अनंत दवे इस शिकायत को सुनने के बाद जांच की बात कहकर बात को टाल देते हैं। इस ऑडियो में सीओ मिश्र एसएसपी से बताते हैं कि एसएचओ विनय तिवारी उनकी बात नहीं सुनता है।
सोशल मीडिया पर भी साढ़े चार मिनट का ऑडियो वायरल-
बता दें कि टीओआई रिपोर्ट में बताया गया है कि इस घटना के बाद ही सोशल मीडिया पर करीब साढ़े चार मिनट का एक ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एसएसपी अनंत दवे, सीओ देवेंद्र मिश्र व एसएचओ विनय तिवारी के बीच बात हो रही है। इस ऑडियो में भी सीओ एसएचओ के बारे में एसएसपी से शिकायत कर रहे थे। हलांकि, इस ऑडियो की पूरी तरह से पुष्टि नहीं हुई है।
यही नहीं रिपोर्ट की मानें तो चौबेपुर थाना अध्यक्ष विनय तिवारी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को हर तरह के मामले से बचाता था। वह सैकड़ों मामले में आरोपी विकास दुबे को गिरफ्तारी से बचाने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपनाता था।
पुलिस के शवों के साथ 'क्रूरता' करने का विकास दुबे ने बनाया था प्लान
आज-तक ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि 2 और 3 जुलाई की रात( एक से दो बजे के बीच) आठों पुलिस वालों की मौत के बाद विकास दुबे का प्लान था कि उनको चौराहे पर जला दिया जाए। गांव वाले भी इन सब में विकास की डरे से मदद करते।
पुलिस वालों की हत्या की सूचना मिलने के बाद जब पुलिसकर्मी वहां पहुंचे तो पुलिस वालों के शव एक के ऊपर एक पड़े पड़ा हुआ था। सभी शवों को जलाने के लिए घर में मौजूद ट्रैक्टर से तेल भी निकाला जा रहा था। तभी पुलिस की दूसरी टीम मौके पर पहुंच गई और बदमाश वहां से भाग गए थे। गांव वालों ने पुलिस ने बाद में जब इस बारे में पूछताछ की तो किसी ने मुंह खोलने की हिम्मत नहीं थी।
विकास दुबे के गिरफ्तार साथी ने खोले कानपुर शूटआउट के कई राज
विकास दुबे के साथ पुलिस पर फायरिंग करने वाले आरोपियों में से एक दयाशंकर अग्निहोत्री की गिरफ्तारी हुई है। दयाशंकर अग्निहोत्री ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में पुलिस के सामने कई खुलासे किए हैं।
दयाशंकर अग्निहोत्री ने पुलिस को बताया कि विकास दुबे को पुलिस स्टेशन से फोन आया था, जिसके बाद उसने अपने घर में 25-30 लोगों को बुलाया गया था। दयाशंकर ने बताया विकास दुबे किसी के फोन आने के बाद काफी अलर्ट हो गया था। दयाशंकर अग्निहोत्री ने कहा, विकास दुबे को पुलिस स्टेशन से एक फोन आया था।
जिसके बाद उसने लगभग 25-30 लोगों को बुलाया। उसने पुलिस कर्मियों पर गोलियां चलाईं। मुठभेड़ के समय मैं घर के अंदर बंद था, इसलिए मैंने कुछ भी नहीं देखा।
उसने यह भी बताया कि जेसीबी से रास्त रोकने का प्लान भी विकास दुबे का था। 2 और 3 जुलाई की रात हुई कानपुर में मुठभेड़ में पुलिस के आठ जवान शहीद हो गए हैं।