जैश-ए-मोहम्मद ने सैफ अली खान की फोटो और फैंटम फिल्म के पोस्टर का इस्तेमाल कर प्रोपेगैंडा वीडियो बनाया
By रुस्तम राणा | Updated: July 22, 2024 16:39 IST2024-07-22T16:39:15+5:302024-07-22T16:39:15+5:30
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पुलिस विभाग ने अपने आधिकारिक हैंडल से कहा कि आतंकवादी समूह ने बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान की तस्वीर और फिल्म फैंटम के पोस्टर की छवि का इस्तेमाल किया है।

जैश-ए-मोहम्मद ने सैफ अली खान की फोटो और फैंटम फिल्म के पोस्टर का इस्तेमाल कर प्रोपेगैंडा वीडियो बनाया
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा बनाए गए एक दुष्प्रचार वीडियो को आगे न बढ़ाने की चेतावनी दी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पुलिस विभाग ने अपने आधिकारिक हैंडल से कहा कि आतंकवादी समूह ने बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान की तस्वीर और फिल्म फैंटम के पोस्टर की छवि का इस्तेमाल किया है।
विभाग ने कहा कि 'शत्रु' ने सोमवार को दोपहर 2 बजे के आसपास ऑनलाइन वीडियो जारी किया। इसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लोगों को सचेत किया है। साथ ही इसकी रोकथाम के लिए उन्हें कुछ निर्देश भी दिए हैं। जैसे - वे इस वीडियो किसी भी तरह से किसी को फॉरवर्ड नहीं करेंगे, वे मैसेज के ज़रिए रिपोर्ट करेंगे कि उन्हें यह प्रोपेगैंडा वीडियो किससे मिला?
पुलिस ने लोगों से वीडियो प्राप्त करने की तारीख और समय के साथ-साथ टेलीफोन नंबर भी बताने के लिए कहा है। इसके अलावा पुलिस अधिकारी इसकी सूचना अपने पर्यवेक्षी अधिकारी को देंगे तथा सिविल अधिकारी भी इसकी सूचना अपने पर्यवेक्षी अधिकारी को टेक्स्ट संदेश के माध्यम से देंगे।
वीडियो को लेकर पुलिस ने लोगों को चेतावनी दी है कि किसी भी परिस्थिति में इस वीडियो को फॉरवर्ड नहीं किया जाना चाहिए। यह याद रखना चाहिए कि इस तरह की सामग्री को पोस्ट करना और फॉरवर्ड करना यूएपीए की धारा 13 और 18 के तहत अपराध है।' यहाँ जम्मू-कश्मीर पुलिस की वास्तविक पोस्ट है।
ALERT ‼️
— J&K Police (@JmuKmrPolice) July 22, 2024
A 5 minutes 55 seconds video by Jaish with a poster of the Bollywood movie Phantom with the photo of actor Saif Ali has just been released by the enemy around 2 PM today on 22 July 2024.
General public is alerted that they will do the following:
1.) first, they will…
पिछले हफ़्ते जम्मू के डोडा में हुए आतंकी हमले के पीछे आतंकी मौलाना मसूद अज़हर द्वारा स्थापित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था। आतंकियों द्वारा घात लगाकर किए गए इस आतंकी हमले में भारतीय सेना के एक अधिकारी और तीन जवान शहीद हो गए। सुरक्षा बल आतंकवादियों के बारे में एक खुफिया इनपुट के आधार पर ऑपरेशन चला रहे थे, तभी उन पर घात लगाकर हमला किया गया।
आतंकी समूह ने कथित तौर पर हमले के बाद का एक वीडियो जारी किया। इसमें कथित तौर पर आतंकवादी और मृत सैनिक दिखाई दे रहे थे। जैश-ए-मोहम्मद ने कथित तौर पर दावा किया कि शव का अपमान सैनिकों द्वारा एक अलग मुठभेड़ में कथित तौर पर एक आतंकवादी के शव को घसीटने के प्रतिशोध में किया गया था।