Jahangirpuri Violence: दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा- किसी भी धर्म के लोग अगर दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ होगी कार्रवाई
By रुस्तम राणा | Published: April 18, 2022 02:03 PM2022-04-18T14:03:17+5:302022-04-18T14:09:18+5:30
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने प्रेस वार्ता में यह बताया कि शोभायात्रा के पिछले हिस्से में जो लोग मौजूद थे उनके साथ वहां पर खड़े लोगों के साथ टकराव हुआ और पथराव शुरू हुए। इसमें 9 लोग घायल हुए जिनमें 8 पुलिस अधिकारी हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान हुई जहांगीरपुरी में हिंसा को लेकर ये कहा है कि किसी भी वर्ग, पंथ, समुदाय और धर्म के लोग अगर दोषी पाए गए खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने इस मामले में अब तक पुलिस की ओर से क्या कार्रवाई हुई इस बात की जानकारी दी।
मामले में अबतक 23 लोग गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने प्रेस वार्ता में यह बताया कि शोभायात्रा के पिछले हिस्से में जो लोग मौजूद थे उनके साथ वहां पर खड़े लोगों के साथ टकराव हुआ और पथराव शुरू हुए। इसमें 9 लोग घायल हुए जिनमें 8 पुलिस अधिकारी हैं। उन्होंने कहा, मामले में अबतक 23 लोग गिरफ्तार हुए हैं। सोशल मीडिया की वीडियो फूटेज की जांच की जा रही है।
सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी
उन्होंने कहा, कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं। हम सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रेस कांफ्रेंस में राकेश अस्थाना ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें।
किसी भी धर्म के लोग यदि दोषी पाए गए होगी कार्रवाई
साथ ही उन्होंने कहा, अमन कमिटी के साथ मिलकर संवेदनशीन इलाकों में शांति रखने का प्रयास किया जा रहा है। किसी भी वर्ग, पंथ, समुदाय और धर्म के लोग अगर दोषी पाए गए खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कोर्ट ने मुख्य साजिशकर्ता को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने रविवार को 14 आरोपियों को रोहिणी कोर्ट के सामने पेश किया था। जहां रोहिणी कोर्ट ने मुख्य साजिशकर्ता अंसार सहित असलम नाम के आरोपी को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा। जबकि शेष 12 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
अदालत में, दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी अंसार और असलम को 15 अप्रैल को शोभायात्रा के बारे में पता चला और फिर उन्होंने यह साजिश रची। दिल्ली पुलिस ने यह भी कहा, "हमें सीसीटीवी फुटेज को देखना होगा और इस मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान करनी होगी।"