नहीं पढ़ रहा था 10 साल का बेटा, टीवी देखने में मशगूल, नाराज पिता ने तारपीन तेल छिड़ककर आग लगाई
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 18, 2021 09:05 PM2021-01-18T21:05:35+5:302021-01-18T21:07:00+5:30
आंध्र प्रदेश के हैदराबाद में बाप ने बेटा को जला दिया। बेटा पढ़ाई न करके टीवी देख रहा था। पुलिस मौके पर पहुंच गई और घायल छात्र को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल भर्ती किया है।
हैदराबादः आंध्र प्रदेश के हैदराबाद में एक व्यक्ति ने अपने बेटे के पढ़ाई पर ध्यान नहीं देने से नाराज होकर उस पर तारपीन का तेल छिड़ककर आग लगा दी।
यह जानकारी पुलिस ने सोमवार को दी। पुलिस ने बताया कि 10 साल का बच्चा 60 प्रतिशत झुलस गया है और उसका इलाज यहां के एक सरकारी अस्पताल में किया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि बच्चे का पिता एक मजदूर है और वह घटना के बाद से फरार है। पुलिस ने बताया कि यह घटना रविवार रात में यहां कुकटपल्ली हाउसिंग बोर्ड इलाके में हुई।
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ से पता चला कि रविवार रात को छात्र चरण (10) का पिता बालू घर आया। इस दौरान उसका बेटा टीवी देख रहा था। इससे पहले बालू ने बेटे को पढ़ाई पर ध्यान देने को लेकर दबाव डाल रहा था। मगर चरण टीवी और मोबाइल पर गेम खेल रहा था।
बाड़मेर में नाबालिग की गला रेत कर हत्या, दुष्कर्म की आंशका
बाड़मेर जिले के शिव थाना क्षेत्र के एक गांव में सोमवार सुबह एक नाबालिग लड़की का शव मिला। नाबालिग की गला रेत कर हत्या की गयी है। पुलिस के एक अधिकारी ने इस बारे में बताया। पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्ट्या प्रतीत होता है कि लड़की से दुष्कर्म किया गया है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि होने के बाद ही आधिकारिक तौर कुछ कहा जा सकता है।
इस बीच, नाबालिग के लिए न्याय और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए। जिला पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया, ‘‘सोमवार सुबह करीब आठ बजे पुलिस को शिव थानान्तर्गत एक गांव में एक नाबालिग का शव मिलने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।
नाबालिग की गला रेत कर हत्या की गयी है और शव उसके घर के पीछे खुले मैदान में मिला।’’ शर्मा ने बताया कि नाबालिग से दुष्कर्म किए जाने की आशंका है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि होने के बाद ही इस संबध में आधिकारिक तौर कुछ कहा जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि नाबालिग का शव स्थानीय शवगृह में रखा गया है और जांच के लिए पुलिस टीम गठित की गयी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नाबालिग के पिता नहीं है और उसके परिवार में उसकी मां और दो छोटे भाई हैं।
पीड़ित के परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि रविवार रात को वह घर में ही थी, लेकिन सोमवार सुबह घर के पीछे उसका शव मिला। उन्होंने बताया कि पीड़िता के परिवार की ओर से इस संबध में अब तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं करवायी गयी है।
हरिद्वार में एक व्यक्ति ने दो बच्चों को गंगनहर में फेका, एक की मौत, एक लापता
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के मंगलौर क्षेत्र में एक व्यक्ति ने दो बच्चों को कथित तौर पर गंगनहर में फेंक दिया, जिससे एक बच्चे की मौत हो गई, वहीं दूसरा बच्चा लापता है। हरिद्वार (देहात) के पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर ने बताया कि आरोपी लाखन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि दोनों बच्चों-लविश (सात) और लक्की (छह) की मां सुमन 2019 में अपने पति की मौत के बाद से ग्राम दहियाकी में लाखन के साथ रह रही थी। उन्होंने बताया कि घटना 16 जनवरी को उस समय हुई जब सुमन काम करने एक फैक्ट्री में गई थी और दोनों बच्चे लाखन के साथ घर पर ही थे।
उन्होंने बताया कि लाखन दोनों बच्चों को गंगनहर के पास ले गया और एक-एक करके उन्हें नहर में धक्का दे दिया। बाद में उसने सुमन को बताया कि बच्चे कहीं गुम हो गए हैं । पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि आरोपी की निशानदेही पर बडे लडके का शव गंगनहर से बरामद कर लिया गया है जबकि छोटे लड़के की तलाश जारी है।