झारखंडः नुक्कड़ नाटक करने गईं 5 महिलाओं से 3 घंटे तक गैंगरेप, वीडियो भी बनाया
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: June 22, 2018 07:24 PM2018-06-22T19:24:58+5:302018-06-22T19:24:58+5:30
मानव तस्करी और विस्थापन के मुद्दे पर जागरूकता फैलाने के लिए खूंटी गई थीं महिलाएं
रांची, 22 जून (एस. पी. सिन्हा): मानव तस्करी और विस्थापन के मुद्दे पर झारखंड में खूंटी जिले के चोचांग गांव में मंगलवार को जागरूकता फैलाने गईं एक गैर सरकारी संगठन से जुड़ी पांच महिलाओं का अपहरण कर बंदूक की नोंक पर गैंगरेप करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में एक पादरी समेत 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है। डीआईजी अमोल वी. होमकर ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस घटना में पत्थलगढ़ी से जुड़े लोग लिप्त हैं।
एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि गैर सरकारी संगठन का 11 सदस्यीय दल मानव तस्करी और विस्थापन के संबंध में एक नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति देने गांव गया हुआ था। मौके पर कुछ पुरुष आ गए और महिलाओं को बंदूक के बल पर नजदीक के जंगलों में ले गए और वहीं पर उन्होंने अपराध को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है और इस मामले में करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मामले की जांच के लिए तीन दलों का गठन किया गया है।
महिला आयोग ने डीजीपी से मांगी रिपोर्ट
राष्ट्रीय महिला आयोग ने झारखंड के खूंटी में हुई गैंगरेप की घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच दल गठित किया है। पुलिस के मुताबिक एक गैर सरकारी संगठन के साथ काम करने वाली पांच महिलाओं के साथ बंदूक के बल पर कम से कम पांच पुरुषों के एक समूह ने रेप किया। महिलाएं, मानव तस्करी और विस्थापन के मुद्दे पर झारखंड के खूंटी जिले के चोचांग गांव में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से गई थीं। तीन सदस्यीय जांच दल बलात्कार के मामले की जांच खूंटी जाकर करेगा। आयोग ने झारखंड के डीजीपी डीके पांडे से मामले में की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी है।
पीड़िताओं को वीडियो वायरल करने की दी थी धमकी
पुलिस के अनुसार, कोचांग बाजार में नुक्कड़ नाटक करने के बाद टीम के सभी सदस्य कोचांग स्थित एक मिशन स्कूल में नाटक करने गए. इसी क्र म में दो बाइक पर सवार पांच-छह की संख्या में अपराधी वहां पहुंचे। उन्होंने कट्टा के बल पर जबरन महिलाओं को संस्था के ही वाहन से लगभग 10 किमी दूर लोबोदा जंगल ले गए। वहां पांच युवितयों के साथ दोपहर करीब तीन बजे गैंगरेप किया गया। अपराधियों ने इसका वीडियो भी बनाया। साथ ही पीड़िताओं को चेतावनी भी दी कि किसी को बताया तो वीडियो वायरल कर देंगे। इसके बाद शाम छह बजे पीड़िताओं को छोड़ दिया।
एक दिन बाद पुलिस को मिली जानकारी
मंगलवार को हुई इस घटना की जानकारी पुलिस को बुधवार शाम को मिली। इसके बाद एक पीड़िता की पहचान कर बुधवार रात लगभग ढाई बजे सदर अस्पताल में उसका मेडिकल कराया गया। अगले दिन गुरु वार को जांच के लिए डीआइजी अमोल होमकर खूंटी पहुंचे। खूंटी थाने में पांच घटे बैठक करने के बाद उन्होंने डीसी सूरज कुमार के साथ प्रेस कांफ्रेस कर घटना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रथमदृष्टया पत्थलगड़ी समर्थकों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है. पीड़िता के बयान के आधार पर अपराधियों की पहचान की जा रही है।
पीड़िता से बंद कमरे में घंटों हुई पूछताछ
एक पीड़िता, जो पुलिस के पास थी, उससे डीआईजी होमकर, डीसी सूरज कुमार और अन्य अफसरों ने करीब दो घंटे तक घटना के बारे में पूछताछ की। डीआईजी ने कहा कि गैंगरेप मामले में कोचांग क्षेत्र के एक चर्च के फादर की भूमिका संदिग्ध है। जांच में बहुत सी बातें सामने आई है, जिसकी जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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